संविलियन विद्यालय का अर्थ क्या है?

आजकल गांव में या शहरों में जब हम किसी सरकारी प्राथमिक विद्यालय और उच्च प्राथमिक स्कूल पर जाते हैं तो कंही कंही हमको देखने को मिल जाता है जहां पर संविलियन विद्यालय लिखा होता है। हम कभी कभी सोच में पड़ जाते हैं कि आखिर में संविलियन विद्यालय क्या मतलब होता है पहले तो ऐसा नहीं था। पहले गांवों या शहरों के छोटे सरकारी विद्यालय को प्राथमिक विद्यालय कहा जाता था, पर अब ऐसा क्यों है। इन्ही सब सवालों का जवाब हम जानेंगे। आज हम ही जानेंगे कि संविलियन विद्यालय का क्या अर्थ होता है।


संविलियन का अर्थ -:

दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं कि संविलियन का अर्थ होता है किसी एक वस्तु का दूसरे वस्तु में मिल जाना। संविलियन को English में Merger कहा जाता है जिसका अर्थ है एक वस्तु का दूसरे उसी वस्तु में विलय हो जाना।

जब कोई एक वस्तु, विद्यालय, संस्था, कंपनी इत्यादि दूसरे वस्तु, विद्यालय, संस्था, कंपनी आदि में मिलकर एक हो जाते हैं तो यह प्रक्रिया संविलियन (Merger) कहलाती है। संविलियन में दो वस्तुओं का मिलन होता है और एक बड़ी वस्तु का निर्माण होता है। वह वस्तु विद्यालय कंपनी, संस्था आदि कुछ भी हो सकता है।


संविलियन विद्यालय का अर्थ क्या है? Samviliyan Vidyalay
संविलियन विद्यालय


संविलियन विद्यालय का अर्थ -:

आजकल गांव या शहर के प्राथमिक विद्यालय का आपस में संविलियन हो रहा है। जिसका आशय है दो विद्यालय आपस में मिल रहे हैं।

यह प्रक्रिया वहीं पर संभव है जहां पर प्राइमरी प्राथमिक विद्यालय और उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। प्राइमरी विद्यालय शुरू से लेकर कक्षा 5 तक होता है और जूनियर विद्यालय कक्षा 6 से लेकर कक्षा 8 तक होता है। अतः एक ही स्थान या प्रांगण में स्थित  प्राइमरी विद्यालय और जूनियर विद्यालय आपस में मिलकर एक विद्यालय हो जाएंगे तो उसे संविलियन विद्यालय कहा जाएगा परंतु इसके कुछ नियम है।

सरकार के निर्देशानुसार एक ही जगह पर स्थित प्राइमरी विद्यालय में या जूनियर विद्यालय में, इन दोनों विद्यालय में से जिन विद्यालय में बच्चों की संख्या अधिक होगी, संविलियन उसी विद्यालय के नाम से होगा।

कहने का तात्पर्य है यह है कि प्राइमरी स्कूल या जूनियर स्कूलों में से जिस स्कूल में बच्चे की संख्या ज्यादा होगी, उनमें कम बच्चे वाले स्कूल का संविलियन हो जाएगा।

माना प्राइमरी स्कूल में ज्यादा बच्चे हैं और जूनियर स्कूल में कम बच्चे हैं तब जूनियर स्कूल प्राइमरी स्कूल में मिल जाएगा, परंतु अगर प्राइमरी स्कूल में कम बच्चे हैं और जूनियर स्कूल में अधिक बच्चे हैं तो प्राइमरी स्कूल जूनियर स्कूल में मिल जाएगा।

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