फोर्ज वेल्डिंग (Forge Welding) क्या है? लाभ । हानि। प्रयोग

फोर्ज वेल्डिंग (Forge Welding in Hindi)

ऐसी प्राचीन वेल्डिंग, जिसमें कार्यखण्ड को एक साधारण भट्टी में प्लास्टिक अवस्था तक गर्म करके, हथौड़े की सहायता से कार्यखण्ड को पीट-पीट कर जोड़ दिया जाता है, इस प्रकार की वेल्डिंग को फोर्ज वेल्डिंग (Forge Welding) कहा जाता है। फोर्ज वेल्डिंग को प्रेशर वेल्डिंग (Pressure Welding) भी कहा जाता है।

फोर्ज वेल्डिंग प्राचीन प्रक्रिया है। इस वेल्डिंग को गांव के लोहारों द्वारा अपनाई जाती है। फोर्ज वेल्डिंग के अंतर्गत वेल्ड किए जाने वाले कार्यखण्ड को भट्टी में प्लास्टिक अवस्था तक गर्म किया जाता है और उसके बाद हथौड़े की सहायता से पीटकर वेल्ड जोड़ बना लिया जाता है। वेल्डिंग करने से पहले कार्यखण्ड के दोनों सतहों पर बनी ऑक्साइड की परत को हथौड़े से पीट कर हटा दिया जाता है। इस वेल्डिंग के द्वारा बनने वाला जोड़ स्थायी होता है।

फोर्ज वेल्डिंग (Forge Welding) । लाभ और हानि । प्रयोग

Forge Welding भले ही प्राचीन विधि हो परन्तु इसके द्वारा भी कई धातुओं को जोड़ा जाता है। जिनमें सबसे जोड़ी जाने वाली धातुएँ आम High Corbon Steel और Low Corbon Steel हैं।  लोहे और यहां तक ​​​​कि कुछ  Cast Iron को भी इसी विधि द्बारा जोड़ा जा सकता है।  कुछ एल्यूमीनियम मिश्र धातुओं को Forge Welding के द्वारा ही जोड़ा जाता है। परन्तु जिस कार्यखण्ड में तांबा होता है उस कार्यखण्ड को वेल्डिंग करने कठिनाई होती है।

सभी धातुएँ जिस ताप पर पिघलती हैं, Forge Welding बनाने के लिये, पिघलने वाले के तापमान का 50% से 90% होना जरूरी होता है।


फोर्ज वेल्डिंग के प्रयोग (Application of Forge Welding in Hindi)

1) इस वेल्डिंग का उपयोग औजारों, खेती के औजारों और रसोई के बर्तनों को बनाने के लिए किया जाता है।

2) छोटे-मोटे कार्यखण्ड को इसी वेल्डिंग द्वारा जोड़ लिया जाता है।

3) फोर्ज वेल्डिंग के द्वारा बाड़, दरवाजे और जेल की कोठरियों के निर्माण तक हर चीज में किया जाता रहा है। 

4) जब तक फ्यूजन वेल्डिंग की शुरुआत नही हुई थी तब तक बॉयलर और दबाव वाहिकाओं के निर्माण में भी Forge Welding का ही उपयोग किया जाता था।

5) मध्य युग के समय कवच और हथियारों के उत्पादन के लिए भी इसी वेल्डिंग का उपयोग किया जाता था।

6) फोर्ज वेल्डिंग का सबसे प्रसिद्ध प्रयोग यह है कि इसके द्वारा पैटर्न-वेल्डेड ब्लेड का उत्पादन होता है।


फोर्ज वेल्डिंग के लाभ (Advantages of Forge Welding in Hindi)

1) Forge Welding के द्वारा कृषि औजारों (हाशिया, खुरपी, फावड़ा, कुदाल इत्यादि) का आसानी से वेल्डिंग किया जा सकता है।

2) फोर्ज वेल्डिंग को करने के लिए अधिक लागत नही आती है।

3) इस वेल्डिंग को कम खर्चे में छोटी भट्टी में ही किया जा सकता है।

4) इस वेल्डिंग जोड़ के वेल्ड व्यक्तिगत धातुओं की तुलना में अधिक मजबूत होता है।

5) छोटे औजारों को आसानी से भट्टी में वेल्ड किया जा सकता है।


फोर्ज वेल्डिंग से हानि (Disadvantage of Forge Welding in Hindi)

1) फोर्ज वेल्डिंग के द्वारा निश्चित आकार की वस्तुओं का वेल्डिंग किया जा सकता है।

2) बड़ी वस्तुओं को वेल्डिंग करने के लिए एक बड़े ताप स्रोत की आवश्यकता होती है।

3) स्टील प्लेट जैसी बड़ी वस्तुओं को वेल्डिंग करना आमतौर पर संभव नहीं था।

4) तांबे की थोड़ी सी भी उपस्थिति मिश्र धातु की वेल्ड बनाने की क्षमता को गंभीर रूप से कम कर देती है।



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