कोर सज्जा की विधि । Method of Edge Preparation in hindi

कोर सज्जा (Method of Edge Preparation) की एक ऐसी विधि है जिसके द्वारा किसी जॉब पर वेल्डिंग करने के लिए , सबसे पहले जॉब को साफ-सुथरा करके तैयार किया जाता है और उसके बाद जॉब पर welding की क्रिया की जाती है। welding करने वाले सतह पर Edge Preparation करने से welding मजबूत और टिकाऊ बनता है। साथ-साथ आकर्षक बनता है और देखने में भी वेल्डिंग साफ और सुथरी लगती है। वेल्डिंग की सतह को Edge Preparation करने से और भी अनेक फायदे है जो आपको पिछले post में बताया गया है। इस पोस्ट में Edge Preparation करने की विधि के बारे में बताया गया है। तो आइए जानते हैं Edge Preparation करने के लिए हमे क्या क्या करना पड़ता है।

कोर-सज्जा की विधि- किसी भी जॉब की कोर सज्जा करने के लिए कोर-सज्जा को दो भागों में बांटा जाता है।

1.सतह की सफाई (Cleaning of surface)

2.कोर की कटाई (Cutting of Edge)


1.सतह की सफाई (Cleaning of surface)

जब कोई जॉब, धातु की होती है तो उस पर सामान्य तौर पर मूल धातु के ऊपर धातु के ऑक्साइड की पतली परत जमी होती है जो वेल्डिंग प्रक्रिया में समस्या उत्पन्न करने के साथ-साथ वेल्डिंग को कमजोर भी करती है। जॉब पर और भी अनेक पदार्थ व्यर्थ पदार्थ जमे होते है जैसे-गिरीश, धूल के कण , पेंट इत्यादि। जो वेल्डिंग सतह को कमजोर करते हैं। इस कारण इस प्रकार की अशुद्धियों से वेल्डिंग में कई प्रकार के दोषों का उत्पन्न होने का खतरा रहता है अतः जॉब की सतह सतह को , इन अशुद्धियों से मुक्त करना बहुत ही  आवश्यक होता है। जॉब की सतह को साफ करने के लिए निम्न प्रकार की प्रक्रिया प्रयोग की जाती हैं।

ऑक्साइड साफ करना- जब धातु की सतह पर ऑक्साइड जमी होती है होती है तो उस ऑक्साइड को साफ करने के लिए सैंड ब्लास्टिंग और वायर ब्रश का का प्रयोग किया जाता है। कभी-कभी धातु की सतह से ऑक्साइड को साफ करने के लिए pickling प्रक्रिया भी प्रयोग की जाती है। pickling process करते समय सबसे पहले Acid से अभिक्रिया करायी जाती है उसके बाद क्षार में अभिक्रिया कराया जाता है।

चिकनाई को साफ करना- जब धातु की सतह पर पर अधिक चिकनापन होता है तो उस चिकनेपन को साफ करने के लिए साल्वेंट (Solvent) का प्रयोग किया जाता है।

धातु से पेंट या वार्निश को साफ करना- जिस धातु पर वेल्डिंग करनी है अगर उस धातु पर पेंट पर लगी हो तो उसे छुड़ाने के लिए flame या Solvent का प्रयोग कर सकते हैं।


कोर सज्जा की विधि । Method of Edge Preparation in hindi
Edge Preparation की विधियां


2.कोर की कटाई (Cutting of Edge)

कोर की कटाई से तात्पर्य है कि जब भी हम वेल्डिंग करने के लिए किसी जॉब को तैयार करते हैं तो सबसे पहले जॉब के किनारों को "V" , "U" और "J"  के रूप में उसे तैयार करना होता है। पतली चादरों पर वेल्डिंग करने से पहले "V" , "U" और "J" आकर के रूप में प्राप्त करने के लिए हाथ द्वारा रगड़ा या रेती (file) द्वारा रगड़ा जाता है। और जब वही चादरें बहुत मोटी होती है तो उन्हें गैस द्वारा काटकर "V" , "U" और "J" आकार में लाया जाता है। इस प्रकार किनारों की तैयारी निम्न 3 प्रकार से कर सकते हैं-

