एल्युमीनियम (Aluminium Metal in Hindi) -:
एल्युमीनियम ऐसी धातु है जिसमें चांदी की तरह चमक होती है। आवर्त सारणी में इसका परमाणु क्रमांक 13 होता है और इसे Al के चिन्ह से दर्शाया जाता है। एलुमिनियम (Aluminium) एक तन्य और आघातवर्धनीय धातु है, जिसका गलनांक 658℃ होता है। इसे विद्युत और ऊष्मा का अच्छा सुचालक माना जाता है।
एल्युमीनियम (Aluminium) |
एल्युमिनियम व्यवसाय की दृष्टि से पृथ्वी पर सबसे अधिक पाया जाता है। एल्युमिनियम को प्राप्त करने के लिए उसके अयस्क से उत्पादन प्रक्रिया कराई जाती है जिसके फलस्वरूप एल्युमिनियम प्राप्त होता है। एल्युमिनियम के अयस्क कई रूपों में होते हैं। जिनमें सबसे महत्वपूर्ण अयस्क बॉक्साइट है। बॉक्साइट का निर्माण एल्युमिनियम ऑक्साईड, आयरन आक्साईड तथा कुछ अन्य अशुद्धियों से मिलकर हुआ होता है। एल्युमिनियम को प्राप्त करने के लिए बेयर प्रक्रम अपनाया जाता है। इस विधि का उपयोग करके बॉक्साइट के अशुद्धियों को दूर किया जाता है इस विधि का उपयोग करने से केवल एलुमिना (Al2O3) बच जाता है। बचे हुए एलुमिना को विद्युत अपघटन कराकर शुद्ध एल्युमिनियम को प्राप्त किया जाता है।
एल्युमिनियम के गुण (Properties of Aluminium in Hindi) -:
1. एलुमिनियम का विशिष्ट गुरुत्व 2.7 होता है।
2. एलुमिनियम (Aluminium) में संक्षारण प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है।
3. एलमुनियम तन्य और आघातवर्धय धातु है।
4. शुद्ध एलमुनियम में चांदी के जैसी चमक होती है।
5. व्यवसायिक रूप में उपयोग होने वाले एलमुनियम में हल्की सी नीली झलक होती है।
6. एलुमिनियम 658℃ पर पिघल जाता है और 2057℃ पर उबलने लगता है।
7. एलुमिनियम विद्युत और ऊष्मा की अच्छी सुचालक होती है।
8. एलुमिनियम में जब 3 से 4% कॉपर मिलाया जाता है तो इसकी तनन सामर्थ्य बढ़ जाती है।
9. शुद्ध एलमुनियम में जब आयरन, कॉपर, जिंक और अन्य धातु को मिलाया जाता है तो यह अच्छी मिश्र धातु बन जाती है।
10. समुद्री पानी में इसका संक्षारण आसानी से हो जाता है।
एल्युमीनियम का उपयोग (Use of Aluminium in Hindi) -:
1. एलमुनियम हल्की होने के कारण इसका कास्टिंग आसानी से नहीं किया जा सकता है। इसलिए इसे पतली चादर के रूप में परिवर्तित कर दिया जाता है और इसकी सहायता से वस्तुओं का निर्माण किया जाता है।
2. एल्युमीनियम फोइल (Aluminium Foil) का प्रयोग चॉकलेट और अन्य खाद्य पदार्थों की पैकिंग के लिए करते हैं।
3. थर्मिट वेल्डिंग करते समय थर्मिट पाउडर के रूप में आयरन का ऑक्साइड और एलमुनियम का उपयोग किया जाता है।
4. जब आयरन और स्टील पिघली अवस्था में होते हैं तो उनको ऑक्सीकरण के प्रभाव से बचाने के लिए एलुमिनियम का प्रयोग किया जाता है।
5. एलमुनियम में कुछ धातुओं को मिलाकर इनकी तनन सामर्थ्य बढ़ा दिया जाता है और फिर इनका उपयोग फर्नीचर उत्पादन, ऑटोमोबाइल के ढांचे के निर्माण में, पिस्टन उत्पादन के उत्पादन में, रिबेट बनाने में किया जाता है।
6. एलमुनियम का उपयोग विद्युत तारों के रूप में भी करते हैं।
एलमुनियम के द्वारा जो पेंट बनता है, उसका प्रयोग करके हम धातुओं को संक्षारण होने से बचाते हैं।
7. इसका उपयोग बर्तन और ट्यूब को भी बनाने में किया जाता है।
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