सरेस (Glue) क्या है? प्रमुख ग्लू के नाम

सरेस (Glue in Hindi)

सरेस (Glue in Hindi) -:

लकडी के कार्य में लकड़ी के सतहों को जोड़ने के लिए जिन आसंजक का उपयोग किया जाता है उन्हें सरेस (Glue) कहते हैं। ग्लू या सरेस का प्रयोग लकड़ी के बोर्ड के किनारों को जोड़ने के लिए, फेस टू फेस सतह को जोड़ने के लिए किया जाता है, जिससे बोर्ड की मोटाई बढ़ सकें। ग्लू का प्रयोग ठंडी और गर्म दोनों अवस्था में किया जा सकता है। जब ग्लू को ठंडी अवस्था में प्रयोग किया जाता है तो इसे द्रव या शीतल ग्लू कहते हैं। शीतल गुल्लू का प्रयोग वहां करना पर चाहिए जहां पर धीरे-धीरे जोड़ने  का कार्य करना हो और कम मजबूती प्राप्त करना होता है। परंतु जब इस ग्लू का उपयोग गर्म अवस्था में किया जाता है तो उसे गर्म पानी या पका हुआ ग्लू कहते हैं। गरम ग्लू का प्रयोग वहां पर किया जाता है जहां पर टिकाऊ और मजबूत जोड़ बनाना होता है।
अगर व्यवसाय की दृष्टि से देखा जाए तो व्यवसायिक तौर पर अनेक प्रकार के सरेस (Glue) उपयोग में लाया जाते हैं जिनमें से कुछ प्रमुख सरेस (Glue) का वर्णन नीचे किया गया है -

1) जंतु सरेस (Animal Glue)

2) सोडियम सिलीकेट सरेस (Sodium Silicate Glue)

3) वनस्पति सरेस (Vegetable Glue)

4) रेजिन सरेस (Resin Glue)

5) केसिन सरेस (Casein Glue)

6) कांटेक्ट सीमेंट (Contact Glue)

7) ब्लड एलुमिन सरेस (Blood Alumin Glue)

8) म्यूसिलेज सरेस (Mucilage Glue)


1) जंतु सरेस (Animal Glue) -:

यह ऐसा Glue है जिसका निर्माण जानवरों की चमड़ी, हड्डी, खूर और अन्य बेकार भागों से बनाया जाता है। जंतु सरेस को बनाने के लिए, इनको सबसे पहले शुद्ध किया जाता है और इसको शीट, फ्लैक या पाउडर के रूप में बदल दिया जाता है। ऐसे ग्लू का प्रयोग गर्म अवस्था में ही किया जाता है। जब यह गरम अवस्था में प्रयोग किया जाता है तो बहुत जल्दी ही सेट हो जाता है। इस ग्लू का प्रयोग करके रात भर पानी में ठंडा कर देना चाहिए और बाद में उन्हें गर्म कर देना चाहिए। जंतु सरेस (Animal Glue) को बाजार में द्रव के रूप में प्राप्त किया जा सकता है। वैसे तो सामान्य तौर पर इसका उपयोग ठंडी अवस्था में किया जाता है परंतु जब यह गर्म हो जाता है तो इसे जल्दी से जल्दी प्रयोग कर देना चाहिए। बार-बार गर्म करके प्रयोग करने से इसके द्वारा बनाई गई जॉइंट कमजोर हो जाती है और यह गर्म करने से गाढ़ा भी हो जाता है तथा साथ-साथ इस के बहाव की सामर्थ भी कम हो जाती है।


2) सोडियम सिलीकेट सरेस (Sodium Silicate Glue) -:

