सिंगल स्टेज रेगुलेटर (Single Stage Regulator) और डबल स्टेज रेगुलर (Double Stage Regulator) में अंतर

सिंगल स्टेज रेगुलेटर और डबल स्टेज रेगुलर में अंतर (Difference between Single Stage Regulator and Double Stage Regulator in Hindi)


सिंगल स्टेज रेगुलेटर (Single Stage Regulator)

1. इस रेगुलेटर में गैस के Pressure को बार-बार सेट करना पड़ता है।

2. इस रेगुलेटर में कभी-कभी मात्र एक ही Pressure Gauge लगा होता है।

3. सिंगल स्टेज रेगुलेटर का प्रयोग अधिकतर धातु कटिंग करने वाले गैसों के लिए किया जाता है।

4. Single Stage Regulator में एक चैम्बर लगा होता है।

5. जब इस रेगुलेटर का प्रयोग किया जाता है, तो सिलेंडर में Pressure घटने पर आउटलेट गैस का प्रेशर एक समान नहीं रहता है।

6. इस रेगुलेटर में Pressure को कंट्रोल करने के लिए केवल एक ही डायग्राम को लगाया जाता है।


डबल स्टेज रेगुलेटर (Double Stage Regulator)

1. इस रेगुलेटर में गैस के Pressure को बार-बार सेट करने की आवश्यकता नही पड़ती है।

2. इस रेगुलेटर में सदैव दो Pressure Gauge लगा होता है।

3. सिंगल स्टेज रेगुलेटर का प्रयोग गैस वेल्डिंग के लिए किया जाता है।

4. सिंगल स्टेज रेगुलेटर में दो चैम्बर लगा होता है।

5. जब इस रेगुलेटर का प्रयोग किया जाता है, तो सिलेंडर में Pressure घटने पर आउटलेट गैस का प्रेशर एक समान रहता है।

6. इस रेगुलेटर में Pressure को कंट्रोल करने के लिए केवल एक ही डायग्राम को लगाया जाता है। 

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