Fire Clay क्या है? प्रकार । गुण । उपयोग

अग्निसह मिट्टी (Fire Clay) क्या है? प्रकार । गुण । उपयोग

अग्निसह मिट्टी (Fire Clay in Hindi) -:

फायर क्ले या अग्निसह मिट्टी को पृथ्वी से प्राप्त किया जाता है। इसमें हाइड्रेटेड एल्युमिनियम सिलीकेट सबसे मुख्य होता है। फायर क्ले को फेल्सपार का विघटन करके प्राप्त किया जाता है। इसमें 10 से 15% संयुक्त जल होता है। कम प्लास्टिक की क्वालिटी वाली क्ले या फ्लिंट क्ले काफी अधिक कठोर होती है। यह उच्च ताप सहने का सामर्थ्य अपने पास रखती है फायर क्ले (Fire Clay) को बिहार, उड़ीसा, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु राज्य से प्राप्त किया जाता है।

फायर क्ले/अग्निसह मिट्टी में जब तक अशुद्धियां होती हैं यह उच्च ताप आपको सहन नहीं कर पाते हैं। अशुद्धियों के कारण इसकी उच्च ताप सहने की सामर्थ्य कम हो जाती है। इसलिए अशुद्धियां निकालकर इसके ताप सहने के सामर्थ्य को बढ़ाया जाता है। फायर क्ले में सामान्य तौर पर निम्नलिखित अशुद्धियां पाई जाती हैं-

● कैल्शियम सिलीकेट

● मैग्नीशियम सिलिकेट

● बालू

● आयरन ऑक्साइड

● आयरन सिलिकेट और आयरन सल्फाइड

● ग्रेवल

● माइका की उपस्थिति

फायर क्ले/अग्निसह मिट्टी पर एलक्ली और क्षारीय ऑक्साइड का प्रभाव बहुत अधिक पड़ता है। इस प्रभाव के कारण दोहरे सिलिकेट बनने लगते हैं और फायर क्ले का गलनांक कम हो जाता है जिसके फलस्वरूप इसके ताप सहने की क्षमता घट जाती है।


अग्निसह मिट्टी के प्रकार (Types of Fire Clay in Hindi) -:

ये दो प्रकार के होते हैं, जो निम्न हैं -

1. प्लास्टिक क्ले (Plastic Clay)

2. कम प्लास्टिक क्ले (Less Plastic Clay)


अग्निसह मिट्टी के गुण (Properties of Fire Clay in Hindi) -:

1. फायर क्ले रासायनिक रूप से शुद्ध होने के साथ-साथ या निष्क्रिय भी होता है।

2. फायर क्ले के ब्रिक्स का तापीय प्रसार गुणांक कम होता है।

3. फायर क्ले , सिलिका ईंटों की तुलना में कम रिफेक्ट्री होता है और सस्ता भी होता है।

4. सिलिका ईटों की तुलना में फायर क्ले के कम अम्लीय होते हैं।

5. अग्निसह मिट्टी पूर्ण रूप से क्षारीय धातु के मलों के प्रभाव का प्रतिरोध नहीं कर पाती है।


अग्निसह मिट्टी का उपयोग (Uses of Fire Clay in Hindi) -:

1. फायर क्ले का उपयोग परावर्तनी भट्टीयों की संरचना करने के लिए किया जाता है।

2. अग्निसह मिट्टी का प्रयोग अनीलीकरण करने वाली भट्टीयों में भी किया जाता है।

3. रिहीटिंग फर्नेस में फायर क्ले (Fire Clay) का प्रयोग किया जाता है।

4. वह प्रत्येक भट्ठी जिसका तापमान अधिक उच्च ना होकर के मध्य होता है उसमें फायर क्ले का उपयोग किया जाता है।

5. जब मध्य तापमान वाली जगह होती है तो वहां पर सिलिका का प्रयोग ना करके फायर क्ले का प्रयोग किया जाता है।

6. चिमनी की लाइनिंग लगाने में भी फायर क्ले का प्रयोग किया जाता है।

7. जो भट्टियां रेजनरेटिव का कार्य करती है उनमें भी इसका उपयोग किया जाता है।

8. धमन भट्टी में लाइनिंग लगाने के लिए भी फायर क्ले ईंटे का प्रयोग किया जाता है।

9. जिन भाइयों को बार-बार ठंडा करने की आवश्यकता पड़ती है उनमें भी फायर क्ले इन प्रयोग किए जाते हैं।



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