सिलिका क्या है? गुण और उपयोग - Silica in Hindi

सिलिका क्या है? गुण और उपयोग - Silica in Hindi

सिलिका (Silicon Dioxide) -:

सिलिकॉन डाइऑक्साइड को ही सिलिका कहा जाता है। सिलिकॉन डाइऑक्साइड या सिलिका का रासायनिक सूत्र SiO2 होता है। सिलिकॉन डाइऑक्साइड में सिलिकॉन और एक ऑक्साइड होता है। सिलिकॉन ऑक्साइड के साथ जो ऑक्साइड होता है उसे क्वार्टज के भी रूप में जाना जाता है। यह अधिकांश विभिन्न प्रकार की जीवित प्राणियों में पाया जाता है। सिलिका को रेत का प्रमुख घटक माना जाता है। सिलिका का उपयोग खाद्य और दवा उद्योग में भी किया जाता है और इसके द्वारा ईंट का भी निर्माण किया जाता है जो बहुत ही टिकाऊ होते हैं। इसका गलनांक 1713 ℃ और क्वथनांक 2950 ℃ होता है। शुद्ध सिलिका को जब 1713 ℃ का तापमान दिया जाता है तो यह धीरे-धीरे नरम पड़ती जाती है और गलने लगती है। परंतु जब इसको क्षारीय पदार्थों के संपर्क में लाकर गर्म किया जाता है तो यह सिलीकेट का उत्पादन करती है, जिसमें से कुछ तो गल जाते हैं परंतु बाकी सब शेष बचे रह जाते हैं। जब सिलिका में क्षारीय पदार्थ मिला दिए जाते हैं तो अब केवल उसकी सुरक्षा करना ही होता है। बालू तथा डीना रॉक जैसे पदार्थों में भी सिलका उपस्थित रहती है, जिसके कारण सिलिका को आसानी से इनमें से प्राप्त किया जा सकता है। सिलिका को भारत के बिहार राज्य को स्रोत माना जाता है।


सिलिका के अन्य नाम -:

सिलिका को सिलिकॉन डाइऑक्साइड के नाम से जाना जाता है। सिलिका का आईयूपीएसी (IUPAC) नाम सिलिकॉन डाइऑक्साइड है और इसको और भी अन्य नामों से जाना जाता है जो निम्नलिखित हैं -

●क्वार्ट्ज

●सिलिकान डाईऑक्साइड

●सिलिका

●सिलिका रेत

●क्रिस्टलीय सिलिका

●शुद्ध सिलिका


सिलिका की प्राप्ति -:

सिलिका को सबसे अधिक खनिज अर्थात खनन के माध्यम से प्राप्त किया जाता है, जिसमें सबसे  ज्यादा रेत और क्वार्टज होते हैं। सिलिका का उत्पादन करने के लिए प्रयोगशाला विधि और अन्य विधियाँ भी अपनाई जाती हैं। सिलीकान डाइऑक्साइड बहुत ही स्थिर होता है इसलिए इसे कई अन्य विधियों से भी उत्पादित किया जा सकता है।


सिलिका के गुण (Properties of Silica in Hindi) -:

1. इसका रंग पीला और सफेद-पीला पारदर्शी होने के साथ कभी कभी यह पारदर्शी भी होता है। यह अधिकांश रंगहीन होता है।

2. यह ठोस आकार का होता है।

3. विभिन्न प्रकार के अपद्रव्यों के उपस्थिति के कारण यह कभी भिन्न-भिन्न रंगों में मिलता है।

4. इसका प्रयोग करके कांच को खुरचा जा सकता है।

सिलिका कठोरता 7 होती है।

5. इसका आपेक्षिक घनत्व 2.65 होता है।

6. इस खनिज में जल की मात्रा 10% से अधिक नहीं होती है।

7. इस वर्ग की खनिजों चाल्सीडानी को छूने पर मोम जैसा प्रतीत होता है।

8. क्वार्ट्ज षड्भुजीय प्रणाली का क्रिस्टल होता है।

9. ताप में परिवर्तन होने पर सिलिका उसे आसानी से सह लेती है

10. इसका गलनांक 1713℃ होता है।

11. इसका क्वथनांक 2950 ℃ होता है।


सिलिका के उपयोग (Uses of Silica in Hindi) -:

1. सिलिका बालू के छोटे-छोटे कणों के रूप में भी उपस्थित होता है।

2. इसका उपयोग धात्विक उद्योगों में भी किया जाता है।

3. सबसे अधिक सिलिका का उपयोग भट्टी का निर्माण करने में किया जाता है।

4. सिलिका को सिरेमिक सामानों के निर्माण में उपयोग किया जाता है।

5. सिलिका का उपयोग करके सिलिका ईंट बनाई जाती है जो तापरोधी होती है।

6. सिलिका का उपयोग कागज उद्योग में भी किया जाता है।

7. सिलिका से बनी रेत को घर और इमारतें बनाने के काम में लाया जाता है।

8. इसका भिन्न रूप क्वार्टज से प्रकाश यंत्र और रासायनिक उपकरण का निर्माण किया जाता है।

9. सिलिका का उपयोग अर्धचालकों के रूप में भी किया जाता है।

10. सिलिका का प्रयोग करके फाइबर ग्लास का भी निर्माण किया जाता है।



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