धातुओ को गलाने वाली भट्टीयों का वर्गीकरण (Classification of Furnaces for Smelting Metals in Hindi)

जब हम अपने चारों ओर कोई लोहे का सामान देखते हैं तो उसे देखकर कभी ना कभी हमारे मन में ऐसा ख्याल जरूर आया होगा कि यह सामान कैसे बनाए जाते हैं, आखिर यह लोहे जब मुड़ते नहीं हैं तो इन्हें निश्चित आकार का कैसे प्रदान कर दिया जाता है। इन सब सवालों का जवाब है, इनको हाथों से नहीं बनाया जाता है। हां इन पर हस्त प्रक्रियाएं की जाती हैं परन्तु पूरे आकार को हाथ से देना संभव नहीं हो पाता है। इसीलिए इन्हें मशीनों का प्रयोग करके, हस्त औजारों का प्रयोग करके बनाया जाता है और निश्चित आकार दिया जाता है। परंतु सबसे पहले इन्हें लोहे को गलाने वाली भट्टीयों या धातुओं को गलाने वाली भट्टीयों में डाला जाता है। और आप यकीन नहीं करेंगे कि यह पानी की तरह पिघल जाते हैं और जैसे ही ये ठंडक पाते हैं यह कठोर होकर लोहे के रूप में आने लगते हैं। इन पिघली धातु को निश्चित आकार में बदलने के लिए सांचा तैयार किया जाता है और पीघली धातु को सांचे में डाल दिया जाता है और ठंडा होने दिया जाता है। जब साँचा/पैटर्न हटा लिया जाता है तो हम पाते हैं कि लोहा निश्चित आकार में बनकर तैयार हो गया है। परंतु उसमें भी कुछ त्रुटियां होती हैं। जिनको हम मशीनिंग विधि द्वारा या हस्त विधि द्वारा सही करते हैं। तो आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे कि आखिर में लोहे को किन भट्टीयों में पिघलाया जाता है तो प्रस्तुत है लोहे को गलाने वाली भट्टियां, जिनका वर्गीकरण नीचे किया गया है।


धातुओ को गलाने वाली भट्टीयों का वर्गीकरण (Classification of Furnaces for Smelting Metals in Hindi)


गलाई भट्टी का वर्गीकरण (Classification of Smelting Furnace in Hindi) -:

(1) क्रुसिबल भट्टी (Crucible Furnace)

● पिट भट्टी (Pit Crucible Furnace)

● टिल्टिंग भट्टी (Tilting Crucible Furance)

(2) क्यूपोला (Cupola)

(3) ओपन हार्थ भट्टी (Open Hearty Furnace)

(4) रीवर ब्रेटरी भट्टी (Reverberatory Furnace)

(5) एयर भट्टी (Air Furnace)

(6) विद्युत भट्टी (Electric Furnace)

● आर्क भट्टी (Arc Furnace)

● इंडक्शन भट्टी (Induction Furnace)



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