नवीनतर मशीनन प्रक्रम (Newer Machining Process) से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी

नवीनतर मशीनन प्रक्रम (Newer Machining Process in hindi)


1. AJM का फुल फॉर्म पूरा नाम बताइए?

Ans - इसका पूरा नाम Abrasive Jet Machining है।


2. PAM का फुल फॉर्म पूरा नाम बताइए?

Ans - इसका पूरा नाम Plasma Arc Machining है।


3. LBM का फुल फॉर्म पूरा नाम बताइए?

Ans - इसका पूरा नाम Laser Beam Machining है।


4. USM का फुल फॉर्म पूरा नाम बताइए?

Ans - इसका पूरा नाम Ultra Sonic Machining है।


5. ECM का फुल फॉर्म पूरा नाम बताइए?

Ans - इसका पूरा नाम Electro Chemical Machining है।


6. CHM का फुल फॉर्म पूरा नाम बताइए?

Ans - इसका पूरा नाम Chemical Machining है।


7. EDM का फुल फॉर्म पूरा नाम बताइए?

Ans - इसका पूरा नाम Electric Discharge Machining है।


8. EBM का फुल फॉर्म पूरा नाम बताइए?

Ans - इसका पूरा नाम Electron Beam Machining है।


9. नवीन मशीनिंग प्रक्रम वर्गीकरण कीजिए?

Ans - नवीनतर मशीनिंग प्रक्रमों का वर्गीकरण निम्न भागो में किया गया है -

१. यांत्रिक प्रक्रम (Mechanical Process)

२. रासायनिक प्रक्रम (Chemical Process)

३. विद्युत रासायनिक प्रक्रम (Electro-Chemical Process)

४. ताप विद्युत प्रक्रम (Thermal Process)


10. यांत्रिक प्रक्रम (Mechanical Process) के अंर्तगत आने वाली मशीनिंग विधियों के नाम लिखिए?

Ans - यांत्रिक प्रक्रम (Mechanical Process) के अंर्तगत निम्न विधियां आती हैं -

१. अपघर्षण जेट मशीनिंग (Abrasive Jet Machining)

२. अल्ट्रासोनिक मशीनिंग (Ultra Sonic Machining)


11. रासायनिक प्रक्रम (Chemical Process) के अंर्तगत आने वाली मशीनिंग विधियों के नाम लिखिए?

Ans - रासायनिक प्रक्रम (Chemical Process) के अंर्तगत निम्न विधियां आती हैं -

१. रासायनिक ब्लैंकन (Chemical Blanking)

२. रासायनिक भूमिकर्तन (Chemical Milling)


12. विद्युत रासायनिक प्रक्रम (Electro-Chemical Process) के अंर्तगत आने वाली मशीनिंग विधियों के नाम लिखिए?

Ans - विद्युत रासायनिक प्रक्रम (Electro-Chemical Process) के अंर्तगत निम्न विधियां आती हैं -

१. विद्युत रासायनिक मशीनिंग (Electro Chemical Machining)

२. विद्युत रासायनिक अपघर्षण (Electro Chemical Grinding)


13. ताप विद्युत प्रक्रम (Thermal Process) के अंर्तगत आने वाली मशीनिंग विधियों के नाम लिखिए?

Ans - ताप विद्युत प्रक्रम (Thermal Process) के अंर्तगत निम्न विधियां आती हैं -

१. इलेक्ट्रान बीम मशीनिंग (Electron Beam Machining)

२. विद्युत विसर्जन मशीनिंग (Electric Discharge Machining)

३. लेसर बीम मशीनिंग (Laser Beam Machining)

४. प्लाज्मा आर्क मशीनिंग (Plasma Arc Machining)


14. किस मशीनिंग प्रक्रिया द्वारा एल्युमीनियम के सतह की सबसे अच्छी फिनिशिंग प्राप्त होती है?

Ans - C.H.M. और PAM द्वारा एल्युमीनियम के सतह की सबसे अच्छी फिनिशिंग प्राप्त होती है।


15. किस मशीनिंग प्रक्रिया द्वारा कांच के सतह की सबसे अच्छी फिनिशिंग प्राप्त होती है?

Ans - A.J.M. और U.S.M. द्वारा कांच के सतह की सबसे अच्छी फिनिशिंग प्राप्त होती है।


16. किस मशीनिंग प्रक्रिया द्वारा टिटेनियम के सतह की सबसे अच्छी फिनिशिंग प्राप्त होती है?

Ans - E.D.M. द्वारा टिटेनियम के सतह की सबसे अच्छी फिनिशिंग प्राप्त होती है।


17. अपघर्षण जेट मशीनिंग (Abrasive Jet Machining) क्या होती है?

