क्रिस्टलीकरण (Crystallization) किसे कहते हैं?

क्रिस्टलीकरण (Crystallization) किसे कहते हैं?

क्रिस्टलीकरण (Crystallization in Hindi) -:

किसी विलयन या गलित धातु में से प्राकृतिक या कृत्रिम विधि से ठोस क्रिस्टल बनाने की प्रक्रिया को क्रिस्टलन या क्रिस्टलीकरण (Crystallization) कहते हैं। अगर किसी गैस में से सीधे क्रिस्टल जमा कर लिया जाता है या निकाल लिया जाता है तो यह भी क्रिस्टलीकरण के अंतर्गत ही आता है। क्रिस्टलीकरण विधि में विलयन में से ठोस पदार्थ के शुद्ध नमूने को प्राप्त किया जाता है। जब भी किसी पदार्थ के गर्म के विलयन को ठंडा किया जाता है तो शुद्ध पदार्थ की क्रिस्टल अलग होने लगते हैं तथा अशुद्धियां विलयन में ही रह जाती है, इस प्रकार क्रिस्टल के अलग होकर जमा होने की प्रक्रिया क्रिस्टलीकरण कहलाती है। क्रिस्टलीकरण एक रासायनिक ठोस-द्रव विलगीकरण तकनीक होती है।

माना हमको फिटकरी का एक बड़ा क्रिस्टल बनाना है, इसके लिए हम सबसे पहले फिटकरी के संतृप्त विलयन में फिटकरी के एक छोटे क्रिस्टल को धागे की सहायता से लटकाते है। जब फिटकरी के संतृप्त विलयन में फिटकरी का एक छोटा क्रिस्टल धागे की सहायता से लटका रहता है तो फिटकरी धीरे-धीरे फिटकरी के संतृप्त विलयन से धागे में स्थित ठोस क्रिस्टल पर जमा होने लगती है और 2 से 3 दिन में फिटकरी का एक बड़ा क्रिस्टल तैयार हो जाता है। क्रिस्टलीकरण क्रिया करके विभिन्न प्रकार के पदार्थों के क्रिस्टल को बनाया जा सकता है और इनके रंग और आकार में भी आसानी से परिवर्तित किया जा सकता है।


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