पॉलिश (Polish) कैसे किया जाता है?

लकड़ी या धातु पॉलिश कैसे करें (How to Polish Wood or Metal in Hindi) -:

लकड़ी या धातु की सतह पर पॉलिश करने से पहले कुछ जरूरी प्रक्रिया अपनाई जाती हैं। इन प्रक्रियाओं को भली-भांति पूर्ण करने के बाद ही सतह पर पॉलिश करने की प्रक्रिया को शुरू किया जाता है। जब हमें सतह पर हाथ से पॉलिश करना होता है तो निम्नलिखित प्रक्रियाओं को मानना चाहिए।

1) सबसे पहले लकड़ी का लोहे की सतह को पूर्ण रूप से अच्छी तरह सुखा लेना चाहिए।

2) जब सतह अच्छी तरह सूख जाती है तो सूखी हुई सतह पर रेगमाल से घिसकर सतह को साफ एवं समतल व चिकना बनाना चाहिए।

3) जब समतल और चिकनी सतह बन जाती है तो उसे साफ और मुलायम कपड़े से अच्छी तरह से रगड़ कर साफ़ कर लिया जाता है।

4) जब सतह अच्छी तरह साफ हो जाती है तो एक अच्छा कपड़ा लेना चाहिए और पॉलिश में उसे भिगोना चाहिए। अब पॉलिश में भीगने के बाद कपड़े को अच्छी तरह से लकड़ी या लोहे के सतह पर लगा देना चाहिए।

5) पॉलिश की प्रक्रिया करते समय ध्यान देना चाहिए कि मौसम शुष्क हो। क्योंकि बरसात, बादली मौसम में पॉलिश नहीं किया जाता है, क्योंकि यह शुद्ध क्वालिटी का प्राप्त नहीं हो पाता है।


लकड़ी या धातु पॉलिश कैसे करें (How to Polish Wood or Metal in Hindi)
लकड़ी के दरवाजा की पॉलिशिंग 

रेगमाल से पॉलिश करते समय पालिश करने की क्रिया सामान्यतः तीन तरीके से पूरी की जाती है।

1. रुक्ष पालिशिंग (Rough Polishing)

2. फिनिशिंग या आयलिंग (Finishing or Oiling)

3. सूखी पालिशिंग (Dry Polishing)


1. रुक्ष पालिशिंग (Rough Polishing) -:

किसी भी सतह पर जब रुक्ष पालिशिंग किया जाता है तो रुक्ष पालिशिंग को करने लिए मोटे कणों वाले अपघर्षक पदार्थ वाले पहिये प्रयोग में लाये जाते हैं। इस तरह से मोटे कणों वाले अपघर्षक पदार्थ के पहिये का प्रयोग करते हुए रुक्ष पालिशिंग (Rough Polishing) की प्रक्रिया पुरी की जाती है।


2. फिनिशिंग या आयलिंग (Finishing or Oiling) -:

फिनिशिंग या आयलिंग प्रक्रिया का प्रयोग सतह पर पॉलिश करने के लिए किया जाता है तो में महीन अपघर्षक कण वाले पहिये उपयोग में लाये जाते हैं तथा पॉलिशिंग की प्रक्रिया करते समय बीच-बीच में मोम, तेल या ग्रीस का प्रयोग भी किया जाता है।


3. सूखी पालिशिंग (Dry Polishing) -:

सूखी पालिशिंग ऐसी प्रक्रिया है जिसको उपरोक्त दोनों ही क्रियाओं में (रुक्ष पालिशिंग ,फिनिशिंग या आयलिंग) में किया जाता है, जिसके कारण पॉलिश की जाने वाली सतह सुखी और शुष्क बनी रहती है। सूखी पालिशिंग (Dry Polishing) की प्रक्रिया के लिए शुष्क पालिशिंग पहियों का प्रयोग किया जाता है।  इस पालिशिंग में अपेक्षाकृत बारीक महीन कण वाले अपघर्षक पहिये प्रयोग में लाये जाते हैं।

ऊपर दिए गए तीनों प्रक्रियाएं जब कर ली जाती है तो लकड़ी व लोहे के सतह को साफ कर लिया जाता है और Polish में कपड़े को भीगा करके सतह पर लगाया जाता है।



ये भी पढ़े....

Post a Comment

0 Comments