Ans - इस मशीनिंग के द्वारा अपघर्षित पदार्थों के बारीक कणों को हवा या अन्य वाहक गैस के द्वारा उच्च दाब व गति पर मशीनिंग की जाने वाली सतह के ऊपर टकराकर सतह की फिनिशिंग प्राप्त करने की प्रक्रिया अपघर्षण जेट मशीनिंग (Abrasive Jet Machining) कहलाती है।


18. AJM में अपघर्षित पदार्थों के बारीक कणों को हवा या अन्य वाहक गैस के साथ किसके माध्यम से सतह पर टकराया जाता है?

Ans - नॉजिल की सहायता से अपघर्षित कणों को सतह से टकराया जाता है।


19. अपघर्षी कण से कैसे सतह फिनिशिंग हो जाती है?

Ans - अपघर्षी कण सतह पर जाकर घर्षण करते हैं और खुरदरी तल को चिकना बना देते हैं।


20. AJM में अपघर्षी कण किन पदार्थों के बने होते हैं?

Ans - AJM में अपघर्षी कण एल्यूमीनियम ऑक्साइड, सिलीकान कार्बाईड, शीशे का पाउडर, सोडियम बाईकार्बोनेट इत्यादि के बने होते हैं।


21. AJM में अपघर्षी कण का आकार कितना होता है?

Ans - AJM में अपघर्षी कण का आकार 10 से 50 माइक्रोन होता है।


22. AJM में  किन गैसों का प्रयोग होता है?

Ans - AJM में  कार्बन डाइऑक्साइड, शुद्ध हवा, नाइट्रोजन इत्यादि गैसों का प्रयोग होता है।


23. AJM में नॉजिल किस पदार्थ के बनाए जाते हैं?

Ans - AJM में नॉजिल टंगस्टन कार्बाइड, सिरैमिक नीलम, सीमेंटेड कार्बाइड पदार्थ के बनाए जाते हैं।


24. AJM के द्वारा कितनी टोलरेंस प्राप्त की जा सकती है?

Ans - AJM के द्वारा ±0.05 mm की टोलरेंस प्राप्त की जा सकती है।


25. अपघर्षण जेट मशीनिंग के दो लाभ बताइये?

Ans - अपघर्षण जेट मशीनिंग के दो लाभ -

१. इस विधि के द्वारा ऐसी पदार्थों का भी मशीनिंग किया जा सकता है जो भंगुर व ऊष्मा असहनीय होते हैं।

२. इसमें पूंजी लागत कम आती है।


26. अपघर्षण जेट मशीनिंग के दो हानि बताइये?

Ans - अपघर्षण जेट मशीनिंग के दो हानि -

१. इस विधि का प्रयोग करने से नॉजल बहुत जल्दी-जल्दी घिसता है।

२. मुलायम पदार्थों को फिनिशिंग करते समय अपघर्षी कणों के चिपकने की सदा संभावना होती है।


27. अपघर्षण जेट मशीनिंग के दो प्रयोग बताइये?

Ans - अपघर्षण जेट मशीनिंग के दो प्रयोग -

१. इस विधि का प्रयोग प्लास्टिक, नायलान, टेफ्लान से निर्मित पुर्जो की सफाई तथा पालिश करने के लिए किया जाता है।

२. इसके द्वारा पैटर्न की पतरी छिद्रों व केविटी की सफाई की जाती है।


28. अल्ट्रासोनिक मशीनिंग (Ultrasonic Machining) किसे कहते हैं?

Ans - कार्यखंड की सतह पर पानी के घोल में मिश्रित अपघर्षी कणों को औजार के द्वारा  0.2 mm ऊपर से आयाम और 20 से 30 किलोहर्टज की आवृत्ति पर कम्पन किया जाता है। इस प्रकार सतह की फिनिशिंग करने की प्रक्रिया को अल्ट्रासोनिक मशीनिंग कहते हैं।


29. अल्ट्रासोनिक मशीनिंग (Ultrasonic Machining) में कम्पित करने वाला औजार किस धातु का होता है?

Ans - अल्ट्रासोनिक मशीनिंग में कम्पित करने वाला औजार लो कार्बन अलॉय स्टील और स्टेनलेस स्टील धातु का होता है।


30. अल्ट्रासोनिक तरंगों का प्रयोग कौन सी मशीनिंग प्रक्रिया करने के लिए किया जाता है?

Ans - इस तरंग के द्वारा वेल्डिंग करना, धातु की सफाई करना, गुण को नियंत्रित करना और सतह फिनिशिंग करना इत्यादि कार्य में किया जाता है।


31. पराश्रव्य ट्रांसड्यूसर (Ultrasonic Transducer) किसे कहते हैं?

