Joining Material क्या है? प्रकार

जोइनिंग मटेरियल/आसंजक पदार्थ (Joining Material in Hindi) -:

जोड़ने के लिए प्रयोग किये जाने वाले पदार्थों को जुड़ाई पदार्थ (Joining Material) कहते हैं। जोइनिंग मटेरियल को आसंजक पदार्थ भी कहते हैं। इन पदार्थों का उपयोग दो सतहों को आपस में जोड़ने के लिए किया जाता है। इन पदार्थों को गोंद, सीमेंट और आसंजक पेस्ट  इत्यादि के नाम से जाना जाता है।

जोइनिंग मटेरियल/आसंजक पदार्थ (Joining Material in Hindi)
गोंद

प्राकृतिक में पाए जाने वाले आसंजक पदार्थ या जॉइनिंग मटेरियल बहुत समय पहले से प्रयोग में लाए जाते हैं। इन कृत्रिम आसंजक पदार्थों के अंतर्गत पोर्टलैंड सीमेंट, स्टार्च और चर्बीयुक्त आसंजक पदार्थ इत्यादि आते हैं और प्रकृति आसंजक पदार्थों के अंतर्गत स्टार्च, एस्फाल्ट, प्लांट सैप,  शैल्क, रबर, वनस्पति प्रोटीन, रेजिन इत्यादि आते हैं।


जोइनिंग मटेरियल/आसंजक पदार्थ के प्रकार (Types of Joining Material in Hindi) -:

इनको दो भागो में बांटा गया है -

1. सरेस (Glue)

2. सीमेन्ट (Cement)


1. सरेस (Glue) -

लकड़ी को जोड़ने के लिए जिन जोइनिंग मटेरियल का प्रयोग किया जाता है उसे सरेस (Glue) कहते हैं। इसका प्रयोग करके लकड़ी के किनारे, सतह से सतह को जोड़ा जाता है। कभी कभी बोर्ड की मोटाई बढ़ाने के लिए भी सरेस/ग्लू का उपयोग किया जाता है। ये कई प्रकार के होते हैं।


2. सीमेन्ट (Cement) - 

Civil Enginnering के क्षेत्र में Cement प्रमुख पदार्थ है। इसका प्रयोग घर, इमारत, बिल्डिंग इत्यादि जैसी संरचनाओं को बनाने के लिए किया जाता है। सीमेंट को अर्ज़िलेसियस और केलकेरियस पदार्थों को निश्चित अनुपात में मिलाकर जलाया जाता है तथा 1500℃ का तापमान पर आंशिक Fusion किया जाता है। इस प्रकार प्राप्त क्लिंकर (Clinker) कहते हैं। इस क्लिंकर को पुनः ठंडा होने दिया जाता है और इसको  ठंडा करके पिसा जाता है जिससे सीमेंट की प्राप्ति होती है।



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