विस्फोटक वेल्डिंग (Explosive welding) क्या है? प्रयोग । लाभ

विस्फोटक वेल्डिंग का उदय-

जब पूरे विश्व में प्रथम विश्व युद्ध हुआ, तो देखा गया कि विस्फोट होने के कारण धातु के टुकड़े एक दूसरे से जाकर चिपक गए हैं, और इस पर research किया गया और पाया गया कि एक धातु के इंटरफ़ेस दूसरे धातु में जाकर फंस गए हैं। जिसके फलस्वरूप ये धातुएं आपस मे फंस गई हैं। इस प्रकार एक नए वेल्डिंग का उदय हुआ जिसका नाम है विस्फोटक वेल्डिंग।

विस्फोटक वेल्डिंग (Explosive welding in Hindi)
विस्फोटक वेल्डिंग मशीन प्रक्रिया

विस्फोटक वेल्डिंग (Explosive welding in Hindi)

विस्फोटक वेल्डिंग ऐसी वेल्डिंग है, जिसमें जोड़े जाने वाले दोनों कार्यखंडो में एक स्थिर कार्यखण्ड में दूसरा कार्यखण्ड आकर तेजी से टकरा जाता है। टकराकर आपस मे दोनो कार्यखण्ड वेल्ड हो जाते हैं, इर प्रकार दोनो कार्यखण्ड को आपस टकराकर वेल्ड होने की प्रक्रिया विस्फोटक वेल्डिंग (Explosive Welding) कहलाती है।

स्थिर कार्यखण्ड को फ्लायर प्लेट और गतिशील कार्यखण्ड को टारगेट प्लेट कहा जाता है।

इस वेल्डिंग को करने के लिए सबसे पहले एक प्लान तैयार किया जाता है इस प्लान में एक टारगेट प्लेट होता है दूसरा फ्लैट प्लेट होता है। टारगेट प्लेटको एन्विल पर मजबूती के साथ पकड़ा जाता है और दूसरे प्लेट को जिसको वेल्ड करना होता है उसे कुछ निश्चित दूरी पर रखी जाती है जिसे फ्लायर प्लेट कहते हैं। इस फ्लायर प्लेट को एक निश्चित कोण पर झुका दिया जाता है। यह झुकाव कोण 1 से 10° के बीच होता है। इस फ्लायर प्लेट पर PVC या रबड़ की बनी बफर प्लेट को रखा जाता है। और बफर प्लेट पर विस्फोटक पदार्थ रखा जाता है।

विस्फोटक को एक डीटोनेटर द्वारा विस्फोट कराया जाता है। फ्लायर प्लेट को टारगेट प्लेट से 150 से 555 मिलीमीटर प्रति सेकंड की गति से टकराया जाता है। इस प्रकार दोनों प्लेटो को टकराने के बाद दोनो कार्यखण्ड के मध्य 70000 से 700000 न्यूटन प्रति सेंटीमीटर स्क्वायर का दबाव बनता है। इतने अधिक वेग और दबाव के कारण धातु आगे को बहकर वेल्डिंग इंटरफेस बनाकर आपस में इंटरलॉक हो जाती है। इस इंटरलॉकिंग के कारण दोनों कार्यखण्ड (प्लेट) आपस में वेल्ड हो जाती हैं। इस प्रकार की वेल्डिंग से दोनों प्लेटों में से कम सामर्थ्यवान की प्लेट के बराबर वेल्डिंग जोड़ प्राप्त की जाते है।


विस्फोटक वेल्डिंग के लाभ (Advantages of Explosive Welding in Hindi)

1) विस्फोटक वेल्डिंग के द्वारा बड़ी क्षेत्रफल की वस्तुओं को आपस में आसानी से वेल्ड किया जा सकता है।

2) इस वेल्डिंग का प्रोसेस बहुत ही आसान और साधारण होता है।

3) इस वेल्डिंग में कठोर कार्यखण्ड, अपनी कठोरता खोये बिना ही आसानी से वेल्डिंग की जाती हैं।

4) विस्फोटक वेल्डिंग के द्वारा पतले कार्यखंड को मोटे कार्यखंड पर आसानी से चिपकाया जा सकता है।


विस्फोटक वेल्डिंग के प्रयोग (Applications of Explosive Welding in Hindi)

1) इस वेल्डिंग के द्वारा समान और आसमान धातु को आपस में जोड़ा जाता है।

2) ट्यूबों को चादरों में जोड़ने के लिए भी इसी का प्रयोग करते हैं। जिसके लिए हीट एक्सचेंजर और अन्य प्रेशर वेसल की सहायता ली जाती है।

3) इस वेल्डिंग का प्रयोग Composit Material बनाने में किया जाता है।

4) विस्फोटक वेल्डिंग को शिपिंग इंडस्ट्री में कई प्रकार के उपयोग में लाये जाते हैं।



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