चुंबक किसे कहते है? खोज, प्रकार और गुण

चुम्बक की खोज -:

1600 ई में विलियम गिल्बर्ट नामांक ब्रिटिश वैज्ञानिक ने पहला कृत्रिम चुंबक का आविष्कार किया। इस प्रकार पहला कृत्रिम चुंबक की खोज विलियम गिल्बर्ट ने की थी।

पहले प्राकृतिक चुंबक का खोज करने का श्रेय मैग्नस नामक व्यक्ति को जाता है जो यूनान देश का निवासी था। उसके संदर्भ में कहा जाता है कि जब वह अपने भेड़ और बकरियों को चरा रहा था तो उसने एक डंडा लिया था जिसके सिर पर लोहे की एक टोपी लगी थी। जब वह चट्टान के पास से गुजरा तो उसने चट्टान को किसी कारण से अपने डंडे को छुआ तो उसने पाया कि चट्टान लोहे की टोपी को अपनी और आकर्षित कर रही है। इस प्रकार पहले चुंबक या प्राकृतिक चुंबक की खोज करने का श्रेय मैग्नस को जाता है व उसी के नाम पर चुंबक का नाम मैग्नेटाइट रखा गया।


चुम्बक (Magnet Definition in Hindi) -:

वह पदार्थ है जो चुंबकत्व के गुण के कारण लोहा, निकिल, कोबाल्ट जैसी धातुओं को अपनी ओर खींचता है या आकर्षित करता है, ऐसे पदार्थ को चुंबक (Magnet) कहते हैं। चुंबक के अंदर चुंबकत्व का गुण पाया जाता है जिसके कारण यह लौह वस्तुओं को अपनी ओर खींचती है।

सभी चुंबक या चुंबकीय पदार्थों में दो ध्रुव होते हैं जिनमें एक उत्तरी ध्रुव होता है और दूसरा दक्षिणी ध्रुव होता है।चुंबकीय पदार्थों के समान ध्रुव एक दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं तथा असमान दूर एक दूसरे को आकर्षित करते हैं अर्थात कहने का तात्पर्य है कि उत्तरी ध्रुव और उत्तरी ध्रुव एक दूसरे को प्रतिकर्षित करेंगे आकर्षण नहीं करेंगे।

इसी प्रकार दक्षिणी ध्रुव और दक्षिणी ध्रुव एक दूसरे को प्रतिकर्षित करेंगे आकर्षक नहीं करेंगे। इसी प्रकार उत्तरी ध्रुव और दक्षिणी ध्रुव एक दूसरे को आकर्षित करेंगे।


चुंबक किसे कहते है? खोज, प्रकार और गुण । Magnet Definition in Hindi
कृत्रिम चुम्बक

माना दो चुंबक रखे हैं, अगर दोनों के उत्तरी ध्रुव पास में लाया जाए तो उनमें से कोई एक उत्तरी ध्रुव हट जाएगा। इसी तरह अगर दोनों चुंबकीय पदार्थों के दक्षिणी ध्रुव एक पास लाया जाए तो वे एक दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं अर्थात कोई एक दक्षिणी दूर वाला चुंबक हट जाएगा।

परंतु अगर दोनों पदार्थों के दक्षिणी ध्रुव और उत्तरी ध्रुव को मिलाया जाए तो एक दूसरे के प्रति आकर्षित हो जाते हैं अर्थात समान ध्रुव वाले चुंबकीय पदार्थ एक दूसरे से आकर्षित करने लगते हैं। इस प्रकार एक दूसरे के विपरीत ध्रुव या असमान ध्रुव वाले चुंबकीय पदार्थ एक दूसरे को आकर्षित करते हैं और एक दूसरे के पास आने का प्रयास करते हैं।

प्राकृतिक में उपलब्ध सभी चुंबकीय पदार्थ सदैव विपरीत ध्रुव वाले जोड़ों में पाए जाते हैं। कभी भी चुंबक जो पाए जाते हैं उनके समान ध्रुव एक साथ नहीं होते हैं।

चुंबक के अंदर या गुण होता है कि वह सदैव केवल उत्तर और दक्षिण दिशा में ही पड़ता है जिसके कारण चुंबक को लोड स्टोन के नाम से भी जाना जाता है बहुत से लोग इसे मेग्नेटस भी कहते हैं। सबसे पहले चीन के निवासियों ने ही दिशा ज्ञात करने के लिए चुंबक अर्थात लोडस्टोन का प्रयोग किया था। जब प्राकृतिक चुंबक का ज्ञान हो गया तब जाकर कृत्रिम चुंबक का निर्माण हुआ।



