Automation क्या है? प्रकार । लाभ और हानि । अनुप्रयोग

इस पोस्ट में हम जानेंगे कि Industrial automation in Hindi या Automation kya hai, What is Automation in Hindi क्या होता है। तथा स्वचालन (ऑटोमेशन) के प्रकार, लाभ और हानि, प्रयोग की भी जानकारी का विस्तृत वर्णन किया गया है।


Automation in Hindi, Types, Advantages, Disadvantages, Applications


स्वचालन (Automation) -:

उत्पादन की वह कला है, जिसके अंतर्गत मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक, और कंप्यूटर पर आधारित उपक्रमों का प्रयोग करके किसी संस्थान में उत्पाद को आसानी से नियमित और नियंत्रित किया जाता है, उसे स्वचालन (Automation) कहते हैं।  स्वचालन या ऑटोमेशन, तकनीकी का एक सेट होता है।

Automation शब्द की उत्पत्ति ग्रीक भाषा के Auto और mattas नामक शब्द से हुआ है Auto का अर्थ है स्वयं और mattas का अर्थ है घूमना। ऑटोमेशन के अंतर्गत हम मशीनों पर जो भी क्रियाएं करते हैं वह बिना मानवीय हस्तक्षेप के संपन्न हो जाता है। अतः हम कह सकते हैं कि ऑटोमेशन एक ऐसी यन्त्रावली है जो स्वय संचालित होती है।



स्वचालन के प्रकार (Types of Automation in Hindi) -:

1. नियत स्वचालन (Fixed Automation)

2. योजना योग्य स्वचालन (Programmable Automation)

3. नम्य स्वचालन (Flexible Automation)


1. नियत स्वचालन (Fixed Automation) -:

जब इलेक्ट्रॉनिक विन्यास के आधार पर हम कार्यखंड पर होने वाली ऑपरेशन को फिक्स करते हैं तो इस प्रकार के मशीन को फिक्स्ड ऑटोमेशन (Fixed Automation) कहा जाता है।

कार्यखंड की संरचना के आधार पर उस पर होने वाली विभिन्न ऑपरेशन का क्रम निर्धारित रहता है कार्यखंड पर होने वाले ऑपरेशन तो साधारण होते हैं परंतु जब ऑटोमेशन की प्रक्रिया अपनाई जाती है तो एक ही समय पर संपूर्ण कार्यखण्ड का संचालन किया जाता है तो यह उपक्रम जटिल हो जाता है। इसलिए इसे हार्ड ऑटोमेशन भी कहते हैं।


फिक्स्ड ऑटोमेशन (Fixed Automation) के लक्षण -:

●इस ऑटोमेशन प्रक्रिया में प्रारंभिक लागत बहुत अधिक होती है।

●इस मशीन का उपयोग करने पर उत्पादन दर अधिक होता है। जिसके कारण लागत थोड़ी कम आती है।

●जब किसी नए उत्पाद को बनाया जाता है या पुराने उत्पाद को बदलकर कुछ नया उत्पाद बनाया जाता है तो मशीन का उपयोग लगभग बंद हो जाता है।


2. योजना योग्य स्वचालन (Programmable Automation) -:

जब किसी मशीन में क्रम के अनुसार प्रोग्राम बना करके उसे निर्देशित किया जाता है तो इस प्रक्रिया को योजना योग्य स्वचालन (Programmable Automation) कहते हैं। इस ऑटोमेशन प्रक्रिया में जब किसी नए उत्पाद को बनाया जाता है तो उस स्थिति में प्रक्रम के क्रम के साथ-साथ टूल को भी बदला जा सकता है। Fixed Automation की तरह बन्द होने का सवाल ही इस स्वचालन पर नही उठता है। इस ऑटोमेशन में नए-नए उत्पाद के प्रोग्राम को बनाकर सेट किया जाता है।


प्रोग्रामेबल ऑटोमेशन (Programmable Automation) के लक्षण -:

●इस स्वचालन की प्रारंभिक लागत अधिक होती है।

●इस स्वचालन के द्वारा एक से अधिक प्रकार के उत्पाद बनाए जा सकते हैं।

●यह ऑटोमेशन प्रक्रिया बैच उत्पाद बनाने के लिए अधिक उपयोग की जाती है।

●इसमें उत्पादन दर फिक्सड ऑटोमेशन से कम परंतु मैनुअल ऑटोमेशन से अधिक होता है।


3. नम्य स्वचालन (Flexible Automation) -:

