धातु परिष्करण प्रक्रम (Metal Finishing Process) से सम्बंधित प्रश्न - उत्तर

धातु परिष्करण प्रक्रम (Metal Finishing Process)


1. लेहन (Lapping) किसे कहते हैं?

Ans - धातु की सतह को चिकनी और यथार्थ बनाने के लिए जो प्रक्रम अपनाए जाते हैं उसे लैपिंग कहते हैं।


2. लैपिंग के दो उद्देश्य बताइए?

Ans - लैपिंग के दो उद्देश्य निम्न हैं-

१. लैपिंग का प्रयोग करके उच्च कोटि की फिनिशिंग प्राप्त की जाती है।

२. धातु की सतह की सुंदरता को बढ़ाने में लेहन काफी मददगार होता है।


3. लैपिंग (lapping) क्यों अपनाई जाती है?

Ans - लैपिंग का प्रयोग धातु की सतह फिनिशिंग करने के लिए और यथार्थता प्राप्त करने के लिए किया जाता है।


4. लैपिंग का प्रयोग उष्मा उपचारित और गैर उष्मा उपचारित धातुओं पर कैसे किया जाता है?

Ans - लैपिंग का प्रयोग उष्मा उपचारित और गैर उष्मा उपचारित धातुओं पर समान रूप से किया जाता है।


5. होनिंग (Honing) किसे कहते हैं?

Ans - ऐसा प्रक्रम जिसमें पहले से मशीनिंग किए गए उत्पादों की फिनिशिंग और साइज़िंग के लिए प्रयोग किया जाता है।


6. होनिंग प्रक्रिया के बाद कार्यखंड पर क्या प्रभाव पड़ता है?

Ans - होनिंग प्रक्रिया के बाद कार्यखंड पर निम्न प्रभाव पड़ता है -

●कार्यखण्ड की पुरानी कमियों को सुधार करना।

●कार्यखण्ड के निश्चित बीमा में सूक्ष्म सुधार करना।


7. Honing Process के दो प्रयोग बताइये?

Ans - Honing Process के दो प्रयोग निम्न हैं-

१. कनेक्टिंग रॉड के बेयरिंग को परिशुद्ध बनाने में।

२. हाइड्रोलिक सिलेंडर के सतह को परिशुद्ध करने में।


8. लैपिंग प्रक्रम के दो प्रयोग बताइए?

Ans - लैपिंग प्रक्रम के दो प्रयोग निम्न हैं -

१. लैपिंग प्रक्रम के द्वारा सतह पर अनियमितताओं को कम किया जाता है।

२. लैपिंग प्रक्रम का प्रयोग करके सतहों पर वांछित फिनिशिंग प्राप्त की जाती है।


9. लैपिंग विधिया कितने प्रकार की होती हैं?

Ans - लैपिंग विधिया दो प्रकार की होती हैं-

१. हैंड लैपिंग

२. मशीन लैपिंग


10. हैंड लैपिंग (Hand Lapping) क्या है?

Ans - इस विधि में लैप तथा कार्यखंड में से किसी एक को हाथ से पकड़ कर दूसरे को गति दी जाती है जिसके फलस्वरूप दोनों की सतह परस्पर संपर्क में रहकर अपघर्षित होती रहती हैं इस प्रक्रिया को हैंड लैपिंग कहते हैं।


11. मशीन लेहन (Machine Lapping) किसे कहते हैं?

Ans - उच्च गुणवत्ता की फिनिशिंग प्राप्त करने के लिए और अधिक उत्पादन करने के लिए मशीन लेहन विधि का प्रयोग किया जाता है।


12. Hand Lapping का प्रयोग कहां किया जाता है?

Ans - हैंड लैपिंग का प्रयोग प्रेस कार्य की डाइयो, ढलाई की डाइयो, धातु के सांचो तथा सीमा गेज आदि के लेहन में किया जाता है।


13. Machine Lapping का प्रयोग कहां किया जाता है?

Ans - इसका प्रयोग गियर, क्रैंक शाफ्ट, मशीन बेयरिंग, पिस्टन, गेज व गेज ब्लॉक, ऑटो मोबाइल इंजन के पुर्जो और माइक्रो मीटर स्पिंडल के धातु की सतह को फिनिशिंग के लिए किया जाता है।


14. सुपर फिनिशिंग से आप क्या समझते हैं?

