घर्षण वेल्डिंग (Friction Welding in Hindi)

ऐसी वेल्डिंग जिसमे दो कार्यखंडो को आपस में बलपूर्वक घर्षण कराया जाता है। घर्षण करने से प्राप्त उष्मा के द्वारा कार्यखण्ड प्लास्टिक अवस्था की तरफ बढ़ने लगती है, और जैसे ही कार्यखण्ड की धातु प्लास्टिक अवस्था तक आती है उसी समय कार्यखण्ड पर दाब लगाकर एक-दूसरे को आपस में वेल्ड कर दिया जाता है, इस प्रकार होने वाली वेल्डिंग को Friction Welding कहते है।
इस वेल्डिंग के लिए साधारण मशीन प्रयोग की जाती है जिसमें एक चक लगा होता है जो गोलाकार घूमता है।
इस मशीन में टेलस्टॉक और हेड स्टॉक भी लगा होता है।
इस मशीन के टेलस्टॉक में क्लैंप लगा होता है जिसके द्वारा कार्यखण्ड को पकड़कर प्रेशर देते हैं।


Friction Welding Diagram

जिस कार्यखण्ड को वेल्डिंग करना होता है उसको चक में पकड़ लिया जाता है और निश्चित गति से घुमाते हैं यह निश्चित गति तेज होनी चाहिए। कार्यखण्ड का जो हल्का पार्ट होता है उसको हमेशा चक में पकड़ा जाता है और और कार्यखण्ड का जो भाग भारी होता है उसको टेल स्टॉक में पकड़ा जाता है।

जब कार्यखण्ड घर्षण होने के बाद प्लास्टिक स्टेज तक पहुंच जाती हैं तो हेड स्टाक के चक को रोककर , टेल स्टॉक में बंधे पार्ट को फोर्जिंग प्रेशर देते हैं। दाब पड़ने के फलस्वरूप दोनो कार्यखण्ड आपस मे वेल्ड हो जाते हैं।


घर्षण वेल्डिंग के प्रकार (types of friction welding in hindi)

1.Inertia Fiction Welding

2.Direct Drive Fiction Welding

3.Linear Fiction Welding

4.Fiction Stir Welding

5.Orbital Fiction Welding


घर्षण वेल्डिंग के प्रयोग (Friction Welding Applications in Hindi)

1. यह वेल्डिंग ट्यूब और शाफ्ट के लिए प्रयोग की जाती है।

2. Friction Welding का ज्यादातर उपयोग Aerospace, Automobile, समुद्री जहाजो और तेल उद्योगों में उपयोग किया जाता है।

3. गियर्स, एक्सल ट्यूब, वॉल्व, आदि वस्तुओं को Friction Welding द्वारा जोड़ा जाता है।

4. इस वेल्डिंग का उपयोग Forging या Casting  Assembly को बदलने के लिए आसानी से किया जाता है।

5. Hydraulic, Piston Rod, ट्रक, रोलर आदि को भी घर्षण वेल्डिंग द्वारा जोड़ा जाता है।

6. विद्युत उद्योगों में भी तांबे और एल्यूमीनियम के उपकरणों की वेल्डिंग के लिए  में इसी वेल्डिंग का उपयोग किया जाता है।

7. पंप में पंप शाफ्ट को जोड़ने के लिए इस वेल्डिंग का प्रयोग किया जाता है।

8. गियर, लीवर, ड्रिल बिट, कनेक्टिंग रॉड आदि को घर्षण वेल्डिंग द्वारा ही जोड़ा जाता है।


घर्षण वेल्डिंग के लाभ (Advantages of Friction Welding in Hindi)

1. Friction Welding को पर्यावरण के अनुकूल माना जाता है।

2. ये वेल्डिंग पर्यावरण को अधिक नुकसान नही पहुचाते हैं।

3. जिस सतह पर वेल्ड करना होता है वँहा पर उष्मा अन्य धातु के क्षेत्र को प्रभावित नही करता है।

4. अलग से किसी भी फिलर धातु की आवश्यकता नहीं होती है।

5. Friction Welding को मजबूत माना जाता है।

6. यह वेल्डिंग process आसानी से स्वचालित हो जाती है।

7. इस वेल्डिंग द्वारा काफी तेज गति से कार्यखण्ड को वेल्ड किया जा सकता है।

8. इस प्रक्रिया से विभिन्न प्रकार की धातुओं को वेल्ड किया जा सकता है।


घर्षण वेल्डिंग से हानि (Disadvantages of Friction Welding in Hindi)

1. इस वेल्डिंग का अधिकांश उपयोग गोलाकार धातुओं के लिए किया जाता है।

2. जिन धातुओं को दबाया या फोर्ज नही किया जा सकता है, उन धातुओं को इस विधि द्वारा वेल्ड नहीं किया जा सकता है।

3. कार्यखण्ड जब तैयार होगा तभी इस वेल्डिंग की प्रक्रिया तेज होगी।

4. Friction Welding की लागत अधिक होती है।

5. इस वेल्डिंग द्वारा अधिक डिज़ाइन नही तैयार किया जा सकता है। 



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