मोल्डिंग प्रक्रम (Moulding Process) से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न - उत्तर

मोल्डिंग प्रक्रम (Moulding Process)


1. मोल्डिंग प्रक्रिया (Moulding Process) किसे कहते हैं?

Ans - पैटर्न की सहायता से बालू में सांचा तैयार करने की प्रक्रिया को मोल्डिंग प्रक्रिया (Moulding Process) कहते हैं।


2. मोल्डिंग बालू में कौन-कौन से पदार्थ होते हैं?

Ans - मोल्डिंग बालू में निम्न पदार्थ होते हैं -

१. सिलिका रेत (Silica Sand)

२. क्ले (Clay)

३. नमी (Moisture)

४. यौगिक अवयव (Additive Elements)


3. मोल्डिंग बालू में सिलिका रेत का क्या कार्य होता है?

Ans - मोल्डिंग बालू में सिलिका रेत मिले होने के निम्न लाभ हैं -

१. अधिक ताप सहने की क्षमता का विकास होना

२. रासायनिक प्रतिरोधकता को कम करना

३. पारगम्यता


4. मोल्डिंग बालू में सिलिका रेत अधिक मिले होने से क्या हानि होती है?

Ans - जब सिलिका रेत, मोल्डिंग बालू में अधिक होती है तो मोल्ड की ग्रीन और ड्राई दोनों ही सामर्थ्य कम हो जाता है।


5. रेत किसे कहते हैं?

Ans - 0.1 mm  से 1 mm तक के कणों के आकार को रेत कहते हैं।


6. क्ले (Clay) किसे कहते हैं?

Ans - 0.1 mm  से  छोटे कणों के आकार को क्ले (Clay) कहते हैं।

परन्तु AFS के अनुसार क्ले (Clay) की परिभाषा निम्न प्रकार से दी जाती है-

वे कण जो पानी में मिलाने पर 25 mm प्रति मिनट की दर से नीचे नहीं बैठते हैं उन्हें क्ले (Clay) कहते हैं।


7. सिलिका रेत कितने प्रकार के होते हैं?

Ans - सिलिका रेत चार प्रकार का होता है -

१. गोलाईदार कण (Rounded Grains)

२. कोणीय कण (Angular Grains)

३. अर्धकोणीय कण (Sub-Angular Grains)

४. संयुक्त कण (Compounded Grains)


8. संयुक्त कण (Compounded Grains) किसे कहते हैं?

Ans - ऐसे कण जिनको सीमेंट के द्वारा आपस में जोड़ दिया जाता है उन्हें संयुक्त कण (Compounded Grains) कहते हैं।


9. गोलाईदार कण और अर्धकोणीय कण में अंतर बताइये?

Ans - गोलाईदार कणों के बीच में खाली स्थान अधिक रहता है और मोल्ड की सामर्थ्य कम होती है। जबकि अर्धकोणीय कण में खाली स्थान, गोलाईदार कण की अपेक्षा कम होता है परंतु मोल्ड की सामर्थ्य अधिक होती है।


10. कोणीय कण (Angular Grains) क्या है?

Ans - ऐसा कण जिसमें मोल्ड की पारगम्यता सबसे कम और सामर्थ्यता सबसे अधिक होती है। ऐसे कण को Angular Grains कहते हैं। इस कणों का आकार समतल तथा कोर , शार्प होती है।


11. क्ले (Clay) कण कितने प्रकार के होते हैं?

Ans - ये दो प्रकार के होते हैं -

१. महीन सिल्ट (Fine Silt)

२. शुद्ध क्ले (Pure Clay)


12. क्ले (Clay) कण फ्यूज क्यों हो जाते हैं?

Ans - क्ले (Clay) कण अधिक ताप नही सहन कर पाते हैं इसलिए फ्यूज हो जाते हैं और मोल्ड की ताप सहन करने की सामर्थ्य कम हो जाती है।


13. मोल्डिंग रेत की बॉन्डिंग स्ट्रेंथ किस पर निर्भर करती है?

Ans - मोल्डिंग रेत की बॉन्डिंग स्ट्रेंथ क्ले (Clay) कण की नमी पर निर्भर करती है।


14. मोल्डिंग बालू में यौगिक अवयव क्या होते हैं?

