क्रोमाइट क्या है? गुण और उपयोग - क्रोमाइट की ईंट

 

क्रोमाइट (Chromite in Hindi) । गुण और उपयोग - क्रोमाइट की ईंट

क्रोमाइट (Chromite in Hindi) -:

क्रोमाइट को एक आदर्श उच्च तापसह पदार्थ माना जाता है। जब यह 2180℃ का ताप पाती है तो मुलायम हो जाती है। आयरन ऑक्साइड और क्रोमियम ऑक्साइड के यौगिकों  से बना क्रिस्टलीय खनिज पदार्थ ही क्रोमाइट होता है। Chromite का रासायनिक सूत्र या फार्मूला Fe.Cr. O4 होता है। क्रोमियम एक ऑक्साइड का खनिज होने के कारण स्पिनल समूह से संबंधित होता है। क्रोमाइट का प्रयोग करके Stainless-Steel बनाया जाता है। इस स्टील को बनाने के लिए फेरोक्रोम विधि अपनाई जाती है।
क्रोमाइट को खनिज के रूप में जब पाया जाता है तो यह कई किलोमीटर तक लंबी और चौड़ी हो सकते हैं। यह क्रिस्टल के रूप में दानेदार होते हैं इन के दानों का आकार छोटा होता है। सामान्यता क्रोमाइट का रंग काला और भूरा या इन दोनों का मिश्रण ही होता है परंतु कई जगह, यह काले और भूरे रंग के पट्टीदार अवस्था में दिखाई देते हैं। क्रोमाइट का विशिष्ट गुरुत्व 4.5 से 4.8 होता है और जब कभी क्रोमाइट और गैसों की अभिक्रिया होती है तो धातु कार्बाइड का निर्माण हो जाता है।
क्रोमाइट का स्रोत बिहार और कर्नाटक राज्य है। वही पर ये पाए जाते हैं। भारत से अन्य देशों में भी क्रोमाइट का निर्यात किया जाता है।


क्रोमाइट के गुण (Properties of Chromite in Hindi) -:

1) क्रोमाइट बड़े पैमाने पर और दानेदार क्रिस्टल के रूप में पाए जाते हैं।

2) क्रोमाइट के खनिजों के दाने समान्यतः आकार में छोटे होते हैं।

3) क्रोमाइट का विशिष्ट गुरुत्व 4.5 से 4.8 होता है।

4) चट्टानों के निर्माण की स्थितियों को निर्धारित करने में लोहे और क्रोमियम की मिश्र धातुओं का निर्माण किया जा सकता है।

5) क्रोमाइट को एक महत्वपूर्ण खनिज माना जाता है।

6) जब क्रोमाइट और गैसों की परस्पर प्रक्रिया होती है तो धातु कार्बाइड का निर्माण होता है।

7) क्रोमाइट भुरा और काला-भुरा रंग में पाया जाता है।

8) इस पदार्थ की मोह स्केल कठोरता 5.5 होती है।

9) क्रोमाइट का सूत्र (Fe, Mg)Cr 2 O 4 होता है।


क्रोमाइट के प्रयोग (Applications of Chromite in Hindi) -:

1) क्रोमाइट का प्रयोग मिट्टी के बर्तन और टाइल बनाने के लिए किया जाता है।

2) आवश्यकता पड़ने पर इसके उपयोग रत्न में भी किए जाते हैं।

3) क्रोमाइट को उच्च तापसह पदार्थों के रूप में भी प्रयोग किया जाता है।

4) मिश्र धातुओं में जंग लगने से बचाने के लिए क्रोमाइट का उपयोग किया जाता है।

5) क्रोमाइट का उपयोग क्रोम प्लेटिंग में भी किया जाता है।

6) कांच, पेंट इत्यादि में क्रोमाइट वर्णक के रूप में उपयोग किया जाता है।

7) क्रोमाइट का उपयोग करके Stainless-Steel और अलौह धातुओं का निर्माण किया जाता है।

8) जेट इंजन में क्रोमियम युक्त सुपरऑलॉय लगे होने के कारण, यह उच्च तापमान वाले वातवरण में भी चलता है।


क्रोमाइट की ईंटे (Bricks Of Chromite in Hindi) -:

हम भली-भांति जानते हैं कि क्रोमाइट एक आदर्श उच्चतापसह पदार्थ होता है जिसको 2180℃ का तापमान दिया जाता है तो यह मुलायम हो जाता है। क्रोमाइट ईटों (Chromite Bricks) का उत्पादन भी बिल्कुल मैग्नेसाइट ईटों की तरह ही किया जाता है , अंतर केवल इतना होता है कि क्रोमाइट ईटों का उत्पादन करते समय हमें प्राइमरी बर्निंग की आवश्यकता नहीं पड़ती है जबकि मैग्नेसाइट ईटों का उत्पादन करते समय हमें प्राइमरी बर्निंग की आवश्यकता पड़ती है।

सिंहभूमि से जो क्रोमाइट के अयस्क प्राप्त होते हैं उनसे क्रोमाइट ईंट का उत्पादन भारत में मैसर्स टाटा आयरन और स्टील कंपनी तथा वर्म एंड कंपनी करती है जो रानीगंज में स्थित है। इन ईंट का प्रयोग साधारण कार्य के लिए नहीं किया जाता है। क्रोमाइट की ईटें महंगी होने के कारण इनका प्रयोग आजकल कम हो रहा है। क्रोमाइट ईटों के स्थान पर क्रोम-मैग्नेसाइड ईटों का बहुत अधिक प्रचलन हो गया है। क्रोमाइट ईटों का प्रयोग अम्लीय तथा क्षारीय लाइनिंग के बीच बेसिक ओपन हर्थ फर्नेस में और सेकिंग पीटो (Socking Pits) में किया जाता है। क्रोमाइट की ईंटो को तुरंत अगर ठंडा किया जाता है तो इनके ईटें बिखर जाती हैं जिसके कारण और इसका उपयोग उच्च तापमान पर दाब के अंतर्गत वांछनीय नहीं हो पाता है।



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