Casting करने के लिये पैटर्न/प्रतिरूप किस पदार्थ के बनाये जाते है? (Pattern Materials in Hindi) । गुण

आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे कि पैटर्न/प्रतिरूप किस-किस पदार्थों (Materials) से बनाया जाता है और पैटर्न (Pattern) को बनाने के लिए जो पदार्थ प्रयोग किये जाते हैं उस पदार्थ में कौन-कौन से गुण अवश्य होने चाहिए। तो आइए शुरू करते हैं।


प्रतिरूप को बनाने वाले पदार्थ (Pattern Material in Hindi) । गुण


पैटर्न को बनाने के लिए हम विभिन्न प्रकार के पदार्थों का प्रयोग करते हैं और चयन करते हैं कि किस पदार्थ के प्रयोग से हमें कास्टिंग करने में आसानी होती है। कास्टिंग/ढलाइयो के हिसाब से अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग पदार्थों के पैटर्न का प्रयोग करना पड़ता है। विभिन्न पदार्थों से बनने वाले पैटर्न मौसम के हिसाब से भी खराब होते हैं और नमी से भी खराब होने की संभावना अधिक होती है परंतु वही कुछ पदार्थों के पैटर्न ऐसे होते हैं जिन पर नमी का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है और कुछ में बहुत अधिक दोषों का सामना भी करना होती हैं, तो कुछ पैटर्न (Pattern) में बहुत कम दोषों का उदय होता है। इन सब बातों को पैटर्न बनाने वाले और पैटर्न की डिजाइन/ड्राइंग बनाने वाले इंजीनियर या ऑपरेटर को ध्यान में रखना पड़ता है। और इसी के हिसाब से वह पैटर्न के पदार्थ का चुनाव करता है। जिस पदार्थों का पैटर्न बनाया जाता है उसमें गुणों का भी होना आवश्यक है। नीचे पैटर्न के पदार्थ/मटेरियल के लियर गुण दिए गए हैं।


प्रतिरुप पदार्थ के गुण (Characteristics of Pattern Material) -:

पैटर्न के निर्माण में प्रयुक्त पदार्थ (Material) में जिन गुणों का होना आवश्यक है, वो नीचे निम्नलिखित दिये गए हैं -

1. पैटर्न के निर्माण में प्रयोग होने वाला पदार्थ ऐसा होना चाहिए जो आसानी से उपलब्ध हो सके।

2. पैटर्न के निर्माण के पदार्थ की मापे स्थाई होना आवश्यक है।

3. इस पदार्थ की लागत कम होनी चाहिए।

4. पदार्थ के अंदर ऐसा गुण होना चाहिए जिसके कारण उसके सतह की फिनिशिंग आसानी से की जा सके।

5. पैटर्न के पदार्थ को आसानी से कोई भी आकार दिया जा सके।

6. पैटर्न के पदार्थ को सावधानीपूर्वक और आसानी से जोड़ा जा सके।

7. प्रयोग होने वाला मटेरियल जंग-रोधी और रासायनिक प्रतिक्रिया-रोधी होनी चाहिए।

8. पदार्थ की मरम्मत आसानी से की जा सके और उसे पुनः प्रयोग में लाया जा सके।

9. पैटर्न निर्माण में प्रयुक्त होने वाला पदार्थ हल्का होना चाहिए जिसे आसानी से हैंडल किया जा सके।

10. इस पदार्थ पर तापमान और नमी का अधिक प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए।

11. पैटर्न का पदार्थ कम घिसने वाला होना चाहिये।


पैटर्न/प्रतिरूप निर्माण में उपयोग होने वाले पदार्थ -:

पैटर्न को बनाते समय पदार्थों/मैटेरियल की आवश्यकता होती है यह पदार्थ विभिन्न प्रकार के होते हैं। इन पदार्थों के गुणों में, सामर्थ्य में, टिकाऊ जैसे अनेकों अंतर होते हैं। कुछ पदार्थों के पैटर्न ऐसे होते हैं जिन्हें दोबारा प्रयोग किया जा सकता है परंतु कुछ पदार्थों के पैटर्न ऐसे होते हैं जिन्हें एक बार प्रयोग करने के बाद पुनः दोबारा प्रयोग नहीं किया जा सकता है। पैटर्न (Pattern) बनाने के लिए निम्नलिखित पदार्थों का प्रयोग किया जाता है -


