कांसे की वेल्डिंग विधि (Welding of Bronzes)

कांसे की वेल्डिंग विधि (Welding of Bronzes in Hindi)

कांसे की वेल्डिंग विधि (Welding of Bronzes in Hindi)

कांसे (Bronze) की वेल्डिंग आसानी से हो जाती है क्योंकि इसमें टिन का मिश्रण होता है और टिन में यह गुण होता है कि यह कम ताप पर ही पिघलने लगता है और पिघल कर उड़ता भी नहीं है। जब कांसा गर्म होता है, तो पीतल के समान भंगुर हो जाता है। अतः कांसा को वेल्डिंग करने के बाद उसे धीरे-धीरे ठंडा करना चाहिए।

कांसे (Bronze) को वेल्डिंग करने के लिए निम्न विधियों का प्रयोग किया जाता है -

●TIG वेल्डिंग

●MIG वेल्डिंग

●शील्डेड आर्क वेल्डिंग


●TIG वेल्डिंग के द्वारा कांसे (Bronze) को वेल्ड करना

इस विधि द्वारा कांसे की अच्छी वेल्डिंग करने के लिए उसको सिंगल V या डबल V आकार की कोर को बनाया जाता है और प्लेटो की सफाई की जाती है। इस बिल्डिंग प्रक्रिया में डीसी करंट का प्रयोग किया जाता है और फिलर रॉड के रूप में कई प्रकार की मिश्र धातुओं की रॉड प्रयोग की जाती है।


●शील्डेड आर्क वेल्डिंग के द्वारा कांसे को वेल्ड करना

जब इस विधि का प्रयोग करके कांसे (Bronze) की वेल्डिंग की जाती है तो इसमें ए.सी. और डी.सी. दोनों करंट की सप्लाई की जाती है। सबसे पहले कार्यखण्ड का कोर सज्जा करते हैं और उसके बाद सफाई की जाती है।

कार्यखंड को प्री-हिट करके उसकी वेल्डिंग की जाती है। कांसे गुणों में विकास करने के लिए पीनिंग करना चाहिए।


ये भी पढ़े...

Post a Comment

0 Comments