ए. सी./डी. सी. रेक्टिफायर वेल्डिंग सेट मशीन (A.C. /D.C. Rectifier Welding Set Machine) किसे कहते हैं? Maintenance। सुरक्षा और देख-रेख

ए. सी./डी. सी. रेक्टिफायर वेल्डिंग सेट मशीन (A.C. /D.C. Rectifier Welding Set Machine in Hindi) 

यह ऐसा मशीन है जिसमे ए.सी. और डी.सी. दोनों प्रकार के करंट सप्लाई किए जाते हैं। अतः हम कह सकते हैं कि इस वेल्डिंग सेट मशीन में AC और DC दोनों के ही गुण सम्मिलित हैं। इसमें ए.सी. ट्रांसफार्मर मशीन के समान ही पहले ए.सी. करंट को आवश्यकतानुसार बनाया जाता है। जिसे बाद में रेक्टिफायर यूनिट के द्वारा अंदर ले जाकर D. C. करंट में बदल दिया जाता है। ये रेक्टिफायर, स्टैक से लिनीयम कोटेड प्लेटों के बने होते हैं।


रेक्टिफायर वेल्डिंग सेट मशीन  क्या है?
रेक्टिफायर वेल्डिंग सेट मशीन 


ए.सी./ डी.सी. रेक्टिफायर सेट मशीन में पोलैरिटी बदलने के लिए एक लीवर लगा हुआ होता है। इस वेल्डिंग मशीन में करंट को नियंत्रित करने के लिए Current Controler भी लगा होता है। ए.सी./ डी.सी. रेक्टिफायर सेट मशीन की पूंजीगत लागत, साधारण ए.सी. ट्रांसफर मशीन से अधिक होती है। यह वेल्डिंग मशीन अपने लचीलेपन के कारण बहुत अधिक प्रयोग में किया जाता है।

इस रेक्टिफायर सेट मशीन में कई धातुओं इलेक्ट्रोडो के द्वारा आसानी से वेल्डिंग किया जाता है। अर्थात विभिन्न प्रकार के धातु इलेक्ट्रोड को इस मशीन में लगाया जा सकता है।

इस मशीन के द्वारा 25 से 250 एंपियर का DC तथा 30 से 300 एंपियर के AC में आसानी से कार्य किया जा सकता है। 

ए.सी./ डी.सी. रेक्टिफायर सेट मशीन में रेक्टिफायर लगा होता है। यह एक ऐसा उपकरण है जिसके द्वारा AC को DC में आसानी से बदल दिया जाता है। अगर DC को एसी में कन्वर्ट करना होता है तो उसके लिए इनवर्टर का प्रयोग करते हैं। परंतु जब A.C. /D.C. Rectifier Set Machine का प्रयोग वेल्डिंग में किया जाता है तो मशीन में AC धारा प्रवाहित की जाती है।

वेल्डिंग करने के लिए जब AC धारा की आवश्यकता होती है तो AC धारा दे दिया जाता है, परंतु जब वेल्डिंग करने के लिए रेक्टिफायर वेल्डिंग मशीन को DC धारा की आवश्यकता होती है तो रेक्टिफायर के द्वारा AC को DC में कन्वर्ट करके मशीन में भेजा जाता है।


ए. सी./डी. सी. रेक्टिफायर वेल्डिंग सेट मशीन की देखभाल (Maintenance of Rectifier Welding Set Machine in Hindi)

1. रेक्टिफायर का प्रयोग करते समय उसकी बॉडी में बने हवा के क्षेत्रों को खुला रखना चाहिए।

2. रेक्टिफायर का पंखा जब खराब हो जाए तो, उस पंखे का प्रयोग नहीं करना चाहिए।

3. रेक्टिफायर में लगे पंखे की शाफ्ट को 3 माह के अंतराल ग्रीसिंग करना चाहिए और जब 3 माह के अंदर भी आवश्यक हो, तब भी करना चाहिए।

4. रेक्टिफायर में जितने भी कनेक्शन हों, वे ढीले नहीं होने चाहिए। उन्हें अच्छी तरह टाइट करके रखना चाहिए।

5. वेल्डिंग कार्य करते वक्त ,  रेक्टिफायर में लगे AC और DC स्विच को On-Off नहीं करना चाहिए।

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