यह ऑटोमेशन प्रक्रिया Fixed Automation का एक अपडेटेड रूप है। फ्लैक्सिबल ऑटोमेशन में एक से अधिक और नए ऑपरेशन कर्म बनाकर किए जा सकते हैं। इसमें बार-बार औजारों और फिक्सचरो को बदलने की भी आवश्यकता नहीं होती है। इस प्रकार, ऐसा ऑटोमेशन प्रक्रिया जिसमें बार-बार औजारों और फिक्सचरों को बदलने तथा मशीन की नई व्यवस्था करने की आवश्यकता नहीं होती है, उसे नम्य स्वचालन (Flexible Automation) कहते हैं।


फ्लेक्सिबल ऑटोमेशन के (Flexible Automation) के लक्षण -:

●इस Automation की भी प्रारंभिक लागत अधिक होती है।

●इसकी उत्पादन दर, Flexible Automation से कम और Programmable Automation से अधिक होती है।

●इस ऑटोमेशन से लगातार उत्पादन नहीं किया जा सकता है।

●इसके द्वारा नए उत्पाद आसानी से बनाए जा सकते हैं इसीलिए यह ऑटोमेशन आजकल बहुत अधिक पसंद की जा रही है।



स्वचालन के लाभ (Advantages of Automation in Hindi) -:

A) ऑटोमेशन की प्रक्रिया अपनाने से कार्यखंड के रिजेक्ट होने की संभावनाएं कम हो जाती है।

B) स्वचालन से उत्पाद की उत्पादन दर बढ़ती है।

C) बनने वाले उत्पाद के गुणवत्ता में बहुत अधिक सुधार हो जाता है और सभी उत्पाद की साइज के बनते हैं।

D) ऑटोमेशन के द्वारा ऐसी जटिल प्रक्रिया की जाती हैं जो मानव के द्वारा संभव नहीं हो सकती हैं।

E) ऑटोमेशन प्रक्रिया अपनाकर उत्पादन करने से दुर्घटना होने की संभावना कम होती है।

F) ऑटोमेशन के द्वारा बिना रुके हुए अधिक से अधिक उत्पादन तैयार किया जा सकता है। जो मानव के द्वारा संभव नहीं है।


स्वचालन से हानियां (Disadvantages of Automation in Hindi) -:

A) जब मशीनें ऑटोमैटिक विधि द्वारा कार्य करने लगती है तो कम श्रमिकों की आवश्यकता होती है जिसके कारण बेरोजगारी बढ़ने लगती है।

B) जटिल कार्यखंडो का निर्माण करने के लिए लागत बहुत अधिक आती है।

C) काम करने वाले श्रमिकों को अपना कौशल और कारीगरी दिखाने का अवसर नहीं मिलता है। जिसके कारण उनकी कौशलता में कमी आने लगती है।

D) ऑटोमेशन मौजूद होने के कारण यह मशीनें जटिल होती हैं। इसलिए इनकी सेटिंग करने के लिए अधिक अनुभवी ऑपरेटर का होना आवश्यक है।


स्वचालन के अनुप्रयोग (Applications of Automation in Hindi) -:

A) जब श्रमिक कम और उपलब्ध नही होते हैं तो ऑटोमेशन का उपयोग किया जाता है।

B) जब अधिक सुंदर और सुगम उत्पाद बनाना होता है तो ऑटोमेशन विधि आवश्यक होती है।

C) स्वचालन का उपयोग करने से वातावरण सुरक्षित होता है।

D) उत्पाद में उच्च गुणवत्ता प्राप्त करने के लिए ऑटोमेशन का उपयोग किया जाता है।

E) श्रमिक लागत कम आए इसके लिए भी ऑटोमेशन प्रक्रिया अपनाई जाती है।

F) ऑटोमेशन अपनाने से कार्य की दशा में सुधार हो जाता है।

G) उत्पाद पर अधिक स्क्रैप ना बने इसलिए भी स्वचालन आवश्यक है।

H) डिलीवरी कम समय में भी हो जाए इसके लिए भी ऑटोमेशन ही अपनाया जाता हैं।


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