प्लाज्मा आर्क मशीनिंग (Plasma Arc Machining in Hindi) - लाभ और हानि । अनुप्रयोग

प्लाज्मा आर्क मशीनिंग (Plasma Arc Machining/P.A.M.) क्या है?

प्लाज्मा आर्क मशीनिंग (Plasma Arc Machining/P.A.M.) एक ऐसी धातु कर्तन करने की प्रक्रिया है, जिसमें कार्य खंड की धातु को कर्तन करने के लिए आयनीकृत गैस को उच्च तापमान पर गर्म करके उच्च गति जेट के द्वारा जिस सतह पर मशीनिंग करना होता है उस पर गिराया जाता है। इस प्रक्रम को करते समय आयनीकृत गैस का तापमान 11000 ℃ से 30000 ℃ तक होना चाहिए।

इस मशीनिंग प्रक्रम में प्रमुख भाग एक प्लाज्मा टॉर्च होती है, जिसे प्लाज्मा गन या प्लाज्माट्रोन कहते हैं। यह प्लाज्मा टॉर्च टंगस्टन का बना होता है और इसमें तांबे का एक नॉजल लगा होता है। जब इसमें धारा प्रवाहित की जाती है तो टंगस्टन को कैथोड और नॉजल को एनोड बनाया जाता है। इन दोनों इलेक्ट्रोडो को जल द्वारा शीतलन करने की पूरी व्यवस्था रहती है।


प्लाज्मा आर्क मशीनिंग (Plasma Arc Machining in Hindi) - लाभ और हानि । अनुप्रयोग
Plasma Arc Machining/PAM Process


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प्लाज्मा टॉर्च के अंदर एक छोटा सा कक्ष रहता है जिसमें से हाइड्रोजन, नाइट्रोजन, ऑक्सीजन गैस को जब गुजारा जाता है तो आर्क बनता है। जब इन गैस के परमाणु कार्यक्रम होता है तो अधिक मात्रा में ऊष्मा उत्पन्न होती है। जो गैस प्लाज्मा को बनाने का कार्य करती है उस गैस को प्लाज्मा टॉर्च के अंदर नॉजल डक्ट के माध्यम से बल लगाकर प्रवेश कराया जाता है। प्लाज्मा निर्माण करने वाली गैस जब प्लाज्मा के नॉजल डक्ट से गुजरती है तो उष्मा को शोषित करती है और आर्क बनकर कर ज्वाला के रूप में बाहर निकलती है। इस आर्ट के फ्लेम का तापमान 16000 ℃ तक होता है

जब इतनी तापमान वाली फ्लेम कार्यखंड पर पड़ती है तो कार्यखंड की सतह पिघल जाती है और यह उच्च गैस पुंज , पिघली धातु को अपने साथ बहाकर लेकर चली जाती है । इस प्रकार कार्यखंड के धातु का कर्तन/पृथक्करण हो जाता है। यह प्लाज्मा गैस 2 से 11 मीटर घन प्रति घंटा चलती है इस प्रक्रम को करने के लिए 400 वोल्ट और 200 किलोवाट पावर की आवश्यकता पड़ती है।

प्लाज्मा आर्क मशीनिंग प्रक्रिया के द्वारा कार्यखंड की सतह रुक्ष हो जाता है। जिसमें लगभग 1.5 mm तक परिशुद्धता पाई जाती है। और वंही जब इस विधि द्वारा किसी कार्यखण्ड मे छिद्र किया जाता है तो यह परिशुद्धता बढ़कर 8 mm रुक्ष सतह के रूप में सामने आती है।


प्लाज्मा आर्क मशीनिंग के लाभ (Advantages of Plasma Arc Machining in Hindi) -:

1) प्लाज्मा आर्क मशीनिंग के द्वारा कठोर से कठोर धातुओं की मशीनिंग की जा सकती है।

2) कार्यखंड और औजार को सहारा देने के लिए सामान्य आलम्ब का ढांचा उपस्थित होता है।

3) स्टील की मशीन इन के लिए यह विधि बहुत अधिक तेज होती है।

4) इस विधि का प्रयोग करके किसी भी धातु का कर्तन किया जा सकता है।

5) इसका उपयोग जटिल पदार्थों के रुक्षकारी सतह को काटने के लिए किया जाता है।


प्लाज्मा आर्क मशीनिंग से हानियाँ/सीमाएं (Disadvantages/Limitations of Plasma Arc Machining in Hindi) -:

1) इस प्रक्रम में अधिक उष्मा होने के कारण धातु के गुणों में परिवर्तन हो जाता है।

2) प्लाज्मा आर्क मशीनिंग अन्य प्रक्रमों की तुलना में अधिक विद्युत खर्च करती है।

3) इस प्रक्रिया के दौरान प्राप्त होने वाली सतह रुक्ष होती है।

4) इस प्रक्रम के दौरान कार्यखंड की सतह पर तापीय प्रतिबल उत्पन्न हो जाते हैं।

5) ऑपरेटर को सुरक्षा प्रदान करने की लागत अधिक आती है।


प्लाज्मा आर्क मशीनिंग के अनुप्रयोग (Applications of Plasma Arc Machining in Hindi) -:

1) प्लाज्मा आर्क मशीनिंग का प्रयोग मुख्य रूप से एल्यूमीनियम की मिश्रधातुओं और इस स्टेनलेस स्टील के कर्तन में किया जाता है।

2) इस मशीनिंग प्रक्रिया द्वारा कठोर से कठोर धातु का कर्तन आसानी से और सफलतापूर्वक किया जा सकता है।

3) इस विधि का उपयोग धातुओं और मिश्र-धातुओं के प्रोफाइल को काटने में किया जाता है।

4) प्लाज्मा आर्क मशीनिंग प्रोसेस का प्रयोग स्टैक कटिंग, शेप कटिंग, पियर्सिंग और अंडरवाटर कटिंग के लिए किया जाता है।

5) विभिन्न धातुओं, प्लास्टिक और सिरेमिक तापसह पदार्थों पर पतली फ़िल्म का छिड़काव इस विधि द्वारा किया जा सकता है।


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