चित्रकला (आलेखन कला) की इकाई और आवृत्ति की परिभाषा

चित्रकला (आलेखन कला) की इकाई और आवृत्ति की परिभाषा

आलेखन इकाई & आलेखन आवृति की परिभाषा -:

जब भी हम आलेखन का निर्माण करते हैं तो उस आलेखन को किसी निश्चित आकार में बनाया जाता है। वे आकार वृत्त, चतुर्भुज, त्रिभुज, आयत, वर्ग, अर्द्धवृत इत्यादि में से कोई भी हो सकते हैं जिनमे आलेखन (चित्र) को बनाना है। माना हमें किसी आलेखन का निर्माण करना है। अब हमें यह निर्णय लेना है कि हम उस आलेखन को किस आकार में बनाएं। सबसे पहले हम यह निर्णय लेते हैं कि आलेखन को वृत्त, चतुर्भुज, त्रिभुज, आयत, वर्ग, अर्द्धवृत में से किनमे बनाया जाए।

अब जिस आकार में हमें आलेखन का निर्माण करना है उसको दो, तीन, चार भागों में अर्थात अपनी क्षमता अनुसार भागों में बांट लेते हैं। अब अपने चुने हुए आकार के पहले भाग में मनपसंद आलेखन को बना लेते हैं। इस प्रकार मनपसंद बनाए गए आलेखन के इस भाग को आलेखन की इकाई कहते हैं। अगर इसकी परिभाषा दी जाए तो निम्नवत होगा -

आलेखन के निर्माण के लिए चुने गए आकार के पहले भाग में आलेखन का निर्माण करना ही आलेखन की ईकाई कहलाती है।

अब आलेखन को पूरा करने के लिए, इकाई में बने आलेखन को ट्रेसिंग कागज पर उतारा जाता है और ट्रेसिंग कागज पर उतार कर आलेखन के अन्य भागों में 'पुनरावृत्ति' की जाती है।

इस प्रकार आलेखन की इकाई को पुनरावृत्ति अर्थात दोहराने की प्रक्रिया को आलेखन की आवृत्ति कहते हैं।

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