●लकड़ी (Wood)

●धातु (Metal)

●मोम (Wax)

●रबड़ (Rubber)

●प्लास्टर (Plaster)

●प्लास्टिक (Plastic)


●लकड़ी का पैटर्न

लकड़ी के पैटर्न का प्रयोग बहुत ही पुराने समय से हो रहा है और आज भी इसका प्रयोग सबसे अधिक किया जाता है। इस पदार्थ का प्रयोग करने से बहुत ही लाभ होते हैं परंतु लकड़ी के पैटर्न से हानिया भी होती हैं। कम मात्रा में पार्ट और पुर्जो का निर्माण करने के लिए इसका प्रयोग अधिक किया जाता है।


●धातु का पैटर्न

लकड़ी की तुलना में धातु का पैटर्न बहुत ही मजबूत, सामर्थ्यवान और टिकाऊ होता है। अगर सही धातु का प्रयोग करके पैटर्न बनाया जाए तो उसमें जंग भी नहीं लगता है और यह नमी तो बिल्कुल नहीं सोखता है। धातु से बनने वाले पैटर्न का जीवनकाल अधिक होता है। यह लकड़ी की तुलना में भारी तो होते हैं परंतु कास्टिंग की सतह अधिक चिकनी प्राप्त होती है और इसमे ऐंठन पकड़ने का डर भी नहीं रहता है।


●मोम का पैटर्न

मोम के पैटर्न का निर्माण करने के लिए कार्नोबा मोम, शैलेक मोम, मधमक्खी का मोम, माइक्रोक्रिस्टेलाइन मोम इत्यादि का प्रयोग किया जाता है। मोम के पैटर्न से इन्वेस्टमेंट कास्टिंग प्रक्रिया की जाती है। मोम के पैटर्न का निर्माण करते वक्त उसमें राख की मात्रा बहुत ही कम होनी चाहिए, साथ ही साथ कठोरता ऑक्सीडाइज्ड का गुण बिल्कुल नहीं होना चाहिये। यह मोम का पदार्थ ऐसा होना चाहिए जो ठंडा होने पर सिकुड़े नहीं।


●रबड़ का पैटर्न

रबड़ का पैटर्न निर्माण करने के लिए बाइंडर और हार्डनर की जरूरत होती है यह दोनों द्रव अवस्था में आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। इन दोनों को निश्चित मात्रा में अच्छी तरह मिला लिया जाता है और एक पहले से तैयार मास्टर पैटर्न के ऊपर डाल दिया जाता है कुछ ही समय में यह ठोस रूप में आ जाता है।


●प्लास्टर का पैटर्न

सस्ते पैटर्न को बनाने के लिए प्लास्टर का प्रयोग किया जाता है जिप्सम प्लास्टर , जिसे प्लास्टर ऑफ पेरिस के नाम से हम सभी जानते हैं। ऐसा पैटर्न है जिसको केवल एक ही बार प्रयोग किया जा सकता है।


●प्लास्टिक का पैटर्न

प्लास्टिक के पैटर्न को तैयार करने के लिए थर्मोसेटिंग प्लास्टिक और थर्मोप्लास्टिक का प्रयोग होता है अर्थात दोनों का प्रयोग किया जाता है। थर्मोसेटिंग प्लास्टिक से ऐसे पैटर्न बनाए जाते हैं जिनको लंबी अवधि तक चलाना होता है और थर्मोप्लास्टिक से ऐसे पैटर्न बनाए जाते हैं जिनको कम समय तक चलाना होता है।

प्लास्टिक से बने पैटर्न हल्के, संक्षारण रोधी, चिकनी सतह प्राप्त करने वाले, जंग रोधी तथा नमी को न सोखने वाले होते हैं।


ये भी पढ़े...

Post a Comment

0 Comments