Ans - यौगिक अवयव को मोल्डिंग रेत में मिला देने से रेत धातु के ताप को सहन करने योग्य बन जाता हैं।


15. यौगिक अवयव के रूप में कौन से पदार्थ मोल्डिंग बालू में मिलाए जाते हैं?

Ans - यौगिक अवयव के रूप में निम्न पदार्थ मोल्डिंग बालू में मिलाए जाते हैं -

●शीरा (Molasses)

●अलसी का तेल (Linseed Oil)

●सोडियम सिलीकेट (Sodium Silicate)

●सल्फाइट लाई (Sulphite)

●कोल डस्ट (Coal Dust)

●आयरन ऑक्साइड (Iron Oxide)

●डेक्सट्रिन (Dextrin)

●कुछ फाइबल पदार्थ (Some Fibrous Material)


16. शीरा (Molasses) का प्रयोग मोल्डिंग बालू में क्यों किया जाता है?

Ans - यह चीनी मिल से प्राप्त हल्के भूरे रंग का चिपचिपा पदार्थ होता है। शीरा (Molasses) बालू को सूखने नहीं देता है और उसके सामर्थ्य को बढ़ाता है शीरे के प्रयोग से मोल्डिंग के गिरने की संभावना कम हो जाती है और ग्रीन मोल्ड का सामर्थ्य बढ़ जाता है।


17. अलसी का तेल (Linseed Oil) मोल्ड बालू में क्या कार्य करता है?

Ans - इसे कोर आयल के नाम से भी जाना जाता है अलसी के तेल में मिले हुए बालू को जब 200 से 240 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर 1 से 3 घंटे तक गर्म किया जाता है तो बालू को सामर्थ्य प्राप्त होती है।


18. सोडियम सिलीकेट (Sodium Silicate) किसे कहते हैं?

Ans - सोडियम सिलिकेट का प्रयोग मोल्ड और कोर दोनों को बनाने में काम आता है जब बालू को हवा में सुखाया जाता है तो उसमें शक्ति प्रवाह करने का कार्य सोडियम सिलीकेट करता है इसे वाटर ग्लास के नाम से भी जाना जाता है।


19. मोल्डिंग रेत में सल्फाइट लाई (Sulphite Lye) मिलाने से क्या लाभ होता है?

Ans - मोल्डिंग रेत में सल्फाइट लाई (Sulphite Lye) मिलाने से लाभ -

●इसे मिलाने से सूखे बालू की सामर्थ्य बढ़ जाती है।

●जब यह बालू में मिलाया जाता है तो मोल्ड में बालू गिरने नहीं देता है।

●इसके प्रयोग से गीले बालू की भी सामर्थ्य बढ़ती है।


20. कोल डस्ट (Coal Dust) को मोल्डिंग बालू में मिलाने से क्या लाभ होता है?

Ans - मोल्डिंग की दीवारों को पिघली धातु से सुरक्षित रखने के लिए कोल्ड डस्ट को ग्रीन सेंड और ड्राई सेंड मोल्डिंग में प्रयोग किया जाता है।


21. आयरन ऑक्साइड (Iron Oxide) को मोल्डिंग बालू में मिलाने से किन गुणों का विकास होता है?

Ans - जब आयरन ऑक्साइड को मोल्डिंग बालू में मिलाया जाता है तो निम्न गुण बढ़ते हैं -

●जब बालू को अधिक ताप लगता है तो आयरन ऑक्साइड कोर को टूटने से बचाता है।

●आयरन ऑक्साइड को मिला देने से बालू में ताप सहने की शक्ति आ जाती है।


22. मोल्डिंग बालू के गुण बताइए?

Ans - मोल्डिंग बालू में निम्न गुण सम्मिलित होते हैं -

●पारगम्यता (Permeability)

●Flowability

●Collapsibility

●Bench Life

●महीनता (Fineness)

●शुष्क सामर्थ्य (Dry Strength)

●Green Strength

●Hot Strength

●ताप सहन (Chemical Resistivity)

●Refractoriness


23. पारगम्यता (Permeability) किसे कहते हैं?