A) हस्त विधि (Mannual Method)

B) मशीन विधि (Machine Method)

C) गैस कटिंग विधि (Gas Cutting Method)



A) हस्त विधि (Mannual Method)

जब किसी कार्यखण्ड पर "V" , "U" और "J" आकार का डिजाइन बनाना होता है तो सबसे पहले डिजाइन की माप डिजाइन की माप के अनुसार मापकर मार्किंग कर लेते हैं। और मार्किंग करने के बाद  छैनी, हथौड़ा या हेक्सा के द्वारा कटाई की जाती है। छैनी, हथौड़ा या हेक्सा के द्वारा कटाई करने के कारण cutting होने वाली सतह खुरदरी होती है। खुरदरी सतह को समतल करने के लिए रेती (File) की सहायता ली जाती है और सतह को समतल किया जाता है। फाइल की सहायता से  कार्यखण्ड को रगड़कर सही वांछित साइज तथा shape प्राप्त की जाती है


B) मशीन विधि (Machine Method)

जब किसी जॉब को अधिक मात्रा में बनाना होता है तो अधिक मात्रा में उत्पादन करने के लिए बड़ी फैक्ट्रियों का इस्तेमाल करते हैं। फैक्ट्रियों में मशीनों द्वारा उत्पाद तैयार किया जाता है। क्योंकि अधिक उत्पाद तैयार करने के लिए हमें मशीन प्रयोग में लाना पड़ता है।

वेल्डिंग के किनारे तैयार करने के लिए नीचे निम्नलिखित मशीनें हैं जो प्रयोग में लाई जाती हैं।

a.मिलिंग मशीन

d.खराद मशीन (Lathe Machine)

c.ड्रिलिंग मशीन

d.शेपर मशीन

e.प्लेनर मशीन


a.मिलिंग मशीन

मिलिंग मशीन का प्रयोग करके एक ही बार में J , V और U आकार की प्रोफाइल के किनारे तैयार किए जा सकते हैं। मिलिंग मशीन में गोल घूमते हुए कटर के द्वारा मशीनिंग की जाती है। J और U आकार की प्रोफाइल तैयार करने के लिए इस मशीन में फार्म टूल (Form tool) का प्रयोग किया जाता है।


b.खराद मशीन (Lathe Machine)

लेथ मशीन में गोल घूमते हुए चक लगे होते हैं जिस पर जॉब को बांध दिया जाता है और चक को घुमा कर जॉब के किनारों को V , U और J आकार में मशीन से shape तैयार किया जाता है। लेथ मशीन के द्वारा सिलैंडरिकल जॉब या पाइप आदि को welding करने के लिए किनारे तैयार किए जाते हैं।


c.ड्रिलिंग मशीन

यह ऐसी मशीन है जिसके द्वारा किसी कार्य खंड के जॉब में सुराख (Hole) करने का कार्य किया जाता है।


d.शेपर मशीन

शेपर मशीन एक ऐसी मशीन है जिसके द्वारा कार्यखंड पर सीधी कटाई होती है। इस मशीन के द्वारा के छोटी लंबाई की प्लेटों की ही मशीनिंग हो पाती है।


e.प्लेनर मशीन

यह एक ऐसी मशीन है जिसके द्वारा जॉब के किनारों को मशीनिंग करने की काम आती है यह मशीन भी शेपर मशीन की तरह सीधी ही कटाई करती है। परन्तु इस मशीन में के द्वारा लम्बे जॉब के किनारे तैयार किये जाते हैं और शेपर मशीन में छोटे कार्यखण्ड की मशीनिंग की जाती है।


C) गैस कटिंग विधि (Gas Cutting Method)

जब गैस कटिंग विधि द्वारा जॉब के किनारों को तैयार करना होता है तो इसमें ऑक्सी-एसिटिलीन गैस प्रयोग करके टॉर्च द्वारा जॉब के किनारों को तिरछा काटा जाता है। कभी-कभी गैस द्वारा किनारों को गर्म करके न्यूमेटिक हैमर के द्वारा पीटकर भी कार्यखण्ड को तिरछा बना लिया जाता है।



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