ड्यूराल्युमिन (Duralumin) क्या है? संरचना, गुण & उपयोग

ड्यूराल्युमिन (Duralumin in Hindi) -:

ड्यूराल्युमिन, एलमुनियम का मिश्र धातु है। इस मिश्र धातु को आसानी से ढाला और फोर्ज किया जा सकता है। ड्यूराल्युमिन की तनन सामर्थ्य अधिक होने के साथ-साथ इसकी विद्युत चालकता भी अधिक होती है। ड्यूराल्युमिन (Duralumin) जब वायुमंडलीय दाब पर रहता है तो इसमें कठोरता रहती है। इस मिश्र धातु विशिष्ट ऊष्मा 0.214 है। इस मिश्र धातु को गलाने के लिए 650℃ की आवश्यकता होती है।

ड्यूराल्युमिन (Duralumin in Hindi) - संरचना, गुण & उपयोग

ड्यूराल्युमिन का ऊष्मा उपचार 360℃से 400℃ के बीच में होता है। ऊष्मा उपचार करने के बाद इसको वायु में ठण्डा किया जाता है।

ऊष्मा का ऊष्मा उपचार करने के लिए लवण बाथ का उपयोग किया जाता है। इस लवण बाथ में 50% सिल्वर नाइट्रेट और 50% पोटेशियम नाइट्रेट होता है। इस लवण बाथ में अन्य प्रकार की भी फिटिंग्स होती है जिनका ऊष्मा उपचार के लिए मफल भट्टी का उपयोग किया जाता है।


ड्यूराल्युमिन की संरचना (Composition of Duralumin in Hindi) -:

Duralumin में एल्युमीनियम 94%, कॉपर 4%, मैग्नीशियम 0.5%, मैंगनीज 0.5%, सिलिकॉन 0.05%, आयरन 0.5% होता है।

Al = 94%

Cu = 4%

Mg = 0.05%

Mn = 0.05%

Si = 0.05%

Fe = 0.05%


ड्यूराल्युमिन के गुण (Properties of Duralumin in Hindi) -:

1. ड्यूराल्युमिन का विशिष्ट गुरुत्व 2.85 होता है और इसकी विशिष्ट ऊष्मा 0.214 होती है।

2. जब इस मिश्र धातु को ऊष्मा उपचार करने के बाद बुझा दिया जाता है उसके पश्चात इसमें काफी समय तक मृदुता बनी रहती है।

3. ड्यूराल्युमिन का गलनांक 650℃ होता है।

4. इस मिश्र धातु की एलमुनियम की तुलना में विद्युत सुचलकता अधिक होती है।

5. ड्यूराल्युमिन मिश्र धातु को आसानी से कास्टिंग और फोर्जिंग किया जा सकता है।

6. ड्यूराल्युमिन मिश्र धातु की तनन सामर्थ्य अधिक होती है।

7. जब यह मिश्र धातु वायुमंडलीय ताप पर रहता है तो यह कठोर हो जाता है।

8. जब ड्यूराल्युमिन मिश्र धातु का ऊष्मा उपचार अनीलिंग प्रक्रिया कर दी जाती है तो उसके बाद इस मिश्र धातु की कठोरता 60 BHN के अंतर्गत रह जाती है।


ड्यूराल्युमिन के उपयोग (Applications/Uses of Duralumin in Hindi) -:

1. इस मिश्र धातु का उपयोग नट-बोल्ट, रिवेट को बनाने के लिए किया जाता है।

2. ड्यूराल्युमिन के द्वारा शीट, ट्यूब फोर्जिंग इत्यादि बनाए जाते हैं।

3. इस मिश्र धातु का प्रयोग करके Cables का निर्माण किया जाता है।

4. ड्यूराल्युमिन का प्रयोग वायुयानों के पुर्जे बनाने में भी किया जाता है।

5. इस मिश्र धातु के द्वारा हल्की मशीनों के पार्ट-पुर्जे बनाए जाते हैं।

6. ड्यूराल्युमिन का प्रयोग सर्जिकल और आर्थोपेडिक कार्यों के उपयोग में लाया जाता है।



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