सोडियम सिलीकेट सरेस को प्राप्त करने के लिए सोडा ऐश और बालू को एक साथ मिलाकर के गर्म भट्टी में पिलाया जाता है। जिसके फलस्वरूप सोडियम सिलीकेट सरेस का निर्माण होता है।
जब यह भट्टी में पिघल जाता है तो इसको बाद में ठंडा किया जाता है और पानी में घोला जाता है। पानी में घोलने के बाद इसे सूखने के लिए रख देते हैं। जब यह सूख जाता है तो वाटर ग्लास के रूप में प्राप्त होता है। यह वाटर ग्लास ऐसा होता है जिसमें आसंजक के गुण भरपूर मात्रा में विद्यमान होते हैं। सोडियम सिलीकेट सरेस (Sodium Silicate Glue) का उपयोग पेपर बॉक्स और कार्ड बोर्ड्स निर्माण में अधिकांश किया जाता है। यह ऐसा सरेस होता है जो जल रोधी होने के साथ-साथ फंगसरोधी भी होता है। सोडियम सिलीकेट में कुछ अन्य निष्क्रिय पदार्थ भी मिलाया जाते हैं, जिनमें पाउडर - एस्बेस्टस और बेरियम सल्फेट जैसे पदार्थ होते हैं। इन पदार्थों को मिलाने के बाद सोडियम सिलिकेट सरेस का उपयोग सिरेमिक पदार्थों पर भी व्यवसायिक पैमाने पर किया जा सकता है।


3) बनस्पति सरेस (Vegetable Glue) -:

बनस्पति सरेस का उत्पादन स्टार्च के माध्यम से किया जाता है। स्टार्च एक ऐसा पदार्थ है जिसको बनाने के लिए पेड़ों की जड़ों, रेशो तथा पेड़ों के हानर्स आदि का इस्तेमाल किया जाता है। स्टार्च को सबसे पहले अम्ल के साथ अभिक्रिया कराया जाता है और उसके बाद इसको पाउडर के रूप में पीस लेते हैं।
बनस्पति सरेस (Vegetable Glue) ऐसा पदार्थ होता है जिसका उपयोग ठंडी अवस्था में ही करना पड़ता है। इसकी क्षमता इतनी अधिक होती है कि इसका प्रयोग यांत्रिक सपैडर्स के माध्यम से किया जाता है। अतः हम कह सकते हैं कि बनस्पति सरेस सामान्य कार्य के लिए उपयोग में नहीं लाया जाता है। बनस्पति सरेस का सबसे अधिक प्रयोग प्लाईवुड उद्योग में किया जाता है।


4) रेजिन सरेस (Resin Glue) -:

फार्मल्डिहाइड यूरिक एसिड और अन्य प्रकार के केमिकल को आपस में मिलाकर के रेजिन सरेस (Resin Glue) का निर्माण किया जाता है। यह बाजार में पाउडर के रूप में मिलता है। जब इसका प्रयोग करना होता है तो इसे सबसे पहले पानी में मिलाया जाता है और एक गाढ़ा घोल तैयार किया जाता है। रेजिन सरेस का उपयोग करके मजबूत जोड़ बनाया जाता है साथ ही इसको प्रयोग करने में बहुत ही आसानी होती हैं। इसकी खास बात यह है कि जब इसका उपयोग किया जाता है तो कोई भी दाग या धब्बा नहीं दिखाई देता है और न ही उत्पन होता हैं। रेजिन सरेस का उपयोग फर्नीचर निर्माण कार्यों, सजावटी कार्यों में किया जाता है। प्लास्टिक रेजिन सरेस का उपयोग प्लाईवुड कार्यों में सबसे अधिक किया था। रिसोरसीनॉल रेजिन सरेस का उपयोग उन उत्पादों को जोड़ने में किया जाता है जो अधिकतर परिवर्तनशील मौसम से प्रभावित होते रहते हैं और सदैव आद्र वायुमंडल के संपर्क में रहते हैं।


5) केसिन सरेस (Casein Glue) -:

केसिन सरेस का उत्पादन करने के लिए सबसे पहले दूध से क्रीम निकाल लिया जाता है और जो दूध बचता है उसमें कुछ अम्ल, बैक्टीरिया और एंजाइम मिलाकर इसको दही के रूप में प्राप्त कर लिया जाता है। अब इस दही के रूप में प्राप्त पदार्थ को साफ करके, दबा करके, इसको सुखा दिया जाता है। सुखाने के बाद सफेद पाउडर के रूप में इसको पीस लिया जाता है। इस प्रकार जो पाउडर हमे प्राप्त होता है उसे केसिन पाउडर कहते हैं। अब कैसीन पाउडर को तनु क्षारीय घोल में मिलाया जाता है जिसके फलस्वरूप हमें केसिन सरेस (Casein Glue) घोल की प्राप्ति होती है।
केसिन सरेस के माध्यम से जब किसी पदार्थ को जोड़ा जाता है तो उसके सेट होने में 15 से 20 मिनट का समय लगता है। इसके द्वारा जो जोड़ बनाये जाते हैं उस पर पानी का प्रभाव नहीं पड़ता है इसलिए इसका प्रयोग सबसे अधिक वहां पर किया जाता है, जहां पर अधिकतर नमी होती है। सामान्य तौर पर केसिन सरेस का प्रयोग फर्नीचर निर्माण के कार्यों में, नाव के निर्माण के कार्यों में और बेयरिंग इत्यादि में किया जाता है।


6) कांटेक्ट सीमेंट (Contact Glue) -:

कांटेक्ट सीमेंट के द्वारा भी धब्बा रहित जोड़ तैयार किया जाता है। जब इसकी एजिंग कर दी जाती है तो यह ऊष्मारोधी बन जाता है। यह जल और नमी विरोधी भी होता है। कांटेक्ट सीमेंट (Contact Glue) पर केमिकल, आयल ग्रीस इत्यादि का प्रभाव ना के बराबर होता है, साथ ही कांटेक्ट सीमेंट बहुत ही मजबूत जोड़ देता है। कांटेक्ट सीमेंट का प्रयोग करते समय क्लैंप का उपयोग नहीं करते हैं और ना ही इस जॉइंट को बनाते समय प्रेस करने की आवश्यकता पड़ती है।


7) ब्लड एलुमिन सरेस (Blood Alumin Glue) -:

गाय के खून में क्षार मिलाने पर जो सरेस प्राप्त होता है उसे ब्लड एलुमिन सरेस करते हैं। यह मार्केट में दुकानों पर पपड़ी के रूप में बेचे जाते हैं, जो आसानी से उपलब्ध होते हैं। इन पपड़ीयों को उपयोग में लाने से पहले पानी में घोला जाता है जिससे यह एक घोल के रूप में तैयार हो जाते हैं और फिर इन्हें उपयोग में लाया जाता है। ब्लड एलुमिन सरेस (Blood Alumin Glue) के द्वारा मजबूत जोड़ प्राप्त होता है इस सरेस का उपयोग अधिकांश चमड़े की ड्रेसिंग करने के लिए और डिब्बे को बनाने के लिए किया जाता है। ब्लड एलुमिन सरेस का उपयोग करके कागज, धातु और चमड़े पर मजबूत जोड़ प्राप्त किया जा सकता है।


8) म्यूसिलेज सरेस (Mucilage Glue) -:

यह सरेस गाढ़े घोल के रूप में दिखाई देने वाला पदार्थ होता है। म्यूसिलेज सरेस (Mucilage Glue) को तैयार करने के लिए पानी, गोंद, स्टार्च और डेक्सट्रिन आदि को आपस में मिलाकर तैयार किया जाता है। यह ऐसा सरेस होता है जो आसानी से जोड़ने वाली सतह पर फैल जाता है। इसके द्वारा बनने वाले जोड़ मजबूत नही होते हैं। सामान्यतः इसका उपयोग कागज चिपकाने, लिफाफा बनाने और स्टैम्प बनाने में किया जाता है।



ये भी पढ़े...


Post a Comment

0 Comments