Ans - जब वायु तथा ढलाई से उपजी, अन्य गैसे बालू के अंदर से होकर पास हो जाती हैं और ढलाई को कोई हानि भी नहीं पहुंचती है तो इस बालू के इस गुण को पारगम्यता (Permeability) कहते हैं।


24. Flowability किसे कहते हैं?

Ans - जब पैटर्न लगाकर भाडू को दावा जाता है तो बालू सभी स्थानों पर के किसी घनत्व मैं लगती है बालू के इस गुण को Floatability कहते हैं।


25. Collapsibility किसे कहते हैं?

Ans - मोल्डिंग बालू का वह गुण जिसके द्वारा बालू गर्म होकर कास्टिंग की सतह से चिपकता नहीं है और आसानी से कास्टिंग से अलग हो जाता है और पुनः प्रयोग करने के लायक होता है मोल्डिंग रेत के इस गुण को Collapsibility कहते हैं।


26. बेंच लाइफ (Bench Life) किसे कहते हैं?

Ans - मोल्ड बनाने के बाद, मोल्ड अपने गुणों को जितने समय तक बनाए रखता है उस समय को बेंच लाइफ (Bench Life) कहते हैं।


27. मोल्डिंग बालू में महीनता (Fineness) का कार्य होता है?

Ans - मोल्डिंग बालू में महीने रेत होने से कास्टिंग की सतह चिकनी प्राप्त होती हैं।


28. मोल्डिंग रेत में शुष्क सामर्थ्य (Dry Strength) की क्या परिभाषा दी जा सकती है?

Ans - मोल्डिंग रेत की वह ताकत जब वह सूख जाती है तब भी पिघली धातु के दाब और गर्मी को सहन करती है मोल्डिंग रेत की शुष्क सामर्थ्य (Hot Strength) कहलाती है।


29. Green Strength किसे कहते हैं?

Ans - जब मोल्डिंग बालू के लिए बालू का मिश्रण तैयार हो जाता है तो मोल्ड बनाने की सामर्थ्य को ही Green Strength कहते हैं।


30. Hot Strength किसे कहते हैं?

Ans - मोल्डिंग बालू का वह गुण जिसके कम होने से कास्टिंग के फूटने, क्रैक होने या टूटने का डर रहता है इस गुण को Hot Strength कहते हैं।


31. ताप सहन (Chemical Resistivity) किसे कहते हैं?

Ans - मोल्डिंग बालू की ताप सहने वाले गुण को ताप सहन (Chemical Resistivity) कहते हैं।


32. रासायनिक प्रतिरोधकता (Refractoriness) किसे कहते हैं?

Ans - मोल्डिंग बालू का वह गुण जिसके कारण रेत बालू के साथ कोई रासायनिक प्रतिक्रिया नहीं करती है और इस बालू को बार - बार प्रयोग भी किया जा सकता है इस प्रकार बालू के इस गुण को रासायनिक प्रतिरोधकता (Refractoriness) कहते हैं।


33. मोल्डिंग बालू कितने प्रकार के होते हैं?

Ans - मोल्डिंग बालू को दो प्रकार से बांटा गया है-

१. उपलब्धता के आधार पर

२. उपयोगिता के आधार पर


34. उपलब्धता के आधार पर मोल्डिंग बालू कितने प्रकार के होते हैं?

Ans - उपलब्धता के आधार पर बालू के प्रकार -

१. प्राकृतिक मोल्डिंग बालू (Natural Moulding Sand)

२. सिंथेटिक मोल्डिंग बालू (Synthetic Moulding Sand)


35. प्राकृतिक मोल्डिंग बालू (Natural Moulding Sand) किसे कहते हैं?

Ans - ऐसे बालू जो प्राकृतिक में उपलब्ध होते हैं और इनमें सिलिका रेत तथा क्ले दोनों के कण सम्मिलित होते हैं ऐसे बालू को प्राकृतिक मोल्डिंग बालू (Natural Moulding Sand) कहते हैं।


36. सिंथेटिक मोल्डिंग बालू (Synthetic Moulding Sand) किसे कहते हैं?

