कैड (CAD) किसे कहते हैं? लाभ और हानि । अनुप्रयोग

Computer Aided Design (CAD) in Hindi -:

डिजाइन से सम्बंधित कार्यों के लिए जैसे - डिजाइन को बनाने, डिजाइन का विकास करने या डिजाइन का विश्लेषण करने के लिए जब कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है तो उसे कंप्यूटर ऐडेड डिजाइन/कैड (CAD) कहते हैं। CAD का Full नाम Computer Aided Design है।

CAD के मुख्य दो घटक होते हैं -

१. इंटरएक्टिव कंप्यूटर ग्राफिक्स/ICG (Interactive Computer Graphics)

२. डिज़ाइनर (Designer)


Computer Aided Design (CAD) in Hindi

१. ICG (Interactive Computer Graphics) -:

यह एक तरह का सिस्टम होता है जो हार्डवेयर सॉफ्टवेयर से मिलकर बना होता है। इस सिस्टम का उपयोग करके डिजाइन के डाटा को चित्रों के रूप में, आरेखों और चिन्हों के रूप में प्रदर्शित करते हैं, साथ ही साथ इन चिन्हों, आरेखों और चित्रों में बदलाव, सुधार छोटा या बड़ा, जोड़ना या घटाना भी आसानी से कर सकते हैं।

कैड से इंटरएक्टिव कंप्यूटर ग्राफिक्स (ICG) सिस्टम का सीधा संबंध होता है। इस सिस्टम के द्वारा डाटा के चित्रों और प्रतीकों को मॉनिटर पर प्रदर्शित किया जाता है और साथ ही साथ इनको बनाया भी जाता है। इस तरह से हम कह सकते हैं कि इंटरएक्टिव कंप्यूटर ग्राफिक (ICG), कैड का अवयव है।


२. डिज़ाइनर (Designer) -:

यह भी CAD का ही अवयव होता है। यह स्वतंत्र विचारक के रूप में कार्य करता है। इसके द्वारा किसी उत्पाद की कल्पना की जाती है और उसे रूप देने के लिए विभिन्न प्रकार की ज्यामितीय रचना की जाती है।

डिजाइनर के द्वारा कंप्यूटर के कार्य को गति प्रदान करने के साथ-साथ इसका प्रदर्शन करना और सूचनाएं एकत्र करना भी होता है।


CAD के लाभ (Advantages of Computer Aided Design in Hindi) -:

1) इंजीनियरिंग में उत्पादन दर को बढ़ाने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।

2) कैड (CAD) के द्वारा बनाए गए डिजाइन स्वच्छ और सुंदर होते हैं।

3) CAD में मैनुअल ड्राफ्टिंग के कारण त्रुटियों में कमी होती है।

4) इसके द्वारा निर्माण किए गए डिजाइन यथार्थ एवं परिष्कृत होते हैं।

5) कैड के द्वारा बनाए गए डिजाइन में बदलाव आसानी से हो जाता है।

6) CAD का उपयोग करने से समय की भी बचत होती है।


CAD से हानि (Disadvantages of Computer Aided Design in Hindi) -:

1) अचानक कंप्यूटर बंद या खराब होने से कार्य पूरी तरह अधूरा या नष्ट हो जाता है।

2) CAD में बनाए गए कार्य को हैक किया जा सकता है।

3) इसके सॉफ्टवेयर को चलाने के लिए सीखने की आवश्यकता होती है।

4) अगर कम्प्यूटर कंही खराब या उसकी सीडी बेकार हो जाए तो पूरा बनाया गया डिजाइन मिट जाता है।

5) अगर कंप्यूटर को सुरक्षित नहीं रखा गया तो डिजाइन वाले सीडी और कैसेट वायरस से ग्रसित हो जाते हैं।

6) प्रयोग होने वाले सी.डी. सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम को हमेशा अपडेट करना होता है।


CAD/कैड के अनुप्रयोग (Applications of Computer Aided Design in Hindi) -:

1) इसके अंतर्गत प्रतिबल विकृति की गणना, ऊष्मा अंतरण विश्लेषण इत्यादि जैसे कार्य किए जाते हैं।

2) कैड का प्रयोग करके कंप्यूटर के द्वारा कम से कम समय में यथार्थ इंजीनियरिंग की डिजाइन प्राप्त की जा सकती है।

3) किसी पार्ट के ज्यामितीय का गणित वर्गीकरण इसके अंतर्गत आ जाते हैं।

4) CAD में स्वचालित ड्राफ्टिंग के द्वारा डिजाइन की कॉपी तैयार की जा सकती है।

5) ग्राफिक्स टर्मिनल का उपयोग करके डिजाइन की यथार्थता मापी जा सकती है।

6) असेंबली, यांत्रिक जोड़, विमीय गणना इत्यादि डिजाइनर रिव्यू एंड मूल्यांकन के अंतर्गत आ जाता है।


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