कांच ऊन (Glass Wool) किसे कहते हैं? प्रकार । गुण । प्रयोग

कांच के ऊन (Glass Wool) -:

जब उच्च तापक्रम पर कोई काँच पिघला हो और उसकी धाराओं पर यदि उच्च दाब की भाप या वायु के जेट को प्रवाहित किया जाता है तो Glass Wool तैयार हो जाता है। इस प्रकार भाप या वायु की तेज धार से पिघला काँच सभी दिशाओं में छिटक-छिटक कर काँच ऊन बन जाता है। वास्तव में काँच ऊन एक रेशेदार काँच होता है जिसके फाइबर छोटे तथा बारीक होते हैं तथा इनके रेशे विभिन्न दिशाओं में फैले होते हैं।


कांच ऊन किसे कहते हैं? प्रकार । गुण । प्रयोग । Glass Wool in Hindi
Glass Wool

कांच ऊन के प्रकार (Types of Glass Wool in Hindi) -:

1. निबंधित कांच ऊन (Unbonded Glass Wool)

2. बंधित कांच ऊन (Bonded Glass Wool)

3. कम्बल कांच ऊन (Blanket Glass Wool)


1. निबंधित कांच ऊन (Unbonded Glass Wool) -:

इस कांच के ऊन को व्रकाकार सतहों और असमान सतहों पर प्रयोग किया जाता है। निबंधित कांच ऊन का उपयोग तापन यंत्रो में भी किया जाता है।


2. बंधित कांच ऊन (Bonded Glass Wool) -:

यह कांच की ऊन बहुत ही मजबूत होती है क्योंकि की इसके Bond बहुत ही मजबूत होते हैं। बंधित कांच ऊन का ऑपरेटिंग तापमान, कांच में प्रयुक्त बन्धित Agent पर निर्भर करते हैं। यह कांच ऊन 230 से 315℃ तापमान तक आसानी से कार्य कर सकता है।


3. कम्बल कांच ऊन (Blanket Glass Wool) -:

यहां ऐसी कांच उन होती है जिसके एक ओर पहले से कांच ऊन लगा होता है और दूसरी ओर कांच ऊन स्वयं लगाई जाती है। जब कंबल कांच ऊन पर दूसरी ओर कांच ऊन की परत चढ़ाई जाती है तो उसके नीचे सबसे पहले धातु के तारों के जाल बना दिए जाते हैं जिसके ऊपर कांच की ऊन की परत चढ़ाई जाती है। यह कांच ऊन बांड के रूप में या बिना बांड के रूप में से किसी भी प्रकार का हो सकता है। कम्बल कांच ऊन (Blanket Glass Wool) का प्रयोग बायलर में, सिलेंडर मे, भट्टियों में और पाइपों में इंसुलेशन के रूप में किया जाता है।


कांच ऊन के गुण (Properties of Glass Wool in hindi) -:

1) यह एक उच्च श्रेणी का इन्सुलेटिंग मटेरियल है।

2) इस पर निम्न तापक्रम का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।

3) इसका उपयोग - 212°C तक सफलतापूर्वक किया जा सकता है।

4) ग्लास वूल इन्सुलेशन निबंधित, बंधित, कम्बल तथा पूर्व रुपित रूपों में उपलब्ध होता है।

5) पाइप पर इंसुलेशन चढ़ाने के लिए रुपित कांच ऊन का प्रयोग किया जाता है।


कांच ऊन के प्रयोग (Applications of Glass Wool in hindi) -:

1) पूर्व रुपित कांच ऊन का प्रयोग इंसुलेशन के कार्यों में होता है

2) कम्बल कांच ऊन का प्रयोग पाइप पर इंसुलेशन चढ़ाने के लिए किया जाता है।

3) कंबल कांच ऊन का  प्रयोग बायलर, सिलिंडर और भट्ठीयो में किया जाता है।

4) निबंधित काँच ऊन का प्रयोग करके तापन यंत्रों को उपयोग में लाया जाता है।

5) इसका प्रयोग 315℃ तापमान तक भी किया जा सकता है।


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