Ans - सुपरफिनिशिंग को एक ऐसी सूक्ष्म होनिंग प्रक्रिया मानी जाती है जिसमें उच्च गुणवत्ता वाली सतह की फिनिशिंग प्राप्त होती है तथा ग्राइंडिंग द्वारा सतह पर से चैटरिंग चिन्ह इत्यादि कमियों को दूर करने के लिए किया जाता है।


15. बफिंग (Buffing) किसे कहते हैं?

Ans - यह धातु की सतह को फिनिशिंग करने की ऐसी प्रक्रिया है जिसे पालिश करने के बाद, पालिश की हुई सतह पर चमक उत्पन्न करने के लिए किया जाता है।


16. Buffing का प्रयोग करके किस साइज के धातुओं को फिनिशिंग करके से हटाया जाता है?

Ans - Buffing का प्रयोग करके 0.025 से 0.0075 mm साइज के धातुओं को फिनिशिंग करके से हटाया जाता है।


17. Lapping के द्वारा कार्यखण्ड के किस सतह का फिनिशिंग किया जाता है?

Ans - Lapping के द्वारा कार्यखण्ड के बाह्य सतह का फिनिशिंग किया जाता है।


18. Honing के द्वारा कार्यखण्ड के किस सतह का फिनिशिंग किया जाता है?

Ans - Honing के द्वारा कार्यखण्ड के आंतरिक सतह का फिनिशिंग किया जाता है।


19. लेहन (Lapping) के दो लाभ बताइये?

Ans - लेहन (Lapping) के दो लाभ -

१. 12 mm व्यास तक के किसी भी कार्यखंड का लैपिंग आसानी से किया जा सकता है।

२. कार्यखंड की सतह मुलायम या कठोर हो उसका लैपिंग आसानी से किया जाता है।


20. लेहन (Lapping) के दो हानि बताइये?

Ans - लेहन (Lapping) के दो हानि-

१. लैपिंग प्रक्रिया करने के लिए कुशल कारीगर की आवश्यकता होती है।

२. वांछित आकार प्राप्त करने के लिए कार्यखण्ड सतह को टेस्ट करने की आवश्यकता पड़ सकती है जिसके कारण कभी कोई त्रुटि भी आ सकती है।


21. होनिग के दो लाभ बताइये?

Ans - होनिग के दो लाभ निम्न हैं -

१. होनिंग के द्वारा मुलायम से मुलायम और कठोर से कठोर धातु की फिनिशिंग आसानी से की जा सकती है।

२. लैपिंग की तुलना में इसकी उत्पादकता अधिक होती है।


22. होनिग (Honing) के दो हानि बताइये?

Ans - होनिग (Honing) के दो हानि निम्न है -

१. अपघर्षित सतहों के रिक्त स्थानों में जब पदार्थ भर जाता है तो होनिंग करना कठिन होता है।

२. जब कार्यखंड को आलम्ब नहीं मिल पाता है तो छिद्र विकृत हो जाते हैं जिसके कारण होनिंग नहीं हो पाता है।


23. सुपर फिनिशिंग प्रक्रिया में अपघर्षित पदार्थों के रूप में किसका प्रयोग किया जाता है?

Ans - सुपर फिनिशिंग प्रक्रिया में अपघर्षित पदार्थों के रूप में अपघर्षित स्टिक या पहिया का प्रयोग किया जाता है।


24. सुपर फिनिशिंग प्रक्रिया में बेलनाकार कार्यखण्ड के लिए किस अपघर्षित पदार्थ का  प्रयोग किया जाता है?

Ans - सुपर फिनिशिंग प्रक्रिया में बेलनाकार कार्यखण्ड के लिए  अपघर्षित स्टिक का  प्रयोग किया जाता है


25. सुपर फिनिशिंग प्रक्रिया में चोकोर कार्यखण्ड के लिए किस अपघर्षित पदार्थ का  प्रयोग किया जाता है?

Ans - सुपर फिनिशिंग प्रक्रिया में चोकोर कार्यखण्ड के लिए  अपघर्षित कप का  प्रयोग किया जाता है।


26. सुपर फिनिशिंग प्रक्रिया में कार्यखंड की सतह पर क्या कार्य किया जाता है?

Ans - सुपर फिनिशिंग प्रक्रिया में कार्यखंड की सतह पर दाग, धब्बे इत्यादि को हटाया जाता है।


27. हैंड लैपिंग में अपघर्षित पदार्थ किसका बना होता है?

Ans - हैंड लैपिंग में अपघर्षित पदार्थ एमरी, कोर्डम, एल्युमीनियम ऑक्साइड का बना होता है।


28. स्थिरवैद्युत फुहारन प्रक्रम (Electrostatic Spray) किसे कहते हैं?

