Soldering और Brazing में अंतर

इस पोस्ट में हम बताएंगे कि सोल्डरिंग और ब्रेजिंग में क्या अंतर है, क्योंकि कई लोगो को Soldering aur Brazing me antar नही पाता होता है और वो इन दोनों को भिन्न न समझकर एक ही समझ लेते हैं। तो आइए जानते है इस पोस्ट में हम बताएंगे कि सोल्डरिंग और ब्रेजिंग में क्या अंतर है, क्योंकि कई लोगो को Soldering aur Brazing me antar नही पाता होता है और वो इन दोनों को भिन्न न समझकर एक ही समझ लेते हैं। तो आइए जानते है Soldering और Brazing में Difference।

Soldering और Brazing में अंतर

सोल्डरिंग और ब्रेजिंग में अंतर (Difference Between Soldering and Brazing in Hindi) -:

1. सोल्डरिंग के द्वारा जो जोड़ लगाए जाते हैं वह कमजोर होते हैं और ब्रेजिंग के द्वारा जो जोड़ लगाये जाते हैं वे शक्तिशाली होते हैं।

2. सोल्डरिंग के जोड़ अधिक शक्ति सहन नहीं कर सकते हैं जबकि ब्रेजिंग के जोड़ अधिक शक्तिशाली होने के कारण अधिक शक्ति सहन कर सकते हैं।

3. सोल्डरिंग से लगे हुए जोड़ जब 150℃ का तापमान पाते हैं तो उनके खुलने की संभावना अधिक रहती है। जबकि ब्रेजिंग से जो जोड़ लगाए जाते हैं वह 800℃ का तापमान पाने पर भी उनके खुलने की संभावना कम रहती है।

4. सोल्डरिंग जोड़ में प्रिहीटिंग करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है जबकि ब्रेजिंग जोड़ करने से पूर्व प्री-हीटिंग करने की आवश्यकता होती है।

5. सोल्डरिंग जोड़ को बनाने के लिए थोड़ा सा ज्ञान रखने वाला भी साधारण व्यक्ति, इस जोड़ को आसानी से कर सकता है। परंतु ब्रेजिंग जोड़ बनाने के लिए कुशल कारीगर की आवश्यकता पड़ती है।

6. सोल्डरिंग जोड़ के द्वारा अलौह धातुओं के बने हल्के आइटम को जोड़ा जाता है। जबकि ब्रेजिंग जोड़ के माध्यम से अलौह और लौह धतुव दोनो को जोड़ा जाता है।



ये भी पढ़े...

Post a Comment

0 Comments