चुम्बक के प्रकार (Types of Magnet in Hindi) -:

चुंबक दो प्रकार के होते हैं

1. प्राकृतिक चुंबक (Natural Magnets)

2. कृत्रिम चुंबक (Artificial Magnets)


1. प्राकृतिक चुंबक (Natural Magnets) -:

ऐसा चुंबक जो प्रकृति में पाया जाता है उसे प्राकृतिक चुंबक कहते हैं यह चुंबक प्रकृति में स्वतंत्र रूप से निर्मित होते हैं इसे किसी मानव द्वारा नही बनाया जाता है। प्रकृति में मैग्नेटाइट ऐसा पदार्थ है जो प्राकृतिक चुंबक होता है। यह लोहे का अयस्क Fe3O4 बनाता है। प्राकृतिक चुम्बक को Loadstone के नाम से भी जाना जाता है।


2. कृत्रिम चुंबक (Artificial Magnets) -:

ऐसा चुंबक जो मानव के द्वारा कृत्रिम रूप से बनाया जाता है और उसमें प्राकृतिक चुंबक के समान गुण पाए जाते हैं ऐसे चुंबक को कृत्रिम चुंबक (Artificial Magnets) कहते हैं। लोहा, स्टील, कोबाल्ट या निकिल का प्रयोग करते हुए कृत्रिम चुंबक का निर्माण किया जाता है।

ये दो प्रकार के होते हैं स्थायी चुम्बक और अस्थायी चुम्बक।


चुम्बक के गुण (Properties of Magnets in Hindi) -:

1. प्रत्येक चुंबक लोहे, स्टील, कोबाल्ट, निकिल और मैंगनीज से बने पदार्थों को अपनी और आकर्षित करता है।

2. एक स्वतंत्र रूप से लटका हुआ चुंबक सदैव उत्तर और दक्षिण दिशा में ही ठहरता है।

3. किसी चुंबक के चाहे कितनी भी छोटे टुकड़े क्यों ना काटा जाए परन्तु प्रत्येक टुकड़ा एक स्वतंत्र चुम्बक के रूप में कार्य करता है अर्थात प्रत्येक टुकड़े में उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव स्थित होगा।

4. किन्ही दो चुंबक के दो समान ध्रुव सदा एक दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं, वही किन्ही दो चुंबक के अलग-अलग या असमान ध्रुव एक दूसरे को आकर्षित करते हैं।

5. चुंबक के सिरे पर एक ऐसा बिंदु पाया जाता है जहां पर चुंबकीय शक्ति सबसे अधिक होती है।

6. जब किसी चुंबकीय पदार्थ को गर्म किया जाता है या काटा-पीटा जाता है तो उसके चुंबकीय गुण पर प्रभाव पड़ सकता है।



चुम्बक के उपयोग (Uses of Magnets in Hindi) -:

1. कचड़े वाली सामग्रियों से स्टील और लौह सामग्री को अलग करने के लिए चुंबकीय पृथक्करण विधि का प्रयोग किया जाता है, जिसमें चुंबक लोहे और स्टील की सामग्री को अपनी ओर आकर्षित करते हुए खींच लेता है।

2. चुंबक का प्रयोग विद्युत मोटर, दरवाजे की घंटी, पंखे, वाशिंग मशीन, टीवी में किया जाता है।

3. चुंबक का प्रयोग मोबाइल में, हेडफोन में, डीजे मे और विभिन्न प्रकार के खिलौनों में किया जाता है।

4. विद्युत जनरेटर में विद्युत उत्पन्न करने के लिए चुंबक का प्रयोग किया जाता है।

5. चुंबक का प्रयोग रेफ्रिजरेटर के दरवाजे बनाने में, चुंबकीय स्टीकर जैसी वस्तुएं बनाने में किया जाता है।

6. प्राचीन काल में समुद्री नाविकों द्वारा चुंबक का प्रयोग दिशा ज्ञात करने के लिए किया जाता था क्योंकि चुंबक सदा उत्तर और दक्षिण दिशा में ठहरता है।


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