वायु शीतलन युक्ति (Air Cooling System) किसे कहते हैं? प्रकार। एयर कूलिंग के लाभ और हानियाँ । प्रयोग

वायु शीतलन युक्ति (Air Cooling System in Hindi) -:

ऐसा सिस्टम, जिसके द्वारा छोटे इंजनों को हवा के माध्यम से ठंडा करने का प्रयास किया जाता है, इस प्रक्रिया को एयर कूलिंग सिस्टम (Air Cooling System) कहते हैं। इस प्रक्रिया को हम डायरेक्ट कूलिंग प्रोसेस (Direct Cooling Process) भी कहते हैं। इस प्रक्रिया को करते समय वायु जब ऊष्मा और गर्म इंजन के पुर्जों के संपर्क में आता है तो उनका शीतलन (Cooling) होना प्रारंभ हो जाता है। कूलिंग के इस प्रक्रम में वायु को सिलेंडर , सिलेंडर हेड आदि पर प्रवाहित किया जाता है।


Air Cooling System में उपयोग होने वाले उपकरणों के नाम -

● रेडिएटर (Radiater)

● कूलिंग फैन (Cooling Fan)

● फिन (Fins)

● बफेल (Baffels)

वायु शीतलन युक्ति (Air Cooling System in Hindi) प्रकार। एयर कूलिंग के लाभ और हानियाँ । प्रयोग

वायु शीतलन सिस्टम के प्रकार (Types of Air Cooling System in Hindi) -:

Air Cooling विधि का उपयोग करते हुए सिलिंडर और सिलिंडर हेड पर वायु को दो विधियों द्वारा प्रवाहित किया जाता है जो निम्न है-

1. प्राकृतिक विधि (Natural Method)

2. कृत्रिम विधि (Artificial Method)


1. प्राकृतिक विधि (Natural Method) -:

जब हम किसी भी इंजन को cooling करने के लिए प्राकृतिक विधि का उपयोग करते हैं तो वायु को सीधे वायुमंडल से गर्म इंजन के पार्ट्स पर प्रवाहित कर देते हैं। जिससे इंजन ठंडा होने लगता है या अपने ऊष्मा को और बढ़ने नहीं देता है।


2. कृत्रिम विधि (Artificial Method) -:

इस विधि द्वारा किसी भी इंजन के पार्ट्स को कूलिंग करने के लिए आर्टिफिशियल अर्थात कृत्रिम उपकरणों का ही उपयोग करते हैं। जैसे मान लेते हैं अगर किसी Hot Engine को वायु के माध्यम से Cooling करना है तो इसके लिए पंखे इत्यादि जैसे उपकरणों का उपयोग करते हैं। इस प्रकार से हम कृत्रिम उपकरणों का उपयोग करके गर्म हुए इंजन का शीतलन (Cooling) करते हैं, इस प्रक्रिया को Air Cooling का कृत्रिम विधि (Artificial Cooling Method) कहते हैं।


वायु शीतलन सिस्टम से लाभ (Advantages of Air Cooling System in Hindi) -:

1) एयर कूलिंग सिस्टम (Air Cooling System) इंजन को ठंडा करने के लिए सस्ता पड़ता है।

2) जिस इंजन में Air Cooling का उपयोग किया जाता है उस इंजन का डिजाइन सरल होता है।

3) एयर कूलिंग करने के लिए वाटर जैकेट की आवश्यकता नहीं पड़ती है।

4) वायु शीतलन विधि का उपयोग करने से कूलेन्ट में लीकेज की समस्या नहीं आती है।

5) Air Cooling Engine को असेंबल करना आसान होता है।

6) एयर कूलिंग करने के लिए कूलिंग पाइप, रेडिएटर जैसे वस्तुओं की आवश्यकता नहीं होती है।

7) एयर कूलिंग इंजन वाले सिस्टम हल्के होते हैं।

8) जंहा पानी नही उपलब्ध हो पाता है वँहा पर इस विधि का ही उपयोग किया जाता है।

9) जंहा पर पर्याप्त मात्रा में जगह उपलब्ध नही होती है वँहा पर Air Cooling का उपयोग किया जाता है।


वायु शीतलन से हानि (Disadvantage of Air Cooling System in Hindi) -:

1) एयर कूलिंग का उपयोग करने से इंजन पर समान रूप से शीतलन (Cooling) नहीं हो पाता है।

2) एयर कूलिंग सिस्टम का उपयोग जब होता है तो अधिक मात्रा में शोर-गुल उत्पन्न होती है।

3) इसका रख-रखाव करना आसान नहीं होता है।

4) गर्म इंजन पर एयर कूलिंग का प्रभाव कम होता है।

5) Air Cooling में उपयोग होने वाले पंखे को चलाने के लिए अधिक बिजली की आवश्यकता पड़ती है।

6) इस कूलिंग सिस्टम का उपयोग करने से इंजन कम पावर का आउटपुट देते हैं।


वायु शीतलन सिस्टम के प्रयोग (Applications of Air Cooling System in Hindi) -:)

1) इसका उपयोग छोटे इंजनों में किया जाता है।

2) स्कूटर में एयर कूलिंग का उपयोग करके इसके इंजन को शीतलन किया जाता है।

3) एयर कूलिंग सिस्टम मोटरसाइकिल में भी लगी होती है।

4) जहां पानी उपलब्ध नहीं होता है वहां पर भी Air Cooling सिस्टम का ही उपयोग करते हैं।

5) जहां पर पर्याप्त स्थान प्राप्त नहीं होता है वहां के लिए भी एयर कूलिंग सिस्टम लगाते हैं।



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