अधिक क्रियाशील धातु और कम क्रियाशील धातु में अन्तर -:
अधिक क्रियाशील धातु -:
1) तप्त अवस्था मे ये अभिक्रिया नही करते हैं
2) इनका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास कम होता है।
3) अधिक क्रियाशील धातु जल के साथ अभिक्रिया करके क्षार बनाते हैं और हाइड्रोजन गैस मुक्त करते हैं।
4) सोडियम, लिथियम, पोटैशियम धातु सबसे अधिक क्रियाशील होते हैं।
5) ये धातुएं पूर्ण रूप से स्वतंत्र अवस्था मे नही रह सकते हैं।
6) ये अम्ल के साथ अभिक्रिया करके पोटैशियम क्लोराइड बनाते है।
7) अधिक क्रियाशील धातुओं का संक्षारण होता है।
कम क्रियाशील धातु -:
1) तप्त अवस्था में भाप से अभिक्रिया करके धात्विक ऑक्साईड बनाते हैं।
2) इनका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास लगभग पूर्ण रहता है।
3) कम क्रियाशील धातु साधारण ताप पर जल से अभिक्रिया नहीं करते हैं।
4) सोना, चांदी, प्लेटिनम और कॉपर कम क्रियाशील हैं।
5) ये कम क्रियाशील धातुएँ स्वतंत्र अवस्था में होते हैं।
6) अम्लों से अभिक्रिया करके धातु लवण बनाते हैं।
7) कम क्रियाशील धातुओं का संक्षारण न के बराबर होता है।
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