Ans - ऐसी युक्ति जिसके द्वारा विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक कंपनो में परिवर्तित किया जाता है उसे पराश्रव्य ट्रांसड्यूसर (Ultrasonic Transducer) कहते हैं।


32. Ultrasonic Machining में कितने आकार की यथार्थता प्राप्त की जाती है?

Ans - Ultrasonic Machining में ±0.005 mm की यथार्थता प्राप्त की जाती है।


33. Ultrasonic Machining के दो प्रयोग बताइये?

Ans - Ultrasonic Machining के दो प्रयोग -

१. इसके द्वारा कठोर और भंगुर पदार्थ के ऊपर चूड़ी काटना और नक्काशी करने का कार्य किया जाता है।

२. इस विधि के द्वारा गोल या किसी अन्य आकार के गहरे छिद्र का भी निर्माण किया जाता है।


34. अल्ट्रासोनिक मशीनिंग के दो लाभ बताइये?

Ans - अल्ट्रासोनिक मशीनिंग के दो लाभ निम्न हैं -

१. इस विधि द्वारा कठोर और भंगुर पदार्थों पर बहुत ही आसानी से मशीनिंग किया जाता है।

२. इस विधि के द्वारा महंगे पदार्थों की मशीनिंग करना , सस्ती और किफायती, सुरक्षित होती है।


35. अल्ट्रासोनिक मशीनिंग के दो हानि बताइये?

Ans - अल्ट्रासोनिक मशीनिंग करने के दो हानि -

१. इस विधि द्वारा मुलायम पदार्थों की मशीनिंग नही की जा सकती है।

२. इस विधि के द्वारा बड़े छिद्रों का निर्माण करना संभव नहीं है।


36. रासायनिक मशीनिंग (Chemical Machining) से आप क्या समझते हैं?

Ans - जब रासायनिक क्रिया द्वारा कार्यखण्ड को बनाने के धातु को हटाकर वांछित आकार वाले उत्पाद तैयार किए जाते हैं तो उसे रासायनिक मशीनिंग (Chemical Machining) या CHM कहते हैं।


37. CHM में धातु के जिस भाग को सुरक्षित रखना होता है उस पर किस पदार्थ का लेप किया जाता है?

Ans - जिस भाग को सुरक्षित रखना होता है उस पर निक्षारक रोधी पदार्थ का लेप किया जाता है।


38. मासकेंट (Maskant) या प्रतिरोधक (Resistor) किसे कहते हैं?

Ans - धातु को सुरक्षित रखने वाले पदार्थों को मासकेंट या प्रतिरोधक कहते हैं।

 

39. रासायनिक मशीनिंग प्रक्रिया द्वारा किन धातुओं का मशीनन किया जाता है?

Ans - रासायनिक मशीनिंग प्रक्रिया द्वारा लगभग सभी धातुओं का मशीनन किया जाता है।


40. CHM प्रकिया अपनाने से पहले कार्यखंड को किस प्रोसेस से गुजरना पड़ता है?

Ans - कार्यखंड को रासायनिक मशीनिंग करने से पहले उसको साफ किया जाता है और ट्राईक्लोरोएथिलीन की वाष्प में 80 डिग्री सेल्सियस से 90 डिग्री सेल्सियस पर धोया जाता है।


41. रासायनिक मशीनिंग में Maskant कितना मोटा लगाया जाता है?

Ans - रासायनिक मशीनिंग में Maskant का 0.2 mm का लेप लगाया जाता है।


42. CHM में कार्यखंड को निक्षारक घोल में डालने से पहले कितने डिग्री सेल्सियस पर गर्म किया जाता है?

Ans - कार्यखंड को 129 डिग्री सेल्सियस पर पकाया जाता है और उसके बाद निक्षारक घोल में डाल दिया जाता है।


43. स्टील के लिए किस निक्षारक घोल का प्रयोग किया जाता है?

Ans - स्टील के लिए नमक का अम्ल और शोरे का अम्ल निक्षारक घोल के रूप में प्रयोग किया जाता है।


44. रासायनिक मशीनिंग (Chemical Machining) कितने प्रकार के होते हैं?

Ans - CHM को दो भागों में बांटा गया है -

१. रासायनिक ब्लैंकन (Chemical Blanking)

२. रासायनिक मिलिंग (Chemical Milling)


45. रासायनिक मशीनिंग (Chemical Machining) का दो प्रयोग बताइए?

