अधात्विक पदार्थ किसे कहते हैं? प्रकार/वर्गीकरण - Non-Metallic Materials in Hindi

अधात्विक पदार्थ (Non-Metallic Materials) -:

ऐसे पदार्थ जिसमे में लौह और अलौह धातुओं का मिश्रण नहीं होता है उन्हें अधात्विक पदार्थ (Non-Metallic Materials) कहते हैं। इन अधात्विक पदार्थों में धातु उपस्थित नहीं होता है। यह पदार्थ प्राकृतिक अवस्था में पाए जाते हैं और इनका निर्माण कृत्रिम रूप में भी किया जाता है। प्रयोग के आधार पर यह पदार्थ भी अपना बहुत अधिक महत्व रखते हैं। आजकल अधात्विक पदार्थों का उपयोग इंजीनियरिंग के विभिन्न क्षेत्रों में हो रहा है।

अधात्विक पदार्थ किसे कहते हैं? प्रकार/वर्गीकरण - Non-Metallic Materials in Hindi
लकड़ी का दरवाजा (अधात्विक पदार्थ)

अधात्विक पदार्थ का वर्गीकरण (Classification of Non-Metallic Materials in Hindi) -:

अधात्विक पदार्थों को उनके अवस्था के आधार पर निम्न प्रकार से विभाजित किया गया है जो निम्न हैं -

1. ऊष्मारोधी पदार्थ (Heat Insulating Materials)

2. विद्युतरोधी पदार्थ (Electrical Insulating Materials)

3. टिम्बर या काष्ठ (Timber)

4.  प्लास्टिक तथा अन्य कृत्रिम पदार्थ (Plastic and other Synthetic Materials)

5. पेन्ट्स, एनेमल, वार्निश तथा लैकर्स (Paints, Enamels, Varnishes and Lacquers)

6. हार्डवेयर्स (Hardwares)

7. विविध पदार्थ (Miscellaneous Materials)


1. ऊष्मारोधी पदार्थ (Heat Insulating Materials) -:

ऐसे पदार्थ जो ऊष्मा प्रवाह का प्रतिरोध करते हैं उन्हें ऊष्मारोधी पदार्थ कहते हैं। ऊष्मा रोधी पदार्थों की उस्मा चालकता बहुत अधिक कम होती है। जहां पर ऊष्मा प्रवाह को बंद करना होता है या ऊष्मा प्रवाह को नियंत्रित करना होता है ऐसे स्थानों पर ऊष्मारोधी पदार्थ ही प्रयोग किए जाते हैं। यह ऐसे पदार्थ होते हैं जो अंदर से ऊष्मा बाहर नहीं जाने देते हैं और वायुमंडल या वातावरण से ऊष्मा अंदर आने नहीं देते हैं।


2. विद्युतरोधी पदार्थ (Electrical Insulating Materials) -:

ऐसे पदार्थ जो दो चालकों के मध्य विद्युत को रोकने का कार्य करते हैं, इस प्रकार के पदार्थों को विद्युतरोधी पदार्थ कहते हैं। विद्युत रोधी पदार्थों में विद्युत ऊर्जा को संग्रहित करने का गुण होता है। ठोस पदार्थों के रूप में जितने भी विद्युत रोधी पदार्थ होते हैं उनमें ऊर्जा गैप का मान 3 इलेक्ट्रॉन वोल्ट या उससे अधिक होता है।


3. टिम्बर या काष्ठ (Timber) -:

ऐसे पेड़ जो अपनी वृद्धि पूर्ण रूप से कर लेते हैं और उनको काटकर जो लकड़ी प्राप्त होती है उसे टिंबर (Timber) कहा जाता है। अगर कोई पेड़ जीवित अवस्था में है और उससे जो टिंबर प्राप्त होता है उसको स्थिर टिंबर (Stationary Timber) कहते हैं।


4.  प्लास्टिक तथा अन्य कृत्रिम पदार्थ (Plastic and other Synthetic Materials) -:

प्लास्टिक ऐसे पदार्थ होते हैं जिनको ताप देकर आसानी से Moulding किया जा सकता है अर्थात इन्हें वांछित आकार में बदला जा सकता है। प्लास्टिक को प्राकृतिक अवस्था में प्राप्त करने के साथ-साथ इस को कृत्रिम रूप में भी बनाया जा सकता है। प्लास्टिक का उपयोग करके विभिन्न प्रकार की वस्तुएं बहुत ही कम समय में तैयार हो जाती हैं और उनकी लागत भी कम होती है। प्लास्टिक के पदार्थ हल्की होने के साथ-साथ संक्षारणरोधी भी होती हैं।


5. पेन्ट्स, एनेमल, वार्निश तथा लैकर्स (Paints, Enamels, Varnishes and Lacquers) -:

हम सभी जानते हैं कि धातु को जब वायुमंडल में खुला छोड़ दिया जाता है तो वायुमंडल में उपस्थित नमी और अन्य गैसों के प्रभाव के कारण धातु का संक्षारण होने लगता है। इसीलिए धातु की सतह को संक्षारण से बचाने के लिए धातु की सतहों पर पेंट कर दिया जाता है। धातु की सतहों पर पेंट करने से धातुओं का जीवनकाल बढ़ जाता है। इसी प्रकार लकड़ी, धातु, भवन और अन्य पदार्थों की सतहों पर भी पेंट कर दिया जाता है। जिसके लिए पेंट, वार्निश और लैकर्स का प्रयोग किया जाता है। पेंट, वार्निश और लैकर्स को जब सतह पर पॉलिश कर दिया जाता है तो सतह चिकनी और अच्छी हो जाती है जिसके कारण सतह का आकर्षण और सुंदरता बढ़ जाती है।


6. हार्डवेयर्स (Hardwares) -:

हार्डवेयर ऐसी वस्तुएं होती हैं जिनका उपयोग भवन निर्माण के क्षेत्र में किया जाता है। अगर भवन निर्माण कार्य मे धात्विक सेटिंग्स, स्वच्छता फिटिंग्स या जल संभरण, पाइप फिटिंग्स इत्यादि कार्य करने होते हैं तो हार्डवेयर्स की आवश्यकता पड़ती है। हार्डवेयर्स के अंतर्गत पाइप फिटिंग, सॉकेट, बैंड, टोटी, क्रॉस, प्लग रिड्यूसर इत्यादि जैसे पदार्थ आते हैं।
तकनीकी क्षेत्र में इन वस्तुओं का महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। हार्डवेयर के वस्तुओं का उत्पादन धात्विक और अधात्विक पदार्थों के कच्चे माल के द्वारा किया जाता है। इन वस्तुओं का निर्माण करने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रक्रम  जैसे - ढलाई, रोलिंग, वेल्डिंग, मशीनिंग, फोर्जिंग इत्यादि जैसे ऑपरेशन किए जाते हैं।


7. विविध पदार्थ (Miscellaneous Materials) -:

इस पदार्थ के अंतर्गत दरवाजे खिड़कियां इत्यादि की फिटिंग आती है। इनके अलावा और भी अन्य पदार्थ भी विविध पदार्थ के  अंतर्गत आते है



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