Ans - इस बालू में केवल सिलिका रेत होता है। जिसमें बहुत ही कम मात्रा में क्ले के कण उपलब्ध होते हैं।

सिलिका रेत में आवश्यकतानुसार यौगिक पदार्थों को मिलाकर इच्छानुसार सामर्थ्य और गुणों को प्राप्त करके जो बालू बनाया जाता है उसे सिंथेटिक मोल्डिंग बालू (Synthetic Moulding Sand) कहते हैं।


37. सिंथेटिक मोल्डिंग बालू का प्रयोग सबसे अधिक किसमें किया जाता है?

Ans - सिंथेटिक मोल्डिंग बालू का प्रयोग सबसे अधिक प्रयोग स्टील फाउंड्री में किया जाता है।


38. अच्छा मोल्ड बनाने के लिए किस बालू का प्रयोग किया जाता है?

Ans - अच्छा मोल्ड बनाने के लिए सिंथेटिक मोल्डिंग बालू का प्रयोग किया जाता है।


39. उपयोगिता के आधार पर मोल्डिंग बालू कितने प्रकार के होते हैं?

Ans - उपयोगिता के आधार पर मोल्डिंग बालू के प्रकार -

●ग्रीन या आद्र बालू (Green Sand)

●शुष्क बालू (Dry Sand)

●पार्टिंग बालू (Parting Sand)

●बैकिंग बालू (Backing Sand)

●लोम बालू (Loam Sand)

●कोर बालू (Core Sand)

●फेसिंग बालू (Facing Sand)


40. ग्रीन या आद्र बालू (Green Sand) किसे कहते हैं?

Ans - इस बालू के मोल्ड को सुखाने की आवश्यकता नहीं होती है तथा इसमें 6% से 8% तक पानी की मात्रा रहती है। इसमें क्ले भी कुछ अधिक मात्रा में 18% से 30% रहता है, जिसे ग्रीन या आद्र बालू (Green Sand) कहा जाता है।


41. शुष्क बालू (Dry Sand) किसे कहते हैं?

Ans - ऐसा बालू जिसमें गैसे तथा भाप कम मात्रा में बनती हैं और इसकी ड्राई स्टैंड अधिक होती है और इसमें मोल्ड की सामर्थ्य और कठोरता भी अधिक होती है। ऐसे बालू को शुष्क बालू (Dry Sand) कहते हैं।


42. पार्टिंग बालू (Parting Sand) किसे कहते हैं?

Ans - पार्टिंग पदार्थ के रूप में प्रयोग होने वाले बालू को पार्टिंग बालू (Parting Sand) कहते हैं।


43. बैकिंग बालू (Backing Sand) किसे कहते हैं?

Ans - मोल्ड में चारों तरफ फेसिंग बालू लगाने के बाद में बचे खाली स्थान को भरने के लिए जिस बालू का प्रयोग किया जाता है उसे बैकिंग बालू (Backing Sand) कहते हैं।


44. लोम बालू (Loam Sand) किसे कहते हैं?

Ans - ऐसा बालू जिसका प्रयोग नॉन फेरस धातुओं की कास्टिंग के लिए किया जाता है और इसमें क्ले की मात्रा 50% तक रहती है तथा कुछ अन्य यौगिक पदार्थ भी इस बालू में मिले रहते हैं ऐसे बालू कोलोम बालू (Loam Sand) कहते हैं।


45. कोर बालू (Core Sand) किसे कहते हैं?

Ans - ऐसा बालू जिसके द्वारा कोर बनाया जाता है उसे  कोर बालू (Core Sand) कहते हैं।


46. फेसिंग बालू (Facing Sand) कहते हैं?

Ans - ऐसा बालू जिसको पैटर्न के चारों ओर लगाकर अच्छी सतह प्राप्त की जाती है उसे फेसिंग बालू (Facing Sand) कहते हैं।


47. मोल्डिंग बालू का परीक्षण कितने विधियों द्वारा किया जा सकता है?

Ans - यह दो प्रकार से किए जा सकते हैं-

●बालू के अवयवों को निर्धारित करने वाले परीक्षण

●बालू के गुणों को निर्धारित करने वाले परीक्षण


48. अगर मोल्ड का पारगम्यता बढ़ाया जाता है तो सामर्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

Ans - मोल्ड की पारगम्यता बढ़ाने पर सामर्थ्य घट जाता है।


49. मोल्ड की पारगम्यता मापने के लिए किस यंत्र का प्रयोग किया जाता है?