Ans - रासायनिक मशीनिंग (Chemical Machining) प्रयोग -

१. हवाई जहाज के पुर्जो तथा रडार परावर्तन के पुर्जे बनाने में इसका का प्रयोग किया जाता है।

२. CHM के द्वारा असमान आकृतियों की कास्टिंग और स्टांपिंग की मशीनिंग सफलतापूर्वक किया जाता है।


46. CHM के दो लाभ बताइए?

Ans - इसके दो लाभ निम्न है-

१. CHM के द्वारा अनेक कार्यखंडों को एक साथ मशीनिंग किया जा सकता है।

२. इस प्रक्रिया द्वारा कार्यखंड की दोनों ओर की सतहों का एक साथ मशीनिंग किया जा सकता है।


47. CHM की  दो हानियाँ बताइए?

Ans - CHM की  दो हानियाँ -

१. रासायनिक मशीनिंग की प्रक्रिया बहुत धीमी होती है।

२. इस प्रक्रिया के करने के लिए कुशल कारीगर की आवश्यकता होती है।


48. विद्युत रासायनिक मशीनिंग किसे कहते हैं?

Ans - कार्यखंड को वांछित आकार में प्राप्त करने के लिए कार्यखण्ड और औजार के मध्य विद्युत अपघट्य को पंप द्वारा उच्च दाब पर प्रवाहित किया जाता है जिसके फलस्वरूप कार्यखंड से धातु पृथक होकर विद्युत अपघटय के साथ बहकर निकल जाती है और वांछित आकृति प्राप्त हो जाता है। इस पूरी प्रक्रिया को विद्युत रासायनिक मशीनिंग (Electro Chemical Machining or ECM) कहते हैं।


49. ECM में कार्यखंड और औजार के बीच कितनी दूरी रखी जाती है?

Ans - ECM में कार्यखंड और औजार के बीच 0.5 - 0.7 mm की दूरी रखी जाती है।


50. विद्युत अपघट्य को कंहा से प्रवाहित किया जाता है?

Ans - विद्युत अपघट्य को कार्यखण्ड और औजार के मध्य से प्रवाहित किया जाता है।


51. ECM में कार्यखंड और औजार में से एनोड और कैथोड किसको बनाया जाता है?

Ans - ECM में कार्यखंड को एनोड तथा औजार को कैथोड बनाया जाता है।


52. विद्युत रासायनिक मशीनिंग (Electro Chemical Machining or ECM) का सिद्धांत किस नियम पर कार्य करता है?

Ans - विद्युत रासायनिक मशीनिंग का सिद्धांत माइकल फैराडे के विद्युत अपघट्य के नियम पर कार्य करता है।


53. ECM में पैटर्न में कहां पर लगाया जाता है?

Ans - ECM में औजार ही पैटर्न का कार्य करता है। अर्थात जैसी आकृति औजार की रहेगी वैसी ही आकृति कार्यखंड की होगी।


54. ECM मे औजार के रूप में कौन सा पदार्थ होता है?

Ans - विद्युत रासायनिक मशीनिंग मे मजबूत प्लास्टिक, पीतल, कार्बन, स्टील, तांबे इत्यादि के औजार प्रयोग किए जाते हैं।


55. ECM में प्लास्टिक का औजार विद्युत सुचालक नहीं होने पर भी कैसे विद्युत सुचालक बन जाता है?

Ans - क्योंकि प्लास्टिक पर सुचालक पदार्थ का लेप हुआ होता है इसलिए प्लास्टिक भी विद्युत सुचालक पदार्थ की तरह व्यवहार करता है।


56. ECM में विद्युत अपघट्य के लिए कौन सी धारा प्रयोग की जाती है?

Ans - ECM में विद्युत अपघट्य के लिए DC धारा प्रयोग की जाती है।


57. क्या ECM के विद्युत अपघट्य में AC धारा प्रवाहित की जा सकती है?

Ans - ECM के विद्युत अपघट्य में AC धारा प्रवाहित की जा सकती है परंतु इसमें खर्चा बहुत अधिक आता है।


58. ECM के विद्युत अपघट्य में कितने एंपियर की धारा का प्रयोग किया जाता है?

Ans - ECM के विद्युत अपघट्य में 50 से 40000 एंपियर की धारा का प्रयोग किया जाता है।


59. Electro Chemical Machining या ECM में विद्युत अपघट्य के रूप में किसका प्रयोग किया जाता है?

Ans - ECM में विद्युत अपघट्य के रूप में निम्न पदार्थों का प्रयोग किया जाता है -

●नमक का घोल

●शुद्ध सोडियम क्लोराइड

●सोडियम नाइट्रेट

●पोटैशियम क्लोराइड

●सोडियम हाइड्राक्साइड

●सोडियम क्लोराइड

●सल्फ्यूरिक अम्ल

●सोडियम क्लोरेट


60. ECM में विद्युत अपघट्य को कितनी गति से औजार और कार्यखंड के मध्य प्रवेश कराया जाता है?

Ans - ECM में विद्युत अपघट्य को 30 से 60 मीटर/सेकण्ड की गति से औजार और कार्यखंड के मध्य प्रवेश कराया जाता है।


61. विद्युत रासायनिक मशीनिंग प्रक्रम द्वारा कितनी सतह फिनिशिंग प्राप्त किया जाता है?

