वार्निश क्या है? गुण & उपयोग

वार्निश (Varnish in Hindi) -:

रेजिन और शोषक तेल को किसी वाष्पशील विलायक के साथ घोलकर जो जो मिश्रित घोल तैयार किया जाता है उसे वार्निश (Varnish) कहते हैं। जब इस घोल को किसी सतह पर लेप किया जाता है तो इसे वर्निशिंग कहते हैं।

वार्निश करने या वार्निशिंग का अर्थ यह होता है कि किसी सतह पर ऐसे तरल पदार्थ का लेप करना, जिससे सतह अधिक चमकीली, सुन्दर एवं सुरक्षित बनाइ जा सके। वार्निश का प्रयोग सतह पर तभी करना चाहिए, जब सतह पर कोई अन्य पदार्थ या पेन्ट न लगाएं गए हों अर्थात बिना पेन्ट लगे ही वार्निश का प्रयोग करना चाहिए। जब वार्निश का लेप सतह पर कर दिया जाता है तो वार्निश में उपस्थित द्रव वाष्पीकृत हो जाता है जिसके कारण सतह कठोर एवं चमकीली बन जाती है। वार्निश को सतह पर लगाकर वस्तुओं को वायुमंडलीय प्रभावों से बचाये रखने तथा उन्हें सुन्दर व चमकीली बनाने के लिए किया जाता है। 


वार्निश क्या है? गुण & उपयोग
 वार्निश


ये भी पढ़े....


वर्निश के लक्षण व गुण (Properties of Varnish in Hindi) -:

1) सतह की वर्निश शीघ्र व जल्दी सूखने वाली होनी चाहिए।

2) जिस सतह पर वर्निश लगाया जाता है वह सतह सुंदर और चमकीली होनी चाहिए।

3) वर्निश सस्ता और टिकाऊ होना चाहिए।

4) जिस सतह पर वर्निश की गई है उसकी सतह वातावरण से प्रभावित नहीं होना चाहिए अर्थात वर्निश की सतह पर वातावरण से प्रभावित नहीं होनी चाहिए।

5) सतह पर लगाने के बाद जब वर्निश सूख जाए तो वह सतह कठोर, मजबूत, घिसावरोधी और चिरस्थाई होना चाहिए।

6) वर्निश इस प्रकार होना चाहिए कि यह सुखने के बाद सिकुड़े या चटके नहीं।

7) वर्निश ऐसा होना चाहिए कि जब सतह पर लगाया जाए और समय बितता जाए तो यह फीका ना पड़े।


वार्निश का उपयोग (Uses of Varnish in Hindi) -:

1) वार्निश का प्रयोग आन्तरिक सतहों पर सबसे अधिक होता है।

2) वार्निश का सबसे अधिक उपयोग बिना पेन्ट की हुई लकड़ी या प्लाईवुड की सतहों पर किया जाता है परन्तु उपयुक्त परिस्थितियों में बाहरी सतहों पर भी वार्निश की जाती है।

3) पेंट की गई सतहों को जब और अधिक चमकीला बनाना होता है तो वार्निश का प्रयोग सतह पर करते हैं।

4) पेन्ट किये गए कागज (Painted Paper) या बिना पेन्ट किये गये कागज को चमकीला एवं चिकना बनाने के लिए वार्निश का परत प्रयोग में लगाई जाती है।

5) वार्निश जब किया जाता है तो लकड़ी के रेशे स्पष्टतः उभर आ जाते हैं एवं सुन्दर तथा चमकीले दिखाई देने लगते हैं।

6) तांबे और अन्य धातु को वार्निश करके उनकी सतह को वायुमण्डल के दुष्प्रभावों से बचाया जाता है और सतहों को सुरक्षित रखा जाता है।

7) बिजली के नंगे तारों को इंसुलेट करने के लिए भी वार्निश का प्रयोग किया जाता है।

8) विद्युत वाइडिंग (Electrical Windings) पर भी वार्निश का ही उपयोग की जाती है।



ये भी पढ़े....

Post a Comment

0 Comments