Robot की परिभाषा, नियम, अवयव, प्रकार, लाभ, हानि, अनुप्रयोग

Robot की परिभाषा, नियम, अवयव, प्रकार, लाभ, हानि, अनुप्रयोग
ROBOT


इस पोस्ट में हम रोबोट (Robot) से सम्बंधित निम्नलिखित बिदुओं पर अध्ययन करेंगे -

● रोबोट की परिभाषा

● रोबोट के नियम

● रोबोट के अवयव

● रोबोट के प्रकार

● रोबोट के लाभ

● रोबोट से हानि

● रोबोट के अनुप्रयोग


रोबोट की परिभाषा (Definition of Robot in Hindi) -:

मानव के समान कार्य करने वाली स्वचालित मशीन को रोबोट (Robot) कहते हैं।
रोबोटिक इंस्टीट्यूट आफ अमेरिका के अनुसार, " रोबोट एक रीप्रोग्रामेबल मल्टी-वर्क - मैनिपुलेटर है, जिसका निर्माण पदार्थ अंगों के टूल तथा विशेष उपकरणों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने में किया जाता है। "

Robot ग्रीक भाषा का एक शब्द है जिसका अर्थ होता है बल श्रमिक। रोबोट शब्द का इस्तेमाल सबसे पहले करेल कपेक नामक व्यक्ति ने किया ऐसा माना जाता है। Insac Asimov को रोबोट (Robot) का जनक कहते है।

रोबोट ऑटोमेशन की एडवांस टेक्नोलॉजी है। आजकल विभिन्न जटिल प्रक्रियाओं को करने के लिए मानव के स्थान पर रोबोट को कार्य दे दिया जाता है। रोबोटिक मशीनें महंगी तो होती हैं, परंतु इनके उपयोग को देखते हुए उद्योगों में इनका प्रचलन बहुत तेजी के साथ बढ़ता जा रहा है। रोबोट मशीन को बनाने के लिए इंजीनियरिंग की तीन शाखाओं को आपस में सम्मिलित करना पड़ता है तब जाकर रोबोट का निर्माण होता है।

यह तीन शाखाएं निम्न हैं -

१. मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical Engineering)

२. कंप्यूटर इंजीनियरिंग (Computer Engineering)

३. इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग (Electronic Engineering)



रोबोट के नियम (Rules of Robot in Hindi) -:

सन 1942 में Insac Asimov (जिन्हें रोबोट का जनक कहा जाता है) ने रोबोट के लिए तीन नियम बनाये जो निम्न हैं -

प्रथम नियम - रोबोट मनुष्य को कभी भी नुकसान नहीं पहुंचाएगा।

द्वितीय नियम - रोबोट द्वारा मनुष्य के सभी आदेशों का पालन किया जाएगा।

तृतीय नियम - रोबोट अपने अस्तित्व को तब तक बनाए रखेगा, जब तक यह ऊपर दिए गए दोनों नियमों का विरोध ना करें।


रोबोट के अवयव (Elements of Robot in Hindi) -:

हम सभी जानते हैं कि रोबोट एक मशीन है जिसका निर्माण छोटे-छोटे एलिमेंट और पार्ट से मिलाकर किया गया है। रोबोट के अवयव निम्न हैं -

१. लिंकेज या मैनीपुलेटर (Linkage or Manipulator)

२. सेंसर (Sensor)

३. यूजर इंटरफ़ेस (User Interface)

४. रोबोट कंट्रोलर (Robot Controller)

५. एक्चूएटर (Actuator)

६. टूलिंग (Tooling)


१. लिंकेज या मैनीपुलेटर (Linkage or Manipulator) -:

मैनिपुलेटर वह सिस्टम है जो रोबोट को या रोबोट की भुजा को किसी विशेष प्रकार की चाल प्रदान करती है। इसके द्वारा दृढ़ लिंको को एक श्रृंखला को आपस में जोड़ी जाती है।


२. सेंसर (Sensor) -:

Sensor के द्वारा रोबोट की स्थिति और पर्यावरण का अनुमान लगाने के लिए रोबोटिक सेंसर का उपयोग किया जाता है। रोबोट में लगे हुए सेंसर मानव संवेदी अंगों के कार्यों पर आधारित होते हैं।


३. यूजर इंटरफ़ेस (User Interface) -:

इस इंटरफ़ेस का प्रयोग करके, रोबोट जो कार्य करता है उन कार्यों में मानवीय हस्तक्षेप करके कार्य करवाया जाता है।


४. रोबोट कंट्रोलर (Robot Controller) -:

रोबोट को कंट्रोल करने के लिए एक कंप्यूटर का उपयोग करते हैं, जिसे कंट्रोलर कहते हैं। इस कंट्रोलर में रोबोट को कंट्रोल करने के लिए और विभिन्न प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक प्रोग्राम डाले जाते हैं।


५. एक्चूएटर (Actuator) -:

यह ऐसा उपकरण है जो ऊर्जा को गति ऊर्जा में परिवर्तित करने का कार्य करता है। यह दिखने में एक मोटर के जैसा होता है जिसका उपयोग अधिकांश यंत्र विन्यास को घुमाने और उसको नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।


६. टूलिंग (Tooling) -:

रोबोट जब कोई कार्य करता है तो उसके लिए उसे विशेष टूलिंग की आवश्यकता होती है जैसे कार्यखण्ड को पकड़ कर ऊपर उठाने या उल्टा करने के लिए इलेक्ट्रोमैगनेट, रोबोट के द्वारा ड्रिलिंग करने के लिए पावर ड्रिल इत्यादि जैसे उपकरणों का उपयोग किया जाता है।