Ans - विद्युत रासायनिक मशीनिंग प्रक्रम द्वारा 0.2 से 0.8 mm का सतह फिनिशिंग प्राप्त किया जाता है।


62. विद्युत रासायनिक मशीनिंग प्रक्रम द्वारा कितनी टॉलरेंस प्राप्त किया जाता है?

Ans - विद्युत रासायनिक मशीनिंग प्रक्रम द्वारा ±0.02 टॉलरेंस प्राप्त किया जाता है।


63. ECM के दो प्रयोग बताइये?

Ans - ECM के प्रयोग -

१. इसके द्वारा जटिल आकृति के कार्यखंडों पर मशीनिंग आसानी से की जा सकती है।

२. इसके प्रयोग से टंगस्टन कार्बाईड जैसे कठोर पदार्थ भी मशीनिंग किए जा सकते हैं।


64. विद्युत रासायनिक मशीनिंग प्रक्रम के दो लाभ बताइये?

Ans - ECM के दो लाभ निम्न हैं -

१. इस विधि का प्रयोग करने से कार्य केंद्र की सत्ता पर प्रतिबल उत्पन्न नहीं होते हैं।

२. ECM के द्वारा बहुत पतले कार्यखंड और चादरों पर भी मशीनिंग प्रक्रिया की जा सकती है।


65. विद्युत रासायनिक मशीनिंग प्रक्रम के दो हानियाँ बताइये?

Ans - इसके दो हानि निम्न हैं -

१. जो पदार्थ विद्युत कुचालक होते हैं उन पर ECM का प्रयोग नहीं किया जा सकता है।

२. ECM में बिजली के अत्यधिक खर्च होने के कारण इसका प्रयोग बहुत कम किया जाता है।


66. विद्युत रासायनिक अपघर्षण (Electro Chemical Grinding या ECG) क्या है?

Ans - इसमें अपघर्षण पहिये औए कार्यखण्ड के मध्य  विद्युत अपघट्य को गिराकर वांछित आकार प्राप्त किया जाता है। जिसे विद्युत रासायनिक अपघर्षण (Electro Chemical Grinding) कहते हैं।


67. ECG में टंगस्टन कार्बाईड के अपघर्षण के लिए किस धातु का पहिया प्रयोग किया जाता है?

Ans - ECG में टंगस्टन कार्बाईड के अपघर्षण के लिए डायमंड ग्रिट धातु का पहिया प्रयोग किया जाता है।


68. ECG में स्टेनलेस स्टील के अपघर्षण के लिए किस धातु का पहिया प्रयोग किया जाता है?

Ans - ECG में स्टेनलेस स्टील के अपघर्षण के लिए कार्बन बांड वाले धातु का पहिया प्रयोग किया जाता है।


69. ECG में अपघर्षण पहिये पर विद्युत किसके द्वारा प्रवाहित किया जाता है?

Ans - ECG में अपघर्षण पहिये पर विद्युत Slip Ring द्वारा प्रवाहित किया जाता है।


70. विद्युत रासायनिक अपघर्षण में एनोड तथा कैथोड किस पर होते हैं?

Ans - विद्युत रासायनिक अपघर्षण में एनोड कार्यखण्ड पर तथा कैथोड अपघर्षण पहिये पर होता है।


71. विद्युत रासायनिक अपघर्षण में पहिए और कार्यखंड के बीच कितनी दूरी होती है?

Ans - ECG में पहिए और कार्यखंड के बीच 0.025 mm की दूरी होती है।


72. ECG में विद्युत अपघटय किन पदार्थों का बनाया जाता है?

Ans - ECG में विद्युत अपघटय सोडियम क्लोराइड, पोटेशियम नाइट्रेट और सोडियम नाइट्रेट का बनाया जाता है।


73. ECG में कार्यखंड का कर्तन करने में सबसे अधिक योगदान किसका होता है?

Ans - ECG में पहिये द्वारा 10 % कर्तन और विद्युत अपघट्य द्वारा 90 % पृथक्करण का कार्य किया जाता है।


74. विद्युत रासायनिक अपघर्षण में कितनी टॉलरेन्स होती है?

