मोल्डिंग दोष क्या है? प्रकार

मोल्डिंग दोष (Defects of Moulding/Molding in Hindi) - प्रकार

मोल्डिंग दोष (Defects of Moulding/Molding in Hindi) -:

जब किसी पिघले धातु का कास्टिंग किया जाता है तो मोल्ड के कारण जो दोष उसमे उपजते हैं उन दोषों मोल्डिंग दोष (Moulding Defect) कहते हैं। यह दोष बालू/रेत में गुणवत्ता की कमी के कारण आता है। कभी-कभी यह रेत मोल्डिंग में भी गिर जाता है।


मोल्डिंग दोष के प्रकार (Types of Moulding Defects in Hindi) -:

मोल्डिंग करते समय कास्टिंग निम्न दोष उत्पन्न हो सकते हैं -

1. सैण्ड-वाश (Sand Wash)

2. क्रश (Crush)

3. कोर ब्लो (Core Blow)

4. ड्राप (Drop)

5. सैण्ड ब्लो (Sand Blow)

6. शिफ्ट या मिसमैचिंग (Shift or Mismatching)


1. सैण्ड-वाश (Sand Wash) -:

जो मोल्ड कमजोर होती है, उसमें जब पिघली हई धातु डाला जाता है तो पिघली हुई धातु अपने साथ बालू को बहाकर लेकर बाहर चली आती है इस दोष को सैण्ड-वाश (Sand Wash) कहते हैं। इस दोष के कारण सेंड इंक्लूजन दोष भी उत्पन्न हो जाता है।

इस मोल्डिंग दोष के उत्पन होने के निम्न कारण हैं -

● जब बालू की ग्रीन स्ट्रेंथ कम हो जाती है तो यह दोष उत्पन्न हो सकता है।

● जब बालू की ड्राई स्टैंड कम हो जाती है तो यह दोष उत्पन्न हो सकता है।

● बालू की सामर्थ्य कम होने के कारण भी यह दोष उत्पन्न होता है।

● बालू का सही मिश्रण का प्रयोग ना करना भी इस दोष उत्पन्न होने का एक कारण है।


2. क्रश (Crush) -:

कोप तथा ड्रैग को फिट करते समय कुछ बालू के कारण जब इन दोनों के बीच में आकर दब जाते हैं तो इसे क्रश (Crush) कहते हैं। दबे हुए बालू/रेत को मोल्ड की मरम्मत आसानी से किया जाता है। परंतु जब मोल्ड बंद होता है तो बालू के दब जाने का पता नहीं चल पाता है।

क्रश दोष आने के मुख्य कारण निम्न है -

● जब लंबे कोर को गलत तरीके से फीट किया जाता है। बॉक्स का एलाइनमेंट ठीक से नहीं करने पर भी इस दोष की उत्पत्ति हो जाती है।

● यह दोष तब भी उत्पन्न हो जाता है जब मोल्डिंग बालू की ग्रीन स्ट्रेंथ कम होती है।

● जब मोल्ड के ऊपर सामर्थ्य से अधिक भार रखा जाता है तो यह दोष आ जाता है।


3. कोर ब्लो (Core Blow) -:

जब कोर को ठीक से पकाया नहीं जाता है और उसका प्रयोग किया जाता है तो कोर से उपजी गैसे धातु से होकर बाहर निकलने लगती हैं जिसके कारण कोर ब्लो (Core Blow) उत्पन्न हो जाता है।


4. ड्राप (Drop) -:

जब बालू के कुछ टुकड़े टूटकर मोल्ड में गिर जाते हैं तो ड्राप (Drop) उत्पन्न हो जाता है। इस दोष के उत्पन्न होने के कारण कास्टिंग बिगड़ जाता है और उसका आकार सही नहीं प्राप्त हो पाता है।

इस दोष की उपजने के निम्न कारण हो सकते हैं -

● बालू/रेत को ठीक प्रकार से न कूटने और ठोकने के कारण भी यह दोष उत्पन्न होता है।

● मोल्डिंग करते समय जो भाग लटके होते हैं, उसको कील से या किसी अन्य से सामर्थ्य ना देने के कारण भी ड्रॉप दोष उत्पन्न हो जाता है।

● बालू की ग्रीन स्ट्रैंथ कम होने के कारण भी यह उपज जाता है।

● जब बालू की फ्लोएबिलिटी कम होती है तो ड्राप दोष उत्पन्न होता है।


5. सैण्ड ब्लो (Sand Blow) -:

कास्टिंग करते समय मोल्डिंग सैंड में उत्पन्न गैसे जब  कास्टिंग में ही जब रुक जाती है तो सैण्ड ब्लो (Sand Blow)/ब्लो होल (Blow Holes) उत्पन्न हो जाता है। उत्पन्न होने वाले इन गैसों को बाहर निकलने के लिए मोल्ड में वेंट होल का निर्माण किया जाता है। परंतु जब छोटी कास्टिंग की जाती है तो यह गैस बालू के अंदर से ही अपने आप बाहर निकल जाती हैं।

जब मोल्डिंग बालू की पारगम्यता क्षमता कम होती है तो सैण्ड ब्लो (Sand Blow) दोष उत्पन्न होता है।


6. शिफ्ट या मिसमैचिंग (Shift or Mismatching) -:

बालू की कास्टिंग करते समय जब कोप और ड्रैग में बने मोल्ड की एलाइनमेंट को अच्छी तरह से फिट नहीं किया जाता है तो जो दोष उत्पन्न होता है उसे शिफ्ट या मिसमैचिंग (Shift or Mismatching) कहते हैं। इस दोष के उत्पन्न होने का मुख्य कारण डॉवल पिनों और क्लैंप का ढीला होना है।

जब कोर अपनी सीट में ढीली बैठती है तो उस पर पिघली धातु का दाब पड़ने के कारण वह सरक जाती है। जिसके कारण कोर दोष उत्पन्न हो जाता है। इस दोष के निवारण के लिए समय-समय पर मोल्ड बॉक्स का परीक्षण और मेंटेन करना जरूरी होता है।


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