चीनी मिट्टी (Kaolinite/China Clay) क्या है? वर्गीकरण । गुण । उपयोग

चीनी मिट्टी (Kaolinite/China Clay in Hindi) -:

इस मिट्टी में 40% एल्युमीना और 45% सिलिका उपस्थित होती है। इस मिट्टी का उपयोग तापसह पदार्थों के रूप में किया जाता है जो ऊष्मारोधी पदार्थ के रूप में कार्य करते हैं। चीनी मिट्टी (Kaolinite/China Clay) को एक अच्छी श्रेणी का विद्युत रोधी पदार्थ माना जाता है। इस मिट्टी का रंग सफेद और सुघटय होता है, इसको प्राकृतिक अवस्था में पाया जाता है। इस का रासायनिक नाम या फार्मूला ऐल्यूमिनो-सिलिकेट (Al2O3.2SiO2.2H2O) होता है। चीनी मिट्टी का एक अन्य नाम है जिसे केओलिन कहा जाता है। केओलिन एक ऐसा शब्द है जिसका अर्थ पहाड़ी डंडा होता है।


चीनी मिट्टी (Kaolinite/China Clay) क्या है? वर्गीकरण । गुण । उपयोग
चीनी मिट्टी के पात्र


चीनी मिट्टी (Kaolinite/China Clay) को प्राप्त करने का तरीका -

चीनी मिट्टी (Kaolinite/China Clay) का उपयोग करने से पहले उसके अंदर उपस्थित अपद्रव्यों को बाहर निकालना जरूरी होता है। उसकी अपद्रव्यों को बाहर निकालने के लिए चीनी मिट्टी को पानी से धोया जाता है, जिसके कारण चीनी मिट्टी पानी में बह जाती है और जो अपद्रव्यों होते हैं वह नीचे बैठ जाते हैं। जो पानी बहती है, जिसमें चीनी मिट्टी मिली होती है उसे एक टंकी में इकट्ठा कर लिया जाता है और कुछ समय के लिए छोड़ दिया जाता है। उसे तब तक छोड़ देना चाहिए जब तक कि चीनी मिट्टी नीचे बैठ ना जाए। जब चीनी मिट्टी उस टंकी में नीचे बैठ जाती है तो टंकी का पानी निकाल करके चीनी मिट्टी को प्राप्त कर लिया जाता है और प्राप्त चीनी मिट्टी को उपयोग में लाया जाता है।



चीनी मिट्टी (Kaolinite/China Clay) की प्राप्ति स्थान -

भारत में चीनी मिट्टी का स्रोत बिहार राज्य की राजमहल पहाड़ियां, पत्थर गट्टा नामक स्थान व दिल्ली के आसपास की पहाड़ियों में और केरल के त्रिवेंद्रम के पास कुंडारा नामक स्थान में प्रचुर मात्रा में चीनी मिट्टी को पाया जाता है। इसको राजस्थान में भी कई पहाड़ी स्थानों पर पायी जाती है। भारत के मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, चेन्नई, बंगाल और राजस्थान राज्यों में भी चीनी मिट्टी अधिक मात्रा में पाई जाती है साथ ही असम और पंजाब भी चीनी मिट्टी को प्रदान करते हैं।



चीनी मिट्टी का वर्गीकरण (Classification in Kaolinite/China Clay in Hindi) -:

रंग के आधार पर चीनी मिट्टी के प्रकार -:

A. वह चीनी, मिट्टी जो आग में पकाने पर सफेद रहती है

B. वह चीनी मिट्टी जो आग में पकाने पर सफेद नहीं रहती है


सूखने और पकाने के आधार पर चीनी मिट्टी के प्रकार -:

A.चीनी अधिक सिकुड़नेवाली चीनी मिट्टी

B. कम सिकुड़नेवाली चीनी मिट्टी


विघटनस्थल के आधार पर चीनी मिट्टी के प्रकार -:

A. विघटनस्थल पर पाई जाने वाली चीनी मिट्टी

B. विघटन के स्थान से बहकर दूसरे स्थान में जमी पाई जाने वाली चीनी मिट्टी


गलने के आधार पर चीनी मिट्टी के प्रकार -:

A. ऊँचे ताप पर गल जानेवाली चीनी मिट्टी

B. ऊंचे ताप पर न गलनेवाली चीनी मिट्टी


सुघट्य के आधार पर चीनी मिट्टी के प्रकार -:

A. विशेष सुघट्य की चीनी मिट्टी

B. कम सुघट्य चीनी मिट्टी


साइज के आधार पर चीनी मिट्टी के प्रकार -:

A. छोटे कणों वाली चीनी मिट्टी

B. बड़े कणों वाली मिट्टी



चीनी मिट्टी के गुण (Properties of Kaolinite/China Clay in Hindi) -:

1. जब चीनी मिट्टी गीली रहती है तो उसे वांछित आकार में परिवर्तित कर दिया जाता है जो सूखने पर कठोर हो जाती है।

2. चीनी मिट्टी जब सूख जाती है तो यह अपने आकार में रहती है परिवर्तित नहीं होती है।

3. आग में पकने पर भी इसके आकार में कोई परिवर्तन नहीं होता है।

4. चीनी मिट्टी के अंदर या गुण होता है कि वह तापमान पर गलती नहीं है।

5. जब इसको पकाया जाता है तो यह हल्की सी सिकुड़ जाती है।



चीनी मिट्टी के उपयोग (Uses of Kaolinite/China Clay in Hindi) -:

1. चीनी मिट्टी को दवा के रूप में भी प्रयोग किया जाता है।

2. हैजा जैसी बीमारी में भी चीनी मिट्टी का उपयोग किया जाता है।

3.-चीनी मिट्टी के द्वारा अस्पताल में काम आने वाले सामान का निर्माण किया जाता है।

4. तापसह ईट बनाने के लिए चीनी मिट्टी का उपयोग किया जाता है।

5. चीनी मिट्टी का प्रयोग करके बिजली का इंसुलेटर भी बनाया जाता है।

6. मोटर गाड़ियों के स्पार्क प्लग में भी इसका उपयोग किया जाता है।

7. रबड़ और कागज के निर्माण में चीनी मिट्टी उपयोगी सिद्ध होती है।

8. चीनी मिट्टी का प्रयोग कपड़ा उद्योग में पूरक की तरह किया जाता है।

9. चीनी मिट्टी का उपयोग करके वर्तन, प्याले, कटोरी, थाली इत्यादि का भी निर्माण किया जाता है।



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