Ans - विद्युत रासायनिक अपघर्षण में 0.2 mm की टॉलरेन्स होती है।


75. Electro Chemical Grinding के दो उपयोग क्या हैं?

Ans - विद्युत रासायनिक अपघर्षण के दो उपयोग निम्न हैं -

१. इस विधि का प्रयोग करके पतले ट्यूब, पतली दीवार, डॉक्टरों की सुइयां तथा पतले सेक्शन वाले पुर्जों का ग्राइंडिंग और कर्तन किया जाता है।

२. विद्युत रासायनिक अपघर्षण का प्रयोग करके stainless-steel, कोबाल्ट, टाइटेनियम इत्यादि जैसे कठोर पदार्थ पर मशीनिंग प्रक्रिया आसानी से की जाती है।


76. विद्युत रासायनिक अपघर्षण (ECG) के दो लाभ बताइये?

Ans - विद्युत रासायनिक अपघर्षण (ECG) के दो लाभ -

१. इस प्रक्रिया का प्रयोग करने से कार्यखण्ड की सतह पर ऊष्मा वाली दारारे नहीं पड़ती हैं।

२. इस विधि का प्रयोग करने से सतह को तापीय हानि नहीं पहुंच पाती है।


77. ECG के दो दोष बताइये?

Ans - ECG के दो दोष -

१. ECG प्रक्रम बहुत महंगा पड़ता है।

२. इस प्रक्रम को करते समय बहुत अधिक शक्ति खर्च होती है।


78. वैद्युत विसर्जन मशीनिंग (Electric Discharge Machining) किसे कहते हैं?

Ans - कार्यखंड और औजार के मध्य विद्युत विसर्जन करने के कारण कार्यखंड की धातु क्षरण होने के पश्चात वांछित आकार को हो जाती है इस प्रक्रिया को वैद्युत विसर्जन मशीनिंग (Electric Discharge Machining या EDM) कहते हैं।


79. EDM में कार्यखण्ड और औजार पर एनोड और कैथोड किस पर चढ़ा होता है?

Ans - EDM में कार्यखंड पर एनोड और औजार पर कैथोड होता है।


80. स्पार्क अंतराल (Spark Gap) किसे कहते हैं?

Ans - EDM में कार्यखंड और औजार के मध्य कुछ अंतराल छोड़ा जाता है जिसे स्पार्क अंतराल कहते हैं।


81. EDM में कार्यखंड और औजार के मध्य स्पार्क अंतराल की दूरी कितनी होती है?

Ans - EDM में कार्यखंड और औजार के मध्य स्पार्क अंतराल की दूरी 0.005 से 0.05 mm होती है।


82. Electric Discharge Machining में कार्यखंड के जिस बिंदु पर इलेक्ट्रॉन आघात करते हैं वहां पर पदार्थ का तापमान कितना होता है?

Ans - कार्यखंड के जिस बिंदु पर इलेक्ट्रॉन आघात करते हैं वहां पर पदार्थ का तापमान 10000℃ होता है।


83. EDM में औजार और कार्यखंड के बीच की दूरी को कैसे नियंत्रित किया जाता है?

Ans - EDM में औजार और कार्यखंड के बीच की दूरी को सर्वो नियंत्रणके द्वारा नियंत्रित किया जाता है।


84. हाई फ्रिकवेंसी का ओवरकट पर क्या प्रभाव पड़ता है?

Ans - हाई फ्रिकवेंसी के कारण ओवर कट का मान घट जाता है जबकि हाई करंट के कारण को ओवर कट का मान बढ़ जाता है।


85. वैद्युत विसर्जन मशीनिंग (Electric Discharge Machining) मैं कौन-कौन से उपकरण लगे होते हैं?

Ans - EDM में निम्न उपकरण प्रयोग किये जाते हैं -

●स्पार्क जनरेटर

●टूल मैटेरियल

●वर्क मटेरियल

●सर्वो कंट्रोल

●परावैद्युत तरल


86. स्पार्क जनरेटर कितने प्रकार के होते हैं?

Ans - स्पार्क जनरेटर दो को प्रकार के होते हैं -

१. रिलेक्सेशन जनरेटर

२. पल्स जनरेटर


87. EDM में प्रयोग होने वाले पैरावैद्युत तरलो के नाम बताइए?

Ans - EDM में प्रयोग होने वाले पैरावैद्युत तरलो के नाम निम्न हैं -

●स्नेहक तेल

●पैराफिन तेल

●मिट्टी का तेल

●ट्रांसफार्मर तेल


88. EDM में परावैद्युत तरल का प्रयोग करके क्या लाभ होता है?

Ans - उच्च क्वालिटी की परावैद्युत तेल प्रयोग करने से सतह फिनिशिंगअच्छी होती है तथा औजार भी कम ही घिसता है।


