Turbine Ke Prakar in hindi-Avegi Turbine Aur Pratikriya Turbine

टरबाइन के प्रकार-Types of turbine in hindi

हम टरबाइन के उन भागों को पढ़ेंगे जिन का प्रयोग अधिकतर किया जाता किया जाता है। प्रयोग के आधार पर टरबाइन को दो भागों में विभाजित किया गया है-

1.आवेगी टरबाइन

2.प्रतिक्रिया टरबाइन


1.आवेगी टरबाइन-Impulsive turbine in hindi

ऐसा टरबाइन जिसमें जब भाप प्रवाहित किया जाता है तो यह टरबाइन ब्लेड को निर्देशित करता है , जिसके फलस्वरुप घूर्णन गति प्राप्त होती है। इस प्रकार के टरबाइन को को आवेगी टरबाइन कहते हैं।

टरबाइन में घूर्णन गति स्थिर ब्लेड से मिलती है। जिसकी सहायता से चल Blade को चलाया जाता है। टरबाइन में स्थिर ब्लेड केसिंग में लगे होते हैं। जो भाप को उच्च वेग में बदल कर दिशा देने का कार्य करते हैं यह भाप उच्च गतिज ऊर्जा में बदल जाता है। जो शाफ्ट की घूर्णन गति घूर्णन गति के लिए उत्तरदायी  होता है। शाफ्ट पर टोकरी की आकार में चल बलेड लगी होती हैं जो उच्च वेग से घूमती हैं और भाप के ऊष्मीय ऊर्जा को शाफ्ट की सहायता से सहायता से यांत्रिक ऊर्जा में बदल देती हैं। आवेगी टरबाइन (Impulsive Turbine) का उदाहरण-पेल्टन टरबाइन


2.प्रतिक्रिया टरबाइन-Response Turbine in hindi

टरबाइन में लगे ब्लेड भाप की दिशा को परिवर्तित कर देते हैं जिससे भाप गति ऊर्जा ऊर्जा गति ऊर्जा ऊर्जा में बदल जाता है जब यह परिवर्तन प्रतिक्रिया बल के कारण उत्पन्न होता है तो इस टरबाइन को प्रतिक्रिया टरबाइन कहते हैं। जैसे- पारसन टरबाइन

जब इस टरबाइन में में भाप गिरता है तो इस भाप को दो भागों में बांट देते हैं। पहले भाग में स्थिर ब्लेड पर भाप का दाब गिरता है फिर चल ब्लेड में भाप का दाब गिरता है।

प्रतिक्रिया टरबाइन (Response Turbine) में रोटर को इस प्रकार सेट किया जाता है कि को इस प्रकार सेट किया जाता है कि किया जाता है कि वह एक अभिसारी नाजल की भांति कार्य करें। रोटर में लगे नाजल से उत्पन्न प्रतिक्रिया बल के कारण टरबाइन के शाफ्ट में गति प्राप्त होती है और केसिंग पर लगे स्थिर ब्लेड भाप को दिशा देते हैं। जिससे भाप ब्लेड की ओर बहती है और चल ब्लेड से गुजरते हुए भाप जेट में परिवर्तित हो जाती है।


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