Ans - ऐसी विधि जिसमें एयर गन स्प्रे के द्वारा आवेशित प्रलेप के छोटे कण विद्युत चुम्बक के रुप मे कार्य करते हुए कार्यखण्ड की सतह पर जाकर चिपक जाते हैं। ऐसी प्रक्रिया को Electrostatic Spray कहते हैं।


29. Electrostatic Spray में धारा का वोल्ट बढ़ाने पर क्या प्रभाव पड़ता है?

Ans - जब इलेक्ट्रोस्टेटिक स्प्रे में धारा का वोल्ट बढ़ाया जाता है तो कार्यखंड पर पर प्रलेपन की प्रक्रिया और भी अच्छी प्राप्त होती है।


30. Electrostatic Spray का प्रयोग कंहा किया जाता है?

Ans - Electrostatic Spray का प्रयोग वाहनों, अलमारी इत्यादि को प्रलेप करने में किया जाता है।


31. इलेक्ट्रोस्टेटिक स्प्रे (Electrostatic Spray) के दो दोष बताइये?

Ans - Electrostatic Spray के दो दोष निम्न है -

१. इस विधि का प्रयोग करने से कॉर्नर वाले स्थानों पर आकर्षक ज्यादा होने कारण पर लेपन ज्यादा गाढ़ा हो जाता है।

२. कार्यखंड के आंतरिक भागों में प्रलेपन अच्छी तरह नही हो पाता है।


32. ग्राइंडिंग कितने प्रकार के होते हैं?

Ans - ग्राइंडिंग दो प्रकार के होते हैं -

१. Rough Grinding

२. Precision Grinding


33. स्थूल अपघर्षण (Rough Grinding) को कितने भागो में बांटा गया है?

Ans - स्थूल अपघर्षण (Rough Grinding) को दो भागो में बांटा गया है -

१. स्नैगिंग ग्राइंडिंग

२. ऑफ हैंड ग्राइंडिंग


34. स्नैगिंग ग्राइंडिंग (Snagging Grinding) का प्रयोग किस सतह के लिए किया जाता है?

Ans - स्नैगिंग ग्राइंडिंग (Snagging Grinding) वहां पर की जाती है जहां पर सतह फिनिशिंग इनकी यथार्थता की परवाह किए बिना काफी मात्रा में धातु को हटाना होता है।


35. ऑफ हैंड ग्राइंडिंग (Off Hand Grinding) किसे कहते हैं?

Ans - ऐसा अपघर्षण जिसमें छोटे छोटे कार्यखंडों को हाथ में पकड़ कर उसे घूमने वाले अपघर्षण पहिया के संपर्क में लाकर जब घर्षण प्रक्रिया की जाती है ऐसे अपघर्षण प्रक्रिया को ऑफ हैंड ग्राइंडिंग (Off Hand Grinding) कहते हैं।


36. परिशुद्ध अपघर्षण (Precision Grinding) किसे कहते हैं?

Ans - ऐसा अपघर्षण प्रक्रम जिसके द्वारा सतहों की फिनिशिंग तथा उच्च कोटि की यथार्थता का निर्माण किया जाता है उसे परिशुद्ध अपघर्षण कहते हैं।


37. परिशुद्ध अपघर्षण (Precision Grinding) कितने प्रकार का होता है?

Ans - ये चार प्रकार के होते हैं -

१. सतह अपघर्षण

२. आकृति अपघर्षण

३. बाह्य बेलनाकार अपघर्षण

४. आंतरिक बेलनाकार अपघर्षण


38. होनिंग प्रक्रम में किस अपघर्षी पदार्थों का प्रयोग किया जाता है?

Ans - होनिंग प्रक्रम में एल्यूमीनियम ऑक्साइड, सिलीकान कार्बाईड या हीरे के कणों का प्रयोग अपघर्षी पदार्थों के रूप में प्रयोग किया जाता है।


39. पॉलिशिंग प्रक्रम में प्रयोग होने वाली अपघर्षी पहियों की चाल कितनी होती है?

Ans - पॉलिशिंग प्रक्रम में प्रयोग होने वाली अपघर्षी पहियों की चाल 1000 से 1500 मीटर प्रति मिनट होती है।


40. जब बहुत से कार्यखण्ड पर पॉलिशिंग प्रक्रिया करनी होती है तो क्या किया जाता है?

Ans - जब अधिक कार्यखण्ड पर पॉलिशिंग की प्रक्रिया करनी होती है तो अर्ध स्वचालित तथा पूर्ण स्वचालित पॉलिशिंकरण मशीन का प्रयोग किया जाता है।



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