89. Electric Discharge Machining में कितना टोलरेंस छोड़ा जाता है?

Ans - Electric Discharge Machining में ±0.005 mm तक टोलरेंस छोड़ा जाता है।


90. Electric Discharge Machining के उपयोग बताइए?

Ans - Electric Discharge Machining के उपयोग निम्न हैं -

१. इस मशीनिंग का प्रयोग कठोर व विद्युतीय सुचालक ऐसे जटिल संरचना पर की जाती है जहां पर मशीनिंग करना कठिन हो।

२. EDM का प्रयोग वहां उपयुक्त होता है जहां पर एक ही प्रोफाइल का उत्पादन बार बार किया जाता है।

३. इस प्रक्रिया के द्वारा वायुयानो के पुर्जे और अंतरिक्ष उद्योग के विभिन्न पुर्जो के निर्माण में किया जाता है।

४. ऊष्मा उपचार किए जाने वाले स्टील तथा कठोर कार्बाइड के मशीनिंग के लिए यह विधि उपयुक्त होता है।


91. Electric Discharge Machining से होने वाले लाभ को बताइए?

Ans - Electric Discharge Machining से होने वाले लाभ निम्न हैं -

१. इस प्रक्रम के द्वारा कठोर से कठोर पदार्थ भी मशीनन किए जा सकते हैं किंतु वह विद्युत सुचालक होने चाहिए।

२. वैद्युत विसर्जन मशीनिंग में सर्वो नियंत्रण लगे होने से यह लगभग स्वचालित हो जाती है।

३. विद्युत कुचालक पदार्थों पर शीघ्र सूखने वाले सुचालक लेप को लगाकर इस प्रक्रम द्वारा आसानी से सतह की मशीनिंग की जा सकती है।


92. वैद्युत विसर्जन मशीनिंग में होने वाले दोषों को बताइए?

Ans - वैद्युत विसर्जन मशीनिंग में होने वाले दोषों -

१. इस मशीनिंग प्रोसेस में लागत अधिक आती है।

२. EDM प्रोसेस में औजार बहुत जल्दी घिस जाते है।

३. कठिन प्रोफाइल कार्यखण्ड का मशीनिंग करना असंभव सा प्रतीत होता है।


93. LASER का Full Name बताइये?

Ans - Laser का full Form है Light Amplification by stimulated Emission of Radiation।


94. लेजर क्रिस्टल किसका बना होता है?

Ans - मानव निर्मित माणिक्य रूबी को लेजर क्रिस्टल कहा जाता है। यह एल्यूमीनियम ऑक्साइड के साथ क्रोमियम की सूक्ष्म मात्रा 0.5% को मिश्रित करके गोलकार रुप में बनाया जाता है। इसके दोनो सिरे पर दर्पण लगे होते हैं।


95. फ्लैश लैम्प में कौन-कौन सी गैस भरी होती हैं?

Ans - फ्लैश लैम्प में जिनान, आर्गन और क्रिप्टान जैसी निष्क्रिय गैसे भरी होती हैं।


96. उच्च तापमान पर माणिक्य रॉड पर क्या प्रभाव पड़ता है?

Ans - उच्च तापमान पर माणिक्य रॉड की दक्षता कम हो जाती है।


97. लेजर बीम मशीनिंग के उपयोग बताइये?

Ans - लेजर बीम मशीनिंग के उपयोग -

१. इस प्रक्रम के द्वारा पतले भंगुर अत्यंत कठोर पदार्थ का मशीनिंग किया जाता है।

२. लेजर बीम के द्वारा ऊर्जा को बहुत छोटे क्षेत्र पर टारगेट किया जा सकता है।

३. लेजर बीम मशीनिंग का प्रयोग वस्त्र निर्माण उद्योगों में कपड़ों की रबड़ , प्लास्टिक इत्यादि की डिजाइन काटने में सफलतापूर्वक किया जाता है।


98. लेजर बीम मशीनिंग के लाभ बताइये?

Ans - लेजर बीम मशीनिंग के लाभ -

१. इस प्रोसेस के द्वारा अत्यंत छोटे होल की भी मशीनिंग भी आसानी से किया जा सकता है।

२. लेजर बीम मशीनिंग विधि में औजार बहुत कम घिसता है।

३. इस विधि का प्रयोग करके धात्विक और अधात्विक पदार्थों को भी मशीनिंग किया जाता है।

४. लेजर बीम मशीनिंग विधि से किसी भी ठोस पदार्थ को आसानी से काटा जा सकता है।


99. लेजर बीम मशीनिंग प्रक्रम के दोष बताइए?

