प्लास्टिक पैटर्न/प्रतिरूप क्या है? - लाभ & हानि

प्लास्टिक पैटर्न (Plastics Pattern in Hindi) -:

पैटर्न बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है, क्योंकि वे धातु की तरह टिकाऊ और लकड़ी की तरह हल्के होते हैं। प्लास्टिक पैटर्न/प्रतिरूप को तैयार करने के लिए थर्मोसेटिंग प्लास्टिक और थर्मोप्लास्टिक का प्रयोग होता है अर्थात दोनों का प्रयोग किया जाता है। थर्मोसेटिंग प्लास्टिक से ऐसे पैटर्न बनाए जाते हैं जिनको लंबी अवधि तक चलाना होता है और थर्मोप्लास्टिक से ऐसे पैटर्न बनाए जाते हैं जिनको कम समय तक चलाना होता है।

प्लास्टिक पैटर्न (Plastics Pattern in Hindi) - लाभ और हानियाँ

प्लास्टिक से बने पैटर्न हल्के, संक्षारण रोधी, चिकनी सतह प्राप्त करने वाले, जंग रोधी तथा नमी को न सोखने वाले होते हैं।

थर्मोसेटिंग प्लास्टिक जैसे उपयुक्त प्लास्टिक के साथ एपॉक्सी रेजिन का प्रयोग प्लास्टिक पैटर्न बनाने के लिए सबसे अधिक किया जाता है। प्लास्टिक के पैटर्न, प्लास्टर ऑफ पेरिस या मिट्टी के सांचों से बने सांचों का उपयोग करके बनाए जाते हैं।


प्लास्टिक के पैटर्न/प्रतिरूप से लाभ (Advantages of Plastics Pattern in Hindi) -:

1) प्लास्टिक के पैटर्न सस्ते और हल्के होते हैं।

2) प्लास्टिक के पैटर्न में स्थायित्व और फॉर्मैबिलिटी का गुण होता है।

3) लकड़ी के पैटर्न की तुलना में प्लास्टिक के पैटर्न स्थिर होते हैं।

4) इसके द्वारा अच्छी सतह प्राप्त होता है।

5) इस पैटर्न के पास अच्छी संपीड़न शक्ति होती है।

6) रासायनिक के लिए संक्षारण प्रतिरोधी और उन्हें आसानी से साफ किया जा सकता है।


प्लास्टिक के पैटर्न/प्रतिरूप से हानि (Disadvantage of Plastics Pattern in Hindi) -:

1) ये पैटर्न अधिक तापमान को सहन नहीं कर सकते हैं।

2) प्लास्टिक के पैटर्न मजबूत नही होते हैं।

3) धातु की तुलना में इस पदार्थ का पैटर्न अच्छा घर्षण प्रतिरोधी नहीं है।


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