रोबोट के प्रकार (Types of Robots in Hindi) -:

सामान्यतः रोबोट को उनके उपयोग के आधार पर निम्न श्रेणियों में बांटा गया है -

१. औद्योगिक रोबोट (Industrial Robot)

२. रिसर्च रोबोट (Research Robot)

३. एजुकेशनल रोबोट (Educational Robot)

४. घरेलू रोबोट (Domestic Robot)

५. सैन्य रोबोट (Military Robot)

६. चिकित्सा रोबोट (Medical Robot)

७. ह्यूमनोइड रोबोट (Humanoid Robot)

८. साथी रोबोट (Companion Robot)


१. औद्योगिक रोबोट (Industrial Robot) -:

ऐसा रोबोट जिसका उपयोग औद्योगिक क्षेत्र में पदार्थ का उत्पादन करने के लिए किया जाता है उसे औद्योगिक रोबोट कहते हैं।


२. रिसर्च रोबोट (Research Robot) -:

ऐसा रोबोट जिसका उपयोग रिसर्च सेंटर में किसी रिसर्च को करने के लिए किया जाता है, उसे रिसर्च रोबोट कहते हैं। यह रोबोट रिसर्च सेंटर में जाकर कई कार्यो को पूर्ण करता है।


३. एजुकेशनल रोबोट (Educational Robot) -:

ऐसा रोबोट जिसका उपयोग शिक्षा के क्षेत्र में किया जाता है उसे एजुकेशनल रोबोट कहते हैं।


४. घरेलू रोबोट (Domestic Robot) -:

इस रोबोट का उपयोग घर के कार्यों को करने के लिए किया जाता है। जैसे - साफ सफाई करना इत्यादि।


५. सैन्य रोबोट (Military Robot) -:

इस रोबोट का उपयोग सैन्य कार्यो के लिए किया जाता है। जैसे - ड्रोन आदि।


७. चिकित्सा रोबोट (Medical Robot) -:

मेडिकल रोबोट का उपयोग चिकित्सा क्षेत्र में किया जाता है। जैसे - सर्जरी करने के लिए, मरीजो को देखभाल करने के लिए इत्यादि।


८. ह्यूमनोइड रोबोट (Humanoid Robot) -:

इस रोबोट का आकार मानव की तरह होता है। इसके सिर और arm भी होते है। ये रोबोट अभी भी रिसर्च का विषय बना हुआ है।


९. साथी रोबोट (Companion Robot) -:

ऐसी रोबोट जो मानव के साथ साथ रहते हैं और उनके साथ समय व्यतीत करते हैं तथा उनका ख्याल रखते हैं, उन्हें साथी रोबोट (Companion Robot) कहते हैं।


रोबोट के लाभ (Advantages of Robots in Hindi) -:

१. रोबोट का उपयोग करने से समय की बचत होती है।

२. खतरनाक से खतरनाक कार्य को भी रोबोट आसानी से कर सकता है।

३. रोबोट से किया गया कार्य बारीक और शुद्ध होता है।

४. रोबोट का उपयोग खतरनाक जगह करने से जान की जोखिम का खतरा नहीं रहता है।

५. रोबोट से किसी कार्य को जल्दी-जल्दी किया जा सकता है।



रोबोट से हानि (Disadvantages of Robot in Hindi) -:

१. कंपनी में रोबोट का उपयोग करने से बेरोजगारी की समस्या बढ़ जाती है।

२. रोबोट से निकलने वाला कचरा किसी भी कार्य में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।

३. जब रोबोट खराब हो जाएगा तो पूरा काम ठप पड़ जाता है और इसकी रिपेयरिंग में भी अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है।

४. रोबोट की लागत बहुत अधिक होती है

५. इसके रख-रखाव का खर्च भी अधिक आता है।

६. रोबोट को प्रत्येक समय कार्य करते हुए बिजली की आवश्यकता होती है।

७. रोबोट के पास भावना नहीं है दिए जिसके कार्य में गलत और सही की पहचान नहीं कर पाते हैं।


औद्योगिक क्षेत्र में रोबोट के अनुप्रयोग (Robot Applications in the Industrial Sector in Hindi) -:

१. कार्यखंड को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए।

२. धातु का कर्तन करने के लिए इसका उपयोगी किया जाता है।

३. कार्यखंड के गुण को नियंत्रण करने के लिए भी रोबोट का उपयोग किया जाता है।

४. कार्यखंड का निरीक्षण करने के लिये रोबोट का उपयोग किया जाता है।

५. कार्यखंड पर स्प्रे पेंटिंग करने के लिए रोबोट का प्रयोग किया जाता है।

६. रोबोट से कार्यखंड पर ग्राइंडिंग प्रक्रिया किया जा सकता है।

७. कार्यखंड में ड्रिलिंग करने के लिए भी रोबोट का उपयोग कर सकते हैं।

८. कार्यखंड को आपस में जोड़ने के लिए अर्थात वेल्डिंग करने के लिए भी रोबोट का ही उपयोग करते हैं।

९. कार्यखंडों में ऊष्मा उपचार करने के लिए रोबोट का उपयोग कर सकते हैं।

१०. रोबोट का उपयोग डाई कास्टिंग मशीनों में पिघली धातु को डाई में उड़ेलने के लिए करते हैं।

११. तैयार किये गए माल को मशीनी सेंटर पर ले जाने के लिए भी इसी का उपयोग करते हैं।


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