Ans - मोल्ड की पारगम्यता मापने के लिए पारगम्यता मापक (Permeability Meter) यंत्र का प्रयोग किया जाता है।


50. मोल्ड (Mould) किसे कहते हैं?

Ans - पैटर्न को बालू में दबाकर जब पैटर्न को बाहर निकाला जाता है तो पैटर्न के साइज और आकार का जो सांचा बनता है उसे मोल्ड कहते हैं।


51. कास्टिंग किसे कहते हैं?

Ans - मोल्ड में पिघली हुई धातु को भरकर ठंडा होने दिया जाता है और जब धातु ठंडी होकर ठोस रूप ग्रहण कर लेती है तो इस प्रक्रिया को कास्टिंग (Casting) कहते हैं।


52. पिघली हुई धातु को मोल्ड तक पहुंचाने के लिए किन उपकरणों का प्रयोग किया जाता है?

Ans - यह निम्न हैं -

●पोरिंग कप (Pouring Cup)

●रनर (Runner)

●गेट (Gate)

●राइजर (Riser)

●स्प्रू (Sprue)


53. पोरिंग कप (Pouring Cup) क्या है?

Ans - पिघली हुई धातु को उड़ेलेने के लिए कप बनाया जाता है। कप का प्रयोग करने से पिघली धातु इधर-उधर नहीं होती है।


54. रनर (Runner) किसे कहते हैं?

Ans - पिघली हुई धातु जिस माध्यम से होकर गेट तक पहुंचती है उस माध्यम को रनर (Runner) कहते हैं।


55. गेट (Gate) से आप क्या समझते हैं?

Ans - रनर को मोल्ड से जोड़ने के लिए गेट का प्रयोग किया जाता है। गेट को ड्रैग के अंदर भी बनाया जाता है।


56. स्प्रू (Sprue) क्या होता है?

Ans - यह गेट और रनर को जोड़ने के लिए कोप में रास्ता बनाता है जिसे स्प्रू कहते हैं।


57. मोल्ड ड्रैसिंग पदार्थ (Mould Dressing Materials) किसे कहते हैं?

Ans - मोल्ड और कोर बनाने के बाद उसकी सतह पर एक पदार्थ का लेप किया जाता है जिसे मोल्ड ड्रैसिंग पदार्थ (Mould Dressing Materials) कहते हैं।


58. पार्टिंग पदार्थ (Parting Agents) किसे कहते हैं?

Ans - ऐसे पदार्थ जिनको लगाकर पैटर्न से मोल्ड और कोर की बालू को आसानी से छुड़ाया जाता है उनको पार्टिंग पदार्थ (Parting Agents) कहते हैं।


59. किस धातुओं को कास्टिंग करने के बाद बालू जलकर अपने बॉन्डिंग गुणों को खो देती है?

Ans - उच्च गलनांक वाली धातुओं को कास्टिंग करने के बाद बालू जलकर अपने बॉन्डिंग गुणों को खो देती है।


60. दो उच्च गलनांक वाली धातु के नाम बताइए?

Ans - ये निम्न हैं -

१. स्टील

२. कास्ट आयरन


61. मोल्डिंग बालू की तैयारी कैसे की जाती है?

Ans - मोल्डिंग बालू के गुणों में विकास करने के लिए कुछ यौगिको को मिलाकर मोल्डिंग बालू बनाने की प्रक्रिया बालू की तैयारी करना कहा जाता है।


62. मोल्ड बालू तैयार करने वाले उपकरणों के नाम बताइए?

Ans - मोल्ड के लिए बालू तैयार करने वाले उपकरण -

●छननी

●मिक्सर

●मैग्नेटिक सेपरेटर

●एयरेटर


63. मोल्डिंग बालू बनाते समय चुंबकीय पदार्थों को साफ करने के लिए किसका प्रयोग किया जाता है?

Ans - बालू में से चुंबकीय पदार्थों को साफ करने के लिए छननी (Riddle) का प्रयोग किया जाता है।


64. मोल्डिंग प्रक्रम में एयरेटर का प्रयोग बताइये?

Ans - एयरेटर के द्वारा आपस में एक दूसरे से चिपके हुए बालू के कण को अलग किया जाता है। जिससे बालू बहने योग्य बन जाती है।


65. मोल्डिंग के दोष बताइए?

