रंजक किसे कहते हैं? प्रकार - Dyes/Pigments in Hindi

रंजक (Dyes/Pigment) -:

ऐसे रंगीन पदार्थ जिनके द्वारा रेशों, कपड़ों, कागज, चमड़े के बालों और अन्य प्रकार की वस्तुओं को रंगने में प्रयोग किया जाता है उसे रंजक कहते हैं। रंजक के द्वारा किसी वस्तु को या पदार्थ को रंग प्रदान किया जाता है। रंजक पदार्थ के घुलने, गर्म करने, ठंडा व ताप तथा प्रकाश आदि के प्रभाव से ये सरलता से नहीं खराब होते हैं। इन पर किसी भी भौतिक या बहुत रासायनिक प्रभाव धीरे-धीरे पड़ता है।


रंजक किसे कहते हैं? प्रकार - Dyes/Pigments in Hindi
कई रंग

सामान्यतः किसी भी रंजक का उपयोग जल या अन्य तरल पदार्थ में घोलकर ही किया जाता है और जिस पदार्थ को रंगना होता है उसकी सतह पर इसको पेंट किया जाता है। जब लक्षित हुए वस्तु पर रंजक लगा दिया जाता है तो यह सतह पर शीघ्र एवं स्थाई रूप से होने लगते हैं। ध्यान देने योग्य बातें यह है कि किसी भी सतह पर जल का प्रयोग करने से पहले उसमें रंजक योजक अभिकर्मक मिलाया जाता है जिसे मॉर्डेन्ट (Mordant) कहते हैं।


रंजक के प्रकार (Type of Dyes/Pigment in Hindi) -:

रंजक को प्राकृतिक और कृत्रिम रूप में प्राप्त किया जा सकता है परंतु सबसे अधिक है प्राकृतिक रंजक की उपयोग में लाए जाते हैं।

सामान्यतः रंजक दो प्रकार के होते हैं -

1. प्राकृतिक रंजक (Natural Pigment)

2. कृत्रिम रंजक (Synthetic Pigment)


1. प्राकृतिक रंजक (Natural Pigment) -:

ऐसे रंजक जी ने पेड़ पौधों जंतु अथवा प्राकृतिक वस्तुओं से प्राप्त किया जाता है उसे प्राकृतिक रंजक कहते हैं।


प्राकृतिक रंजक के प्रकार -:

यह दो प्रकार के होते हैं -

१. जन्तुओ से प्राप्त रंजक

२. पादपों से प्राप्त रंजक


१. जन्तुओ से प्राप्त रंजक -:

जंतुओं से प्राप्त रंजक प्राकृतिक रंजक के अंतर्गत आते हैं इसमें रंजक को जंतुओं से प्राप्त किया जाता है जिसके कारण से जंतुओं से प्राप्त रंजन के नाम से जाना जाता है।


२. पादपों व पौधे से प्राप्त रंजक -:

ये ऐसे रंजक होते हैं जिन्हें पेड़ पौधों, कवक, सूक्ष्म जीव और अन्य प्रकार से प्राप्त किया जाता है, जिन्हें पादपों व पौधे से प्राप्त रंजक कहा जाता है।


2. कृत्रिम रंजक (Synthetic Pigment) -:

ऐसे रंजक जिन्हें मानव द्वारा रसायनिक विधियों का प्रयोग करके प्रयोगशालाओं या उद्योग क्षेत्र में बनाया जाता है उन्हें कृत्रिम रंजक कहते हैं।


कृत्रिम रंजक के प्रकार -:

१. अम्लीय रंजक (Acid Dyes/Pigment)

२. क्षारीय रंजक (Basic Dyes/Pigment)

३. क्रियाशील रंजक (Reactive Dyes/Pigment)

४. रंगयोजक रंजक (Mordant Dyes/Pigment)

५. गंधक रंजक (Sulpher Dyes/Pigment)

६. वैट रंजक (Vet Dyes/Pigment)


१. अम्लीय रंजक (Acid Dyes/Pigment) -:

ये मुख्यतः सल्फोनिक अम्लों और नाइट्रोकैनिल रंजकों के सोडियम लवण होते हैं। यह जल में विलेय होते हैं तथा रेशम, ऊन, नायलॉन इत्यादि जैसे पदार्थो को रंगने में उपयोग किए जाते हैं।

जैसे - मेथिल रेड, मेथिल ऑरेन्ज, कागो रेड


२. क्षारीय रंजक (Basic Dyes/Pigment) -:

 ये रंजक रंगीन क्षारों के हाइड्रोक्लोरिक या जिंक क्लोराइड के लवण होते हैं। इनको नायलॉन और पॉलिएस्टर की रंगाई के लिए प्रयोग किया जाता है।

जैसे - नेफ्थाल येलो-एस, मैलेकाइट ग्रीन।


३. क्रियाशील रंजक (Reactive Dyes/Pigment) -:

यह ऐसे रंजक होते हैं जिनमें रेशा मिलाया जाता है तो इनके गुणों में वृद्धि हो जाती है और यह विशिष्ट गुण वाले बन जाते हैं। इस प्रकार क्रियाशील रंजक का प्रयोग सूती कपड़ों, पटसन (Flax) तथा ऊन को रंगने में किया जाता है।


४. रंगयोजक रंजक (Mordant Dyes/Pigment) -:

रंग आयोजक रंजक का प्रयोग करने के लिए इसमें रंग योजक और रंग बंधक पदार्थों को मिलाना पड़ता है। ऊन की रंगाई करने के लिए क्रोमियम, लोहा, कापर और एलमुनियम जैसे रंग योजकों का प्रयोग किया जाता है।


५. गंधक रंजक (Sulpher Dyes/Pigment) -:

ऐसे रंजक जिसमें गंधक मिला हुआ होता है और यह जल में अविलय होते हैं उन्हें गंधक रंजक कहा जाता है। इनका प्रयोग सूती वस्त्रों की गहरे रंगों से रंगाई करने के लिए किया जाता है।


६. वैट रंजक (Vet Dyes/Pigment) -:

यह रंजक भी जल में विलेय होते हैं। इन रंजको को क्षार और सोडियम हाइपोसल्फाइट से अपचयित किया जाता है और उसके बाद इनका प्रयोग सूती वस्त्रों को रंगने में किया जाता है।

जैसे - नील

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