Ans - इस प्रक्रम के दोष निम्नलिखित हैं -

१. इस प्रोसेस द्वारा धातु बहुत धीरे-धीरे काटी जाती है २. लेजर बीम मशीनिंग में प्रयोग होने वाला फ्लैश लैंप का जीवनकाल कम होता है।

३. इस प्रोसेस में प्रयोग होने वाले सभी उपकरणों की लागत बहुत अधिक होती है।

४. इस मशीनिंग के द्वारा छिद्र गोल और सीधे प्राप्त नहीं हो पाते हैं।


100. इलेक्ट्रान बीम मशीनिंग (Electron Beam Machining) किसे कहते हैं?

Ans - जब उच्च गति से प्रवाहित होने वाली इलेक्ट्रॉनों की धारा को कार्यखंड की धातु पर टारगेट करके, उष्मा देकर धातु को काटा या गलाया जाता है इस प्रक्रिया को इलेक्ट्रान बीम मशीनिंग (Electron Beam Machining) कहते हैं।


101. इलेक्ट्रॉन पुंज की गतिज ऊर्जा, ऊष्मा ऊर्जा में कैसे परिवर्तित हो जाती है?

Ans - जब इलेक्ट्रॉन पुंज कार्यखंड के पदार्थ पर टकराता है तो इलेक्ट्रॉन पुंज की गतिज ऊर्जा ऊष्मा ऊर्जा में बदल जाती है।


102. इलेक्ट्रान पुंज का उत्सर्जन किससे किया जाता है?

Ans - इलेक्ट्रान पुंज का उत्सर्जन इलेक्ट्रान गन की सहायता से किया जाता है।


103. इलेक्ट्रॉन गन के कितने भाग होते हैं?

Ans - इसके मुख्यतः तीन भाग होते हैं-

१. कैथोड

२. एनोड

३. ग्रिड कप



104. इलेक्ट्रॉन बीम मशीनिंग में इलेक्ट्रॉनों के प्रवाह को नियंत्रित कौन करता है?

Ans - इलेक्ट्रान बीम मशीनिंग में इलेक्ट्रॉनों को प्रवाह को नियंत्रित ग्रिड कप के द्वारा किया जाता है।


105. इलेक्ट्रान पुंज को किसी भी कोण पर विक्षेपित कैसे किया जा सकता है?

Ans - इलेक्ट्रान पुंज को किसी भी कोण पर विक्षेपित चुंबकीय विक्षेपण कुंडली के द्वारा किया जा सकता है।


106. EBM में कार्यखंड के ऊपर कितनी आवर्धन क्षमता का सूक्ष्मदर्शी उपकरण लगा होता है?

Ans - EBM में कार्यखंड के ऊपर 40 आवर्धन क्षमता का सूक्ष्मदर्शी उपकरण लगा होता है।


107. इलेक्ट्रॉन बीम गन को कार्यखण्ड पर किसकी सहायता से सही स्थिति पर केंद्रित किया जाता है?

Ans - इलेक्ट्रॉन बीम गन को कार्यखण्ड पर सूक्ष्मदर्शी उपकरण की सहायता से सही स्थिति पर केंद्रित किया जाता है।


108. इलेक्ट्रॉन बीम मशीनिंग के उपयोग बताइए?

Ans - इलेक्ट्रॉन बीम मशीनिंग के उपयोग -

१. EBM का प्रयोग हीरे जवाहरात में छेद करने के लिए किया जाता है।

२. इस विधि के द्वारा छिद्रों में फंसे टूटे हुए टैप को हटाने में भी होता है।

३. इस विधि के द्वारा कंप्यूटर मेमोरी, क्षेत्र उत्सर्जन कैथोड इत्यादि का उत्पादन किया जाता है।


109. इलेक्ट्रान बीम मशीनिंग (Electron Beam Machining) के लाभ बताइये?

Ans - इलेक्ट्रान बीम मशीनिंग (Electron Beam Machining) के लाभ -

१. इस प्रक्रिया में भी औजार नहीं घिसता है।

२. जटिल से जटिल स्थानों पर EBM के द्वारा छिद्र बनाए जा सकते हैं।

३. इसके द्वारा धात्विक और अधात्विक पदार्थों को आसानी से काटा जा सकता है जो निर्वात में रह सकते हो।


110. Electron Beam Machining के दोष बताइये?

Ans - इलेक्ट्रान बीम वेल्डिंग के दोष -

१. EBM प्रोसेस में प्रयोग होने वाले उपकरणों की लागत अधिक होती है।

२. इलेक्ट्रान बीम मशीनिंग के लिए कुशल कारीगर की आवश्यकता होती है।

३. इस प्रक्रम के द्वारा सतह की फिनिशिंग अच्छी नहीं होती है।

४. जब इलेक्ट्रान बीम मशीनिंग का प्रयोग किया जाता है तो एक्स किरणों का निर्माण होता है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।



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