Ans - मोल्डिंग के दोष निम्न हैं -

●सैंड ब्लो (Sand Blow)

●सैंड वाश (Sand Wash)

●ड्रॉप (Drop)

●क्रश (Crush)

●कोर ब्लो (Core Blow)

●मिसमैचिंग (Mismatching)


66. सैंड ब्लो (Sand Blow) दोष क्या है?

Ans - मोल्डिंग बालू की पारगम्यता कम होने के कारण कास्टिंग में ही गैसे रुक जाती हैं जिसके कारण Sand Blow दोष आता है।


67. सैंड वाश (Sand Wash) दोष क्या है?

Ans - पिघली हुई धातु जब कमजोर मोल्ड में डाली जाती है तो बालू को भी अपने साथ बहाकर ले जाती है जिसे सैंड वाश (Sand Wash) दोष कहते हैं।


68. ड्रॉप (Drop) दोष क्या है?

Ans - बालू के कुछ टुकड़े जब टूट कर मोल्ड में गिर जाते हैं तो इसके कारण कास्टिंग का सही आकार का नहीं हो पाता है, जिसे ड्रॉप दोष कहते हैं।


69. क्रश (Crush) दोष क्या है?

Ans - मोल्ड के दोनों हिस्सों कोप तथा ड्रैग को फिट करते समय यदि बालू दब जाता है तो उसे क्रश कहते हैं।


70. कोर ब्लो (Core Blow)  किसे कहते हैं?

Ans - जब कोर को ठीक से पकाएं नहीं जाता है तो कोई से उपजी गैसे धातु से होकर बाहर निकलती हैं जिसके कारण कोर वाली ढलाई यों में ब्लो होल आ जाते हैं ऐसे दोष को कोर ब्लो (Core Blow) दोष कहते हैं।


71. मिसमैचिंग (Mismatching) क्या होता है?

Ans - यह दोष डावल पिनों तथा क्लैंप के ढीले होने से होता है। इसलिए जब बक्सों की कास्टिंग की जाती है तभी यह दोष उत्पन्न होता है।


72. कास्टिंग कितनी प्रकार से की जा सकती है?

Ans - कास्टिंग करने के लिए तीन विधियां हैं -

१. सैंड कास्टिंग (Sand Casting)

२. स्थाई मोल्ड कास्टिंग (Permanent Mould Casting)

३. अपकेंद्रीय कास्टिंग (Centrifugal Casting)


73. सबसे अधिक किस कास्टिंग का प्रयोग किया जाता है?

Ans - सबसे अधिक सैंड कास्टिंग (Sand Casting) का प्रयोग किया जाता है।


74. सैंड कास्टिंग के आधार पर बालू के मोल्ड बनाने की विधियों को कितने भागों में बांटा गया है?

Ans - सैंड कास्टिंग के आधार पर बालू के मोल्ड दो विधियों द्वारा बनाए जाते हैं-

१. मोल्ड तैयार करने की विधि के अनुसार

२. मोल्ड में प्रयुक्त बालू के अनुसार


75. मोल्ड तैयार करने की विधि के अनुसार सैंड मोल्डिंग कितने प्रकार के होते हैं?

Ans - यह दो प्रकार के होते हैं-

१. हस्त मोल्डिंग (Hand Moulding)

२. मशीन मोल्डिंग (Machine Moulding)


76. हस्त मोल्डिंग (Hand Moulding) किसे कहते हैं?

Ans - ऐसी मोल्डिंग, जिसमें मोल्ड तैयार करने के लिए किसी मशीन का प्रयोग नहीं किया जाता बल्कि छोटे-छोटे हाथ के औजार का प्रयोग करके बालू के मोल्ड का निर्माण किया जाता है उस मोल्डिंग प्रोसेस को हस्त मोल्डिंग (Hand Moulding) कहते हैं।


77. हस्त मोल्डिंग (Hand Moulding) कितने प्रकार के होते हैं?

Ans - हस्त मोल्डिंग (Hand Moulding) पांच प्रकार के होते हैं -

१. स्वीप मोल्डिंग (Sweep Moulding)

२. बेंच मोल्डिंग (Bench Moulding)

३. फ्लोर मोल्डिंग (Floor Moulding)

४. पिट मोल्डिंग (Pit Moulding)

५. प्लेट मोल्डिंग (Plate Moulding)


78. मशीन मोल्डिंग (Machine Moulding) किसे कहते हैं?

Ans - मशीनों का प्रयोग करके मोल्ड बनाने की प्रक्रिया को मशीन मोल्डिंग कहते हैं।


79. बड़े और जटिल मोल्ड किस मोल्डिंग विधि द्वारा बनाए जाते हैं?

Ans - बड़े और जटिल मोल्ड हस्त मोल्डिंग विधि द्वारा बनाए जाते हैं।


80. मोल्ड में प्रयुक्त बालू के आधार पर सैंड मोल्डिंग को कितने प्रकार से बांटा जा सकता है?

Ans - प्रयुक्त बालू के आधार पर आधार पर सैंड मोल्डिंग को वर्गीकृत कर सकते हैं -

●सोडियम सिलीकेट प्रक्रिया (Sodium Silicate Process)

●आर्द्र बालू मोल्डिंग (Green Sand Moulding)

●शैल मोल्डिंग प्रक्रिया (Shell Moulding Process)

●स्किन ड्राई मोल्डिंग (Skin Dry Moulding)

●हवा द्वारा सुखाए मोल्ड (Air Dried Mold)

●सीमेंट सैंड मोल्डिंग (Cement Sand Moulding)

●लोम सैंड मोल्डिंग (Loam Sand Moulding)

●शुष्क बालू मोल्डिंग (Dry Sand Moulding)


81. सोडियम सिलीकेट प्रक्रिया (Sodium Silicate Process) किसे कहते हैं?

Ans - जब सिलिका बालू के साथ द्रव बाइंडर के रूप में सोडियम सिलिकेट का प्रयोग किया जाता है तो इस प्रक्रिया को सोडियम सिलीकेट प्रक्रिया कहते हैं।


82. आर्द्र बालू मोल्डिंग (Green Sand Moulding) किसे कहते हैं?

Ans - जब मोल्ड बनाने के लिए आद्र बालू का प्रयोग किया जाता है और पिघली धातु को मोल्ड में उड़ेलेते समय भी आद्र बालू का ही प्रयोग किया जाता है तो उसे आर्द्र बालू मोल्डिंग (Green Sand Moulding) कहते हैं।


83. सिलिका रेत के कितने ग्रेड होते हैं?

Ans - सिलिका रेत के तीन ग्रेड होते हैं -

१. A - 98%

२. B - 95 - 98%

३. C - 90 - 95%


84. बालू के कणों का साइज ज्ञात करने के लिए किस मशीन का प्रयोग किया जाता है?

Ans - बालू के कणों का साइज ज्ञात करने के लिए सीव शेकर (Sieve Shaker) मशीन का प्रयोग किया जाता है।


85. बालू में क्ले की % मात्रा ज्ञात करने के लिए किसका प्रयोग किया जाता है?

Ans - बालू में क्ले की % मात्रा ज्ञात करने के लिए क्ले कॉन्टेंट टेस्टर (Clay Content Tester) का प्रयोग किया जाता है।


86. बालू के गुणों को मापने वाले परीक्षण कितने प्रकार से किए जा सकते हैं?

Ans - बालू के गुणों को निर्धारित करने वाले परीक्षण निम्न प्रकार से किए जाते हैं -

●मोल्ड की कठोरता मापकर

●मोल्ड का सामर्थ्य ज्ञात करके

●पारगम्यता जांच करके

●उच्च तापीय गुण माप करके


87. मोल्ड की कठोरता किससे मापी जाती है?

Ans - मोल्ड की कठोरता को मापने के लिए डायल गेज की तरह दिखने वाले उपकरण का प्रयोग किया जाता है जिसे कठोरता मापी (Hardness Tester) कहते हैं।


88. बेंच मोल्डिंग कितने प्रकार के होते हैं?

Ans - बेंच मोल्डिंग तीन प्रकार की होती है -

१. टू बॉक्स मोल्डिंग

२. थ्री बॉक्स मोल्डिंग

